12 घंटे पहले
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आज शाहिद कपूर अपना 43वां जन्मदिन मना रहे हैं। ऐसे में शाहिद ने एक खुलासा किया कि उन्हें राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म ‘रंग दे बसंती’ ऑफर हुई थी। लेकिन शाहिद वो फिल्म नहीं कर पाए थे। ऑफर मना करने पर एक्टर को काफी अफसोस भी हुआ था।
शाहिद कपूर को ऑफर हुई थी ‘रंग दे बसंती’
शाहिद कपूर बॉलीवुड के सफल एक्टर्स में से एक हैं। शाहिद ने बतौर बैकग्राउंड डांसर अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन आज वे एक बड़े मुकाम पर पहुंच चुके हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा- मुझे ‘रंग दे बसंती’ फिल्म न करने का बहुत अफसोस है। डायरेक्टर चाहते थे कि मैं फिल्म में सिद्धार्थ की भूमिका निभाऊं। मैं स्क्रिप्ट पढ़ते समय रोया था और मुझे स्क्रिप्ट काफी पसंद भी आई थी। लेकिन दुर्भाग्य से मैं इसके लिए समय नहीं निकाल सका। क्योंकि मैं उस दौरान दूसरे 2-3 प्रोजेक्ट्स में व्यस्त था। हालांकि बाद में जब मैंने ‘रंग दे बसंती’ देखी, तो मुझे फिल्म काफी अच्छी लगी।
शाहिद कपूर जल्द ही पूजा हेगड़े के साथ दिखेंगे
शाहिद कपूर हाल ही में फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में नजर आए थे। इस फिल्म में उनके साथ कृति सेनन थीं। फिल्म की राइटिंग और डायरेक्शन अमित जोशी और आराधना शाह की जोड़ी ने मिलकर की। रोबोट-साइंटिस्ट के बीच प्यार पर आधारित इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा रिस्पॉन्स देखने को मिला।
पिछले साल, शाहिद ने राज और डीके की क्राइम थ्रिलर सीरीज ‘फर्जी’ के साथ डिजिटल स्पेस में कदम रखा, जो सबसे सफल वेब सीरीज में से एक बन गई थी। एक्टर जल्द ही पूजा हेगड़े के साथ ‘देवा’ फिल्म में नजर आएंगे।
बचपन से ही कबीर सिंह की तरह अग्रेसिव थे शाहिद कपूर
शाहिद कपूर की मां नीलिमा अजीम एक बेहतरीन डांसर थीं। काम के सिलसिले में उन्हें जब भी शहर या देश से बाहर जाना होता था तो वो शाहिद को भी अपने साथ ले जाती थीं। वो जब भी स्टेज पर परफॉर्म करती थीं, तो शाहिद उन्हें दूर से देखकर तालियां बजाते थे। एक बार नीलिमा, 6 साल के शाहिद को अपने साथ बेल्जियम ले गई थीं। डांस परफॉर्मेंस खत्म होते ही एक फ्रेंच आदमी नीलिमा के पास आया और उनसे कॉफी कुछ पूछने लगा।
जैसे ही शाहिद ने यह देखा तो वो तुरंत उनके पास पहुंच गए। उन्होंने उस आदमी से गुस्से में कहा, ‘इनसे (नीलिमा) से बात करने से पहले आपको मुझसे डील करना पड़ेगा।’ नन्हें से शाहिद का गुस्सा देखकर नीलिमा हंस पड़ी थीं। मां को प्रोटेक्ट करने के लिए शाहिद हमेशा उनके साथ-साथ घूमा करते थे।
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