माले6 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
मोहम्मद मुइज्जू ने अपने चुनाव कैंपेन में इंडिया आउट का नारा दिया था। वो नवंबर 2023 में देश के राष्ट्रपति बने थे। (फाइल)
भारत ने मालदीव में मौजूद अपने सैनिकों को निकालना शुरू कर दिया है। मालदीव के मीडिया मिहारू अखबार के मुताबिक, अद्दु आइलैंड पर मौजूद भारत के 25 सैनिक अब तक देश छोड़कर जा चुके हैं। मिहारू ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि मालदीव की नेशनल डिफेंस फोर्स (MNDF) ने उन्हें इसकी जानकारी दी है।
हालांकि, भारत या मालदीव की तरफ से अब तक आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है। इससे पहले 29 मई को मालदीव में भारतीय सैनिकों को रिप्लेन करने के लिए 26 टेक्निकल कर्मियों का पहला बैच मालदीव पहुंच गया था।
तस्वीर मालदीव में मौजूद भारतीय हेलिकॉप्टर की है। इन्हें ऑपरेट करने के लिए मालदीव में फिलहाल 88 भारतीय सैनिक मौजूद हैं।
मालदीव में भारतीय हेलिकॉप्टर पर मुइज्जू की सेना का कंट्रोल होगा
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने इसकी जानकारी दी थी। भारत और मालदीव के बीच हुए समझौते के तहत भारतीय सैनिक 10 मई तक देश लौट आएंगे। MNDF ने कुछ दिन पहले घोषणा की थी कि मालदीव में मौजूद भारत के हेलिकॉप्टर का कंट्रोल मालदीव की सेना के पास होगा।
हेलिकॉप्टर को ऑपरेट करने वाला क्रू भी मालदीव के रक्षा मंत्रालय के नेतृत्व में काम करेगा। वहीं राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा था कि 10 मई के बाद मालदीव में कोई भी भारतीय सैनिक नहीं रहेगा।
राष्ट्रपति के मुताबिक, कुछ लोग देश में अफवाह फैला रहे हैं कि भारतीय सैनिक देश छोड़ नहीं रहे हैं, वो टेक्निकल स्टाफ के बहाने केवल यूनिफॉर्म बदलकर सादे कपड़ों में देश लौट रहे हैं। मुइज्जू ने इन अफवाहों का खंडन करते हुए कहा- भारतीय सैनिक यूनिफॉर्म या सादे कपड़ों में भी देश में नहीं रहेंगे। मैं यह पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं।
मालदीव में क्या कर रहे भारतीय सैनिक
मालदीव में करीब 88 भारतीय सैनिक हैं। ये दो हेलिकॉप्टर और एक एयरक्राफ्ट का ऑपरेशन संभालते हैं। आमतौर पर इनका इस्तेमाल रेस्क्यू या सरकारी कामों में किया जाता है। मालदीव में इंडियन हेलिकॉप्टर और एयरक्राफ्ट मानवीय सहायता और मेडिकल इमरजेंसी में वहां के लोगों की मदद करते रहें। इन ऑपरेशन को संभालने के लिए ही टेक्निकल स्टाफ भेजा गया है।
भारत ने मालदीव को 2010 और 2013 में दो हेलिकॉप्टर और 2020 में एक छोटा विमान तोहफे के तौर पर दिया था। इस पर मालदीव में काफी हंगामा हुआ। मुइज्जू के नेतृत्व में विपक्ष ने तत्कालीन राष्ट्रपति सोलिह पर ‘इंडिया फर्स्ट’ नीति अपनाने का आरोप लगाया था।
मुइज्जू ने कहा था- भारतीय सैनिकों को निकालना मालदीव के लोगों की इच्छा
जनवरी की शुरुआत में टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू राष्ट्रपति मुइज्जू से भारत की सैन्य मौजूदगी के मुद्दे पर सवाल पूछा गया था। इस पर मुइज्जू ने जवाब दिया था- इस साल के राष्ट्रपति चुनावों में मालदीव के लोगों ने यह साफ कर दिया था कि वो देश में विदेशी सैनिकों की मौजूदगी नहीं चाहते हैं।
फिलहाल, भारत ही ऐसा देश है, जिसके सैनिक यहां मौजूद हैं। मालदीव के नागरिकों की इच्छा को देखते हुए ही मैंने भारत से अपने सैनिकों को हटाने के लिए कहा है। मुझे पूरा भरोसा है कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत मालदीव के लोगों की इच्छा का सम्मान करेगा। मेरा मानना है कि हमारे द्विपक्षीय रिश्ते इतने मजबूत हैं कि दोनों देश बातचीत के जरिए इस मसले का हल निकाल सकें।
Disclaimer:* The following news is sourced directly from our news feed, and we do not exert control over its content. We cannot be held responsible for the accuracy or validity of any information presented in this news article.
Source link