नई दिल्ली. फेसबुक (Facebook) और वाट्सऐप (Whatsapp) का स्वामित्व रखने वाली कंपनी मेटा (Meta) ने डिजिटल युग में भ्रामक सूचना से निपटने की अहमियत पर अवेयरनेस बढ़ाने के लिए एक इंटीग्रेटेड सेफ्टी कैंपेन शुरू किया है. टेक्नोलॉजी कंपनी मेटा ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि इस कैंपेन में डिजिटल बेस्ट प्रैक्टिस को बढ़ावा देकर और उपलब्ध सेफ्टी टूल्स को उजागर कर वाट्सऐप और इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म्स पर गलत सूचनाओं को पहचानने और उनसे निपटने के बारे में यूजर्स को शिक्षित किया जाएगा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मेटा ने इसे ‘जानें, क्या है असली’ (Know What’s Real) कैंपेन का नाम दिया है. कंपनी इस अवेयरनेस कैंपेन को 8 सप्ताह तक चलाएगी. इसमें वाट्सऐप पर मौजूद ब्लॉक और रिपोर्ट जैसे फीचर्स और सेफ्टी उपायों पर प्रकाश डाला गया है.
वेरिफिकेशन के लिए फैक्ट-चेकर्स की मदद
वहीं, इंस्टाग्राम पर मेटा ने जानकारी के वेरिफिकेशन के लिए फैक्ट-चेकर्स के मजबूत नेटवर्क के साथ जोड़ी बनाई है. इसमें डीपफेक (Deepfakes) जैसा गलत वीडियो पाए जाने पर चेतावनी वाला लेबल लगाने की बात कही गई है. मेटा की कोशिश है कि लोग किसी भी इनऑथेंटिक कंटेंट को आगे बढ़ाने या शेयर करने से परहेज करें और उससे ग्रीवांस ऑफिसर या किसी स्वतंत्र फैक्ट-चेकिंग पार्टनर को अवगत कराएं.
हाल ही मेटा ने लॉन्च किया था इंस्टाग्राम का क्रिएटर मार्केटप्लेस
गौरतलब है कि मेटा ने हाल ही में कहा था कि वह इंस्टाग्राम के क्रिएटर मार्केटप्लेस का भारत सहित आठ8 नए बाजारों में विस्तार कर रहा है, ताकि अधिक ब्रांडों और क्रिएटर्स को पार्टनरशिप पर एक साथ काम करने में मदद मिल सके. क्रिएटर मार्केटप्लेस ब्रांडों और क्रिएटर्स के लिए पार्टनरशिप के अवसरों से जुड़ने और सहयोग करने का एक उपकरण है. टेक दिग्गज ने 2022 में अमेरिका में क्रिएटर मार्केटप्लेस का परीक्षण शुरू किया था.
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Tags: Facebook, Instagram, Whatsapp
FIRST PUBLISHED : February 27, 2024, 21:31 IST
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