US Vs India; Khalistani Terrorist Hardeep Nijjar Murder Controversy | निज्जर हत्याकांड में गिरफ्तार हुए भारतीयों पर अमेरिका का बयान: कहा- मामले को गंभीरता से ले भारत, जांच कमेटी की फाइनल रिपोर्ट का इंतजार रहेगा


कुछ ही क्षण पहले

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अमेरिकी विदेश मंत्रालय  ने कहा है उन्हें निज्जर हत्याकांड में भारत की जांच कमेटी की फाइनल रिपोर्ट का इंतजार रहेगा। - Dainik Bhaskar

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है उन्हें निज्जर हत्याकांड में भारत की जांच कमेटी की फाइनल रिपोर्ट का इंतजार रहेगा।

अमेरिका के विदेश विभाग ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए भारतीयों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है भारत को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और इसकी जांच करनी चाहिए।

कनाडा पुलिस ने 3 मई को निज्जर की हत्या के आरोप में तीन भारतीयों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का मानना है कि भारत ने इन्हें निज्जर की हत्या करने का काम सौंपा था।

हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप में कनाडा पुलिस ने इन तीन भारतीयों को गिरफ्तार किया है।

हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप में कनाडा पुलिस ने इन तीन भारतीयों को गिरफ्तार किया है।

जांच कमेटी के परिणामों का इंतजार रहेगा

6 अप्रैल को अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कनाडा में निज्जर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर सवाल किया गया था।

इस पर जवाब देते हुए मिलर ने कहा, “मैं आपको कनाडा के अधिकारियों से वहां की जांच के बारे में जानकारी लेने के लिए कहूंगा। लेकिन हम इन चीजों को गंभीरता से लेते है। हमारा मानना है कि भारत को इसे बहुत गंभीरता से लेना चाहिए और इसकी जांच करनी चाहिए।”

मिलर ने आगे कहा कि जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है। हमें कमेटी की जांच के परिणामों का इंतजार रहेगा।

3 लोगों को कनाडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है

18 जून, 2023 की शाम को सरे शहर के एक गुरुद्वारे से निकलते समय निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने भारत सरकार पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था, जिसे भारत ने खारिज किया था।

अब कनाडा की पुलिस ने दावा किया है कि उसने निज्जर की हत्या के 3 आरोपियों को शुक्रवार (3 मई) को गिरफ्तार कर लिया है। कनाडाई न्यूज एजेंसी CBC की रिपोर्ट के मुताबिक, एडमंटन शहर से गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी भारतीय हैं। इन पर पुलिस कई महीनों से नजर रखे हुई थी।

पुलिस को यकीन है कि इन्हें भारत ने निज्जर को मारने का काम सौंपा था। वहीं भारत कह चुका हैं कि ये कनाडा का आंतरिक मामला है।

असुरक्षित महसूस कर रहे सिख- ट्रूडो
निज्जर हत्याकांड में 3 भारतीयों की गिरफ्तारी के बाद जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि हत्याकांड की जांच तीनों भारतीयों तक सीमित नहीं है। हमारा देश कानून का पालन करना वाला देश है। निज्जर की हत्या के बाद कनाडा में रहने वाले सिख समुदाय के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे थे। लेकिन यहां हर शख्स को भेदभाव और हिंसा से सुरक्षित रहने का मौलिक अधिकार मिला हुआ है।

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले साल संसद को संबोधित करते हुए भारत सरकार पर निज्जर की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था।

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले साल संसद को संबोधित करते हुए भारत सरकार पर निज्जर की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था।

कौन था हरदीप सिंह निज्जर, जिस पर पूरा बवाल मचा

  • पंजाब के जालंधर जिले में एक गांव है भार सिंह पूरा। 11 अक्टूबर 1977 को यहीं पर हरदीप सिंह निज्जर का जन्म हुआ। 1984 में निज्जर सिर्फ 7 साल का था, जब देश में दो बड़ी घटनाएं हुईं…
  • 1. ऑपरेशन ब्लू स्टार 2. इंदिरा गांधी की हत्या।
  • इन दोनों ही घटनाओं का असर पंजाब के हर गांव में हुआ। इस समय राज्य में खालिस्तान आंदोलन चरम पर था। 12 से 15 साल के लड़के खालिस्तान आंदोलन से जुड़ रहे थे। इसी उम्र में हरदीप सिंह निज्जर भी इससे जुड़ गया।
  • जल्द ही निज्जर की पहचान चरमपंथी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स, यानी KTF के एक एक्टिव मेंबर के रूप में होने लगी। धीरे-धीरे वह इस संगठन का मास्टरमाइंड बन गया था। 1995 में पंजाब पुलिस पूरे राज्य में खालिस्तानी उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही थी। इस समय निज्जर की भी गिरफ्तारी हुई।
  • जेल से निकलते ही वह कनाडा भागने की तैयारी में लग गया। कनाडा के अखबार टोरंटो सन की रिपोर्ट के मुताबिक 1997 में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के टारगेट पर आने के बाद निज्जर ने देश छोड़ा। 9 जून 1998 को इमिग्रेशन आवेदन में निज्जर ने अपने कनाडा पहुंचने के बारे में बताया है।
  • निज्जर ने आवेदन में बताया था कि भारत में गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान उसके साथ मारपीट हुई और उसे प्रताड़ित किया गया। इसके बाद मौका मिलते ही रवि शर्मा के नाम से एक फर्जी पासपोर्ट के सहारे वह कनाडा पहुंच गया। निज्जर के दोस्त और खालिस्तान के समर्थक गुरप्रीत सिंह पन्नू ने एक इंटरव्यू में बताया था कि शुरुआत में निज्जर के आवेदन को खारिज कर दिया गया।
  • इसके ठीक 11 दिन बाद निज्जर ने कनाडा की महिला से शादी कर ली। इसके बाद उसकी पत्नी ने निज्जर के वीजा के लिए आवेदन किया। इस आवेदन में पूछा गया था कि क्या वह किसी सशस्त्र संघर्ष या हिंसा से जुड़े रहने वाले राजनीतिक, धार्मिक या सामाजिक संगठनों का हिस्सा रहा है?
  • जवाब में उसकी पत्नी ने नहीं लिखा था। हालांकि, इस बार भी उसके आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया।
  • कनाडा की नागरिकता पाने के लिए निज्जर ने वहां की अदालतों का रुख किया, लेकिन 2001 में कोर्ट ने भी उनकी अपील को खारिज कर दिया। हालांकि, बाद में निज्जर को नागरिकता कैसे मिली, इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं है।



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