मॉस्को4 मिनट पहले
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रूस में यूक्रेन से कैप्चर किए गए अमेरिकी,पश्चिमी टैंकों और हथियारों का प्रदर्शन किया गया है।
रूस-यूक्रेन जंग के बीच मॉस्को में अमेरिकी और ब्रिटिश टैंकों की प्रदर्शनी लगाई गई है। ये टैंक पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को दिए थे। जंग के दौरान रूसी सेना ने इन्हें कैप्चर किया है। इन टैंकों के पास लाल बैनर लगाए गए हैं, जिसमें लिखा है ‘हमारी जीत तय है।
मॉस्को में टैंकों की ये प्रदर्शनी एक महीने तक चलेगी। इसमें अमेरिकी ब्रैडली टैंक, स्वीडिश CV90 और फ्रांसीसी AMX-10RC बख्तरबंद लड़ाकू वाहन शामिल है। रूस में बख्तरबंद वाहनों की परेड भी निकाली जाएगी।इसमें टैंकों के साथ उन्हें बनाने वाले देशों के झंडे भी शामिल होंगे।
तस्वीरों में देखिए मॉस्को की सड़कों पर टैंकों की प्रदर्शनी…
मॉस्को की रोड पर टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों को देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
फ्रांसीसी AMX-10RC बख्तरबंद लड़ाकू और अमेरिकी ब्रैडली टैंक यूक्रेन जंग के दौरान रूसी सैनिकों ने पकड़े थे ।
मॉस्को के पोकलोन्नया हिल पर एक स्वीडिश CV90, इसे भी यूक्रेन जंग के दौरान कैप्चर किया गया है ।
9 मई को विक्ट्री परेड में भी शामिल होंगे विदेशी टैंक
टैंकों की ये प्रदर्शनी 9 मई को मॉस्को के रेड स्क्वायर विजय दिवस परेड के साथ चलेगी। इसी दिन द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर रूस की जीत हुई थी। पुतिन ने पिछले साल क्रेमलिन के सामने 10 मिनट तक पश्चिमी देशों को धमकाते हुए जंग को ‘निर्णायक मोड़’ पर जाने की बात कहीं थी। क्रेमलिन रूसी राष्ट्रपति के आवासीय परिसर को कहा जाता है, जो मॉस्को में है।
यूक्रेन ने तब इसका जवाब देते हुए कहा था कि द्वितीय विश्व युद्ध में रूस की तुलना में उसे ज्यादा नुकसान हुआ था। साथ ही कहा था कि रूस के राष्ट्रपति द्वितीय विश्व युद्ध का क्रेडिट लेना बंद करें। ब्रिटिश मीडिया संस्थान इंडिपेंडेंट के मुताबिक, जंग में अब तक रूस के 3 हजार से ज्यादा टैंक तबाह हो चुके हैं।
मॉस्को में सड़क पर खड़े किए गए विदेशी टैंको की सुरक्षा के लिए सेना को तैनात किया गया है।
रूस-यूक्रेन के बीच 2 साल से ज्यादा समय से जंग जारी
24 फरवरी 2024 को दो साल पूरे रूस-यूक्रेन जंग को हो गए थे। 2 साल पहले इसी दिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमला किया था। पुतिन ने उस समय इसे मिलिट्री ऑपरेशन बताया था। इस हमले में अब तक 40 लाख से ज्यादा यूक्रेनी नागरिकों को देश छोड़ना पड़ा है। ये लोग अब अन्य देशों में रिफ्यूजी की तरह रह रहे हैं।
65 लाख से ज्यादा यूक्रेनी देश में ही बेघर हो गए हैं। यूक्रेन के 10 हजार आम नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 18,500 लोग घायल हुए हैं। यूक्रेन का दावा है कि रूस 3.92 लाख सैनिक गंवा चुका है। इस बीच अमेरिका ने रूस की 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए था। इधर, रूस ने भी यूरोपियन यूनियन (EU) की कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए थे।
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