Moody’s raises India’s 2024 GDP forecast to 6.8% from 6.1%, Fastest growing among G20 economies | मूडीज ने भारत की GDP-ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 6.8% किया: एजेंसी ने कहा- G-20 इकोनॉमीज में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था


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नई दिल्ली42 मिनट पहले

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वित्त वर्ष 2023-2024 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ बढ़कर 8.4% पर पहुंच गई है। - Dainik Bhaskar

वित्त वर्ष 2023-2024 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ बढ़कर 8.4% पर पहुंच गई है।

ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने मजबूत इकोनॉमिक डेटा के आधार पर 2024 कैलेंडर ईयर के लिए भारत की ग्रॉस डोमेस्टिक यानी GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर अब 6.8% कर दिया है। मूडीज ने पहले यह अनुमान 6.1% बताया था। मूडीज का यह अनुमान तब आया है, जब भारत ने दिसंबर तिमाही में अपनी GDP ग्रोथ रेट 8.4% दर्ज की है।

2025 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4%
भारत के लिए मूडीज का यह अपग्रेड 2023 के उम्मीद से ज्यादा मजबूत इकोनॉमिक डेटा के आधार पर आया है। वहीं दिसंबर तिमाही के आंकड़े आने के बाद बार्कलेज ने 2023-24 के लिए भारत के अपने पूर्वानुमान को 110 बेसिस पॉइंट्स बढ़ाकर 7.8% कर दिया है। मूडीज ने 2025 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4% बताया है।

G-20 इकोनॉमीज में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
मूडीज ने 2024 के लिए अपने ग्लोबल मैक्रो इकोनॉमिक आउटलुक में कहा, ‘भारत की इकोनॉमी ने अच्छा प्रदर्शन किया है और 2023 में उम्मीद से ज्यादा मजबूत डेटा के कारण हमें अपना 2024 का ग्रोथ एस्टीमेट 6.1% से बढ़ाकर 6.8% करना पड़ा है। G-20 इकोनॉमीज में भारत के सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बने रहने की संभावना है।’

मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने कहा कि सरकार के कैपिटल एक्सपेंडिचर और मजबूत मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी ने 2023 में मजबूत ग्रोथ आउटकम्स को सपोर्ट किया है। ग्लोबल इकोनॉमीज के फीके पड़ने के साथ ही भारतीय इकोनॉमी को आराम से 6-7% रियल GDP ग्रोथ दर्ज करनी चाहिए।

दिसंबर तिमाही की मजबूत गति 2024 की मार्च तिमाही में भी जारी रही
एजेंसी ने कहा कि दिसंबर तिमाही की मजबूत गति 2024 की मार्च तिमाही में भी जारी रही। इसमें मजबूत जीएसटी कलेक्शन, ऑटो सेल्स, कंज्यूमर ऑप्टिमिज्म, डबल डिजिट क्रेडिट ग्रोथ, अर्बन कंजम्पशन, मैन्युफैक्चरिंग एंड सर्विसेज PMIs को आर्थिक गति के चालकों के रूप में बताया गया है।

भारत की GDP अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 8.4% रही
नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) ने गुरुवार को आंकड़े जारी कर बताया था कि वित्त वर्ष 2023-2024 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में GDP ग्रोथ बढ़कर 8.4% पर पहुंच गई है। मैन्युफैक्चरिंग और माइनिंग सेक्टर के बेहतर परफॉर्मेंस से GDP बढ़ी है। पिछली तिमाही में GDP 7.6% रही थी।

उम्मीद से ज्यादा ग्रोथ की वजह मजबूत शहरी खपत, मैन्युफैक्चरिंग और उच्च सरकारी खर्च था। वहीं एक साल पहले यानी 2022-23 की तीसरी तिमाही में GDP महज 4.5% बढ़ी थी। GDP ग्रोथ RBI के अनुमान से बेहतर है। RBI ने तीसरी तिमाही में GDP ग्रोथ 6.5% रहने का अनुमान जताया था।

पिछले दिनों S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने GDP अनुमान जारी किया था। S&P ने वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत के ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) ग्रोथ अनुमान को बढ़ाकर 6.4% कर दिया है। पहले यह 6% था। मजबूत डोमेस्टिक मोमेंटम को इसका कारण बताया गया है।

GDP क्या है?
GDP इकोनॉमी की हेल्थ को ट्रैक करने के लिए उपयोग किए जाने वाले सबसे कॉमन इंडिकेटर्स में से एक है। GDP देश के भीतर एक स्पेसिफिक टाइम पीरियड में प्रोड्यूस सभी गुड्स और सर्विस की वैल्यू को रिप्रजेंट करती है। इसमें देश की सीमा के अंदर रहकर जो विदेशी कंपनियां प्रोडक्शन करती हैं उन्हें भी शामिल किया जाता है।

दो तरह की होती है GDP
GDP दो तरह की होती है। रियल GDP और नॉमिनल GDP। रियल GDP में गुड्स और सर्विस की वैल्यू का कैलकुलेशन बेस ईयर की वैल्यू या स्टेबल प्राइस पर किया जाता है। फिलहाल GDP को कैलकुलेट करने के लिए बेस ईयर 2011-12 है। वहीं नॉमिनल GDP का कैलकुलेशन करंट प्राइस पर किया जाता है।

कैसे कैलकुलेट की जाती है GDP?
GDP को कैलकुलेट करने के लिए एक फॉर्मूले का इस्तेमाल किया जाता है। GDP=C+G+I+NX, यहां C का मतलब है प्राइवेट कंजम्प्शन, G का मतलब गवर्नमेंट स्पेंडिंग, I का मतलब इन्वेस्टमेंट और NX का मतलब नेट एक्सपोर्ट है।

GVA क्या है?
साधारण शब्दों में कहा जाए तो GVA से किसी अर्थव्यवस्था में होने वाले कुल आउटपुट और इनकम का पता चलता है। यह बताता है कि एक तय अवधि में इनपुट कॉस्ट और कच्चे माल का दाम निकालने के बाद कितने रुपए की वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन हुआ। इससे यह भी पता चलता है कि किस खास क्षेत्र, उद्योग या सेक्टर में कितना उत्पादन हुआ है।

नेशनल अकाउंटिंग के नजरिए से देखें तो मैक्रो लेवल पर GDP में सब्सिडी और टैक्स निकालने के बाद जो आंकड़ा मिलता है, वह GVA होता है। अगर आप प्रोडक्शन के मोर्चे पर देखेंगे तो इसको नेशनल अकाउंट्स को बैलेंस करने वाला आइटम पाएंगे।



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