लखनऊ1 दिन पहलेलेखक: रजनीश त्रिगुणायत
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”मी लॉर्ड! मैं बहुत बीमार हूं। मेरा सही से इलाज नहीं हो पा रहा है। मेरा सही तरह से इलाज हो सके…आदेश कर दीजिए।”
ये शब्द हैं उस माफिया के जिसने कभी किसी पर रहम नहीं किया।
लखनऊ1 दिन पहलेलेखक: रजनीश त्रिगुणायत
”मी लॉर्ड! मैं बहुत बीमार हूं। मेरा सही से इलाज नहीं हो पा रहा है। मेरा सही तरह से इलाज हो सके…आदेश कर दीजिए।”
ये शब्द हैं उस माफिया के जिसने कभी किसी पर रहम नहीं किया।