Amritsar youth Dubai dies update Punjab news | अमृतसर के युवक की दुबई में मौत: इंटरनेशनल एयरपोर्ट से परिजनों ने रिसीव किया शव, दिमाग की धमनी फटने से गई जान – Amritsar News



अमृतसर के एक युवक की दुबई में मौत हो गई। वह अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था। सरबत दा भला ट्रस्ट की मदद से आज अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उसका शव पहुंचा। शव पहुंचते ही युवक के परिजनों ने नम आंखों से उसे रिसीव किया।

.

जानकारी के मुताबिक 33 वर्षीय जगबीर सिंह निवासी कपूरथला के गांव थिगली के निवासी थे। वो अपने बुजुर्ग माता-पिता का एकमात्र सहारा था, जिसकी अभी शादी भी नहीं हुई थी। अन्य युवाओं की तरह, बेहतर भविष्य का सपना लेकर करीब 5 साल पहले वह दुबई गया था और दिमाग की धमनी फटने से 1 अगस्त को उसकी मौत हो गई।

सरबत दा भला ट्रस्ट की मदद से आया शव

सरबत दा भला ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. ओबेरॉय ने बताया कि इस मामले की जानकारी मिलने के बाद उनकी टीम ने भारतीय दूतावास के सहयोग से जगबीर सिंह के शव को भारत भेजने के लिए जरूरी सभी कागजी कार्रवाई पूरी की। जबकि उनके शव को भारत भेजने में जो खर्च आया वो सारा काम भवानीगढ़ ट्रांसपोर्ट के मालिक जतिंदरपाल सिंह और मंजीत सिंह ने किया है।

परिजनों को दी गई मासिक पेंशन

डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले वे जगबीर सिंह के बुजुर्ग माता-पिता के अलावा अजनाला शहर के मधुशंगा गांव के युवा बिक्रमजीत सिंह और मजीठा के गांव शामनगर के पलविंदर सिंह के शव को भारत लाए थे और शव को उत्तराधिकारियों को सौंपा गया था। उनके परिवारों को ट्रस्ट की ओर से 2000-2000 रुपए की मासिक पेंशन भी दी गई है।

ट्रस्ट ने अब तक 372 शव लाए भारत

अध्यक्ष सुखजिंदर सिंह हेर, माझा जोन सलाहकार सुखदीप सिद्धू, अध्यक्ष शीशपाल सिंह लाडी, महासचिव मनप्रीत संधू चमियारी, कोषाध्यक्ष नवजीत घई और परमिंदर सिंह संधू ने बताया कि डॉ. ओबेरॉय के प्रयासों से अब तक करीब 372 बदनसीब लोगों के शव उनके वारिसों तक पहुंचाए जा चुके हैं।

आर्थिक सहायता के लिए पेंशन की सुविधा

इस बीच, जगबीर सिंह के पिता बलकार सिंह, भाई हरपाल सिंह, नवजीत सिंह, बहनोई सुखजिंदर सिंह और दोस्त अमनदीप सिंह शव लेने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचे। उन्होंने इस महान पहल के लिए सिंह ओबेरॉय को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह उनके प्रयासों का ही परिणाम है कि उनके परिवार को जगबीर सिंह के अंतिम दर्शन का सौभाग्य मिला है और परिवार की आर्थिक सहायता के लिए पेंशन की सुविधा प्रदान की गई है।



Disclaimer:* The following news is sourced directly from our news feed, and we do not exert control over its content. We cannot be held responsible for the accuracy or validity of any information presented in this news article.

Source link

Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *