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बेंगलुरु11 घंटे पहले
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कांग्रेस विधायक शिवमोगा के बेक्किना कलमाता में आयोजित एक सम्मान समारोह में भाजपा सांसद बी.वाई. राघवेंद्र के साथ थे।
कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक शमनूर शिवशंकरप्पा ने आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य की एक सीट पर भाजपा सांसद के लिए वोट की अपील की है। ये भाजपा सांसद पूर्व CM बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई राघवेंद्र हैं।
शिवशंकरप्पा 26 जनवरी को शिवमोगा के बेक्किना कलमाता में आयोजित एक सम्मान समारोह में गए थे। यहां उन्होंने जनता से कहा कि शिवमोगा में अच्छा काम हो रहा है। आपने अच्छा सांसद चुना है आगे भी इन्हें ही चुनें।
शिवशंकरप्पा ने शिवमोगा की जनता से कहा था कि आप धन्य हैं कि आपके पास बीवाई राघवेंद्र जैसे लोकसभा सदस्य हैं। जिले में किए गए विकास कार्य पूरे हो चुके हैं और प्रगति हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि आप लोगों के लिए विकास कार्य पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। जिन लोकसभा सदस्यों ने लोगों की इच्छा के अनुसार काम किया है, उन्हें आगामी चुनावों में भी जीतना चाहिए।
कर्नाटक में कांग्रेस के लिए 48 घंटे के अंदर यह दूसरी चौंकाने वाली घटना है। इससे पहले गुरुवार 25 जनवरी को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और लिंगायत समुदाय के बड़े नेता जगदीश शेट्टार ने कांग्रेस छोड़ BJP में घर वापसी कर ली थी।
शिवशंकरप्पा के बयान के बाद बीएस येदियुरप्पा ने राघवेंद्र के कामों को मानने के लिए शिवशंकरप्पा को बधाई दी।
बी.वाई. राघवेंद्र 2009 में पहली बार सांसद बन थे
बी.वाई. राघवेंद्र कर्नाटक के पूर्व CM बीएस येदियुरप्पा के बेटे और कर्नाटक की शिवमोगा सीट से सांसद हैं। राघवेंद्र ने 2009 में पहली बार शिवमोगा सीट से ही चुनाव लड़ा था, जहां उन्होंने 2009 में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सरकोप्पा बंगारप्पा को हराया था। 2018 के उपचुनाव में उन्होंने शिवमोगा से जीत हासिल की जो उनके पिता बीएस येदियुरप्पा का निर्वाचन क्षेत्र था।
बी.वाई. राघवेंद्र कर्नाटक के पूर्व CM बीएस येदियुरप्पा के बेटे हैं। वह राज्य की शिवमोगा सीट से सांसद हैं।
येदियुरप्पा 4 बार मुख्यमंत्री रहे, कभी कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए
बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक के 17% लिंगायत समुदाय के सबसे बड़े नेता हैं। वह राज्य में 4 बार CM रहे, लेकिन कभी कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। येदियुरप्पा सबसे पहले 12 नवंबर 2007 को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने, लेकिन महज सात दिन बाद 19 नवंबर 2007 को ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
इसके बाद 30 मई 2008 को दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते इस बार 4 अगस्त 2011 को इस्तीफा दिया। तीसरी बार 17 मई 2018 को मुख्यमंत्री बने और फिर महज छह दिन बाद 23 मई 2018 को इस्तीफा हो गया। चौथी बार 26 जुलाई 2019 को मुख्यमंत्री बने और ठीक दो साल बाद इस्तीफा दे दिया।
जगदीश शेट्टार ने 7 महीने पहले ज्वाइन की थी कांग्रेस, लेकिन हार गए चुनाव
गुरुवार को जगदीश शेट्टार ने दिल्ली भाजपा कार्यालय में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान पार्टी मुख्यालय में शेट्टार के साथ पूर्व मुख्यमंत्री वीएस येदियुरप्पा और कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र भी मौजूद थे।
जगदीश शेट्टार ने 7 महीने पहले (अप्रैल 2023) में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वे कर्नाटक विधानसभा चुनाव में टिकट कटने से नाराज थे। भाजपा छोड़ने के बाद जगदीश शेट्टार को कांग्रेस ने हुबली धारवाड़ सेंट्रल सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वो हार गए थे। भाजपा के महेश तेंगिनाकाई ने शेट्टार को 34,289 वोटों से हराया था।
कांग्रेस में शामिल होने पर शेट्टार ने कहा था कि मुझे सत्ता की भूख नहीं, मैं सिर्फ सम्मान चाहता हूं। उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट ना देकर मेरा अपमान किया है। मैं महत्वाकांक्षी व्यक्ति नहीं हूं और ना ही मैं सत्ता का भूखा हूं।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने शेट्टार को भाजपा की सदस्यता दिलाई।
भाजपा में रह चुके लक्ष्मण सावदी से मिले डिप्टी CM डीके शिवकुमार
शेट्टार के वापस भाजपा में जाने के बाद कर्नाटक के डिप्टी CM डीके शिवकुमार ने एक और लिंगायत नेता लक्ष्मण सावदी से मुलाकात की। सावदी भी कर्नाटक चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। वे अथानी सीट से पार्टी के विधायक भी हैं। हालांकि कर्नाटक कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से वे नाराज चल रहे हैं।
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