Who Is Carter Dallas; Scotland 2 Year Old Boy Mount Everest Base Camp Record | माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पहुंचने वाला यंगेस्ट पर्सन बना कार्टर: उम्र- 2 साल, ज्यादातर सफर पेरेंट्स की पीठ पर बैठकर तय किया


39 मिनट पहले

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पिता रॉस ने कार्टर को पीठ पर बांधकर ट्रैकिंग पूरी की। - Dainik Bhaskar

पिता रॉस ने कार्टर को पीठ पर बांधकर ट्रैकिंग पूरी की।

स्कॉटलैंड में रहने वाला 2 साल का कार्टर डलास माउंट एवरेस्‍ट के बेस कैंप तक पहुंचने वाला सबसे कम उम्र का बच्‍चा बन गया। मिरर यूके की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले यह रिकॉर्ड चेक रिपब्लिक के एक चार साल के बच्चे के नाम था।

कार्टर ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंचने का सफर मां जेड और पिता रॉस की पीठ पर बैठकर पूरा किया।

रॉस,जेड और कार्टर ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पहुंचने के बाद वहां स्कॉटलैंड का झंडा फहराया।

रॉस,जेड और कार्टर ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पहुंचने के बाद वहां स्कॉटलैंड का झंडा फहराया।

एशिया यात्रा के लिए घर किराए पर दिया
स्कॉटलैंड के रहने वाले रॉस और जेड अपने बेटे के साथ एक साल के लिए एश‍िया की यात्रा पर निकले हुए हैं। इसके लिए उन्होंने अपने घर को किराए पर दे दिया है। तीनों ने 25 अक्टूबर को नेपाल में समुद्र तल से 17,598 फीट की ऊंचाई पर स्थित दक्षिणी स्थल पर चढ़ाई की और बेस कैंप तक पहुंच गए।

कार्टर और उसके माता-पिता के साथ उनका एक ट्रेनर भी था।

कार्टर और उसके माता-पिता के साथ उनका एक ट्रेनर भी था।

कार्टर हमसे भी ज्‍यादा एक्साइटिड था
तीनों ने चढ़ाई अक्टूबर 2023 में थी। अब इसके बारे में बात करते हुए रॉस ने कहा- कार्टर हमसे ज्‍यादा एक्साइटिड लग रहा था। मुझे और जेड को ऊंचाई पर सांस लेने में थोड़ी तकलीफ हुई लेकिन कार्टर बिल्कुल ठीक था। बेस कैंप से पहले गांवों में दो डॉक्‍टर तैनात थे। उन्होंने हमारा ब्‍लड टेस्‍ट किया। हमारे मुकाबले कार्टर ज्‍यादा हेल्दी था।

ट्रेकिंग के दौरान ली गई यह तस्वीर रॉस, जेड और कार्टर की है। रॉस ने कहा- चढ़ाई के दौरान कार्टर की सेहत हमसे बेहतर थी।

ट्रेकिंग के दौरान ली गई यह तस्वीर रॉस, जेड और कार्टर की है। रॉस ने कहा- चढ़ाई के दौरान कार्टर की सेहत हमसे बेहतर थी।

नेपाल पहुंचने के 24 घंटे में ही चढ़ाई शुरू की थी
रॉस ने कहा- हमने ट्रैक‍िंग के लिए फूड जैकेट और दो स्लीपिंग बैग खरीदे थे। काठमांडू पहुंचने के 24 घंटों के अंदर ही हमने चढ़ाई शुरू कर दी थी। हम पहले से ही तैयार थे। नियमित रूप से लंबी सांस लेने की तकनीक का अभ्‍यास कर रहे थे। हम घर पर बर्फ के पानी से नहाते थे। कार्टर को भी इसी पानी से नहलाते थे, जिससे बेस कैंप पर कोई दिक्‍कत न आए।

रॉस ने कहा- ट्रेकिंग के दौरान कार्टर दुनिया की व‍िभ‍िन्‍न संस्‍कृत‍ियों से रूबरू हुआ। वो नए लोगों से मिलकर काफी खुश नजर आया।

रॉस ने कहा- ट्रेकिंग के दौरान कार्टर दुनिया की व‍िभ‍िन्‍न संस्‍कृत‍ियों से रूबरू हुआ। वो नए लोगों से मिलकर काफी खुश नजर आया।

सबसे पहले भारत आया कपल
स्कॉटलैंड से निकलने के बाद रॉस, जेड और कार्टर सबसे पहले भारत आए। इसके बाद श्रीलंका और मालदीव गए। यहां से दोबारा भारत आए और फिर नेपाल के लिए रवाना हुए। चढ़ाई करने के बाद परिवार मलेशिया गया। यहां एक शादी अटेंड की कार्टर का जन्मदिन मनाने के लिए सिंगापुर चले गए।



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