रामाल्लाह/वॉशिंगटन7 घंटे पहले
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याह्या सिनवार 7 अक्टूबर के हमलों के जरिए दुनिया में खुद को फिलिस्तीनियों का इकलौता नेता साबित करना चाहता था। (फाइल)
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल में घुसकर 1200 लोगों को मार डाला और 234 को बंधक बना लिया। इसके कुछ घंटे बाद इजराइल सेना ने गाजा पर हमला बोल दिया। जंग जारी है। इजराइल पर हमलों का मास्टरमाइंड हमास के नेता याह्या सिनवार को माना जाता है।
सिनवार के सबसे करीबी दोस्त इस्मत मंसूर ने अमेरिकी टीवी चैनल ‘स्काय न्यूज’ को एक इंटरव्यू दिया है। मंसूर के मुताबिक- सिनवार ने ये कभी नहीं सोचा था कि इजराइल 7 अक्टूबर के हमलों का इतना खौफनाक जवाब देगा। वो तो खुद को फिलिस्तीन की आजादी का सबसे बड़ा नेता साबित करना चाहता था।
स्काय न्यूज को इंटरव्यू के दौरान याह्या सिनवार का दोस्त इस्मत मंसूर।
हमलों के तीन मकसद थे
- मंसूर और सिनवार न सिर्फ हमास के नेता हैं, बल्कि बहुत करीबी दोस्त हैं। 2011 में इन दोनों को इजराइल ने अपने एक सैनिक गिलाद शालित के बदले रिहा किया था। उस वक्त इजराइल ने एक सैनिक के बदले एक हजार फिलिस्तीनियों को रिहा किया था। दोनों करीब 20 साल इजराइली कैद में रहे थे।
- 7 अक्टूबर का मास्टरमाइंड सिनवार इस वक्त भागता फिर रहा है। दूसरी और मंसूर रामल्लाह में किसी ठिकाने पर छिपा हुआ है और वहीं से उसने स्काय न्यूज को यह इंटरव्यू दिया है।
- मंसूर ने कहा- 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर जो हमला किया था, वो पूरी प्लानिंग के साथ किया गया था। इसके तीन मकसद थे। पहला- इजराइल के कब्जे से कुछ जमीन वापस हासिल करना। दूसरा- सिनवार के कुछ दोस्तों को इजराइली कैद से छुड़ाना। तीसरा और आखिरी- फिलिस्तीनी लोग और दुनिया सिनवार को ही फिलिस्तीन का अकेला नेता मानें। हमलों की साजिश पूरी तरह सिनवार ने ही रची थी। मंसूर कहता है- तीनों ही मकसद पूरे नहीं हुए। इतना ही नहीं कुछ गलतफहमियां दूर हो गईं।
तस्वीर इजराइल के किबुत्ज बेरी शहर के एक नर्सरी स्कूल की है। यहां 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद जमीन पर खून नजर आ रहा था।
इजराइल के इरादे बेहद खतरनाक और बेलगाम
- एक सवाल के जवाब में मंसूर ने कहा- सिनवार ने यह सपने में भी नहीं सोचा था कि इजराइली जवाब इतना खतरनाक या खौफनाक होगा और इजराइली फौज-सरकार इतनी बेलगाम हो जाएगी कि उसको कोई रोक नहीं सकेगा। नतीजे बेहद खतरनाक साबित हो रहे हैं। हमलों का जो प्लान था, उसके नतीजे हमास के मनमुताबिक नहीं हुए।
- मंसूर कहता है- इजराइली जवाब जिस तरह से सामने आ रहा है, वो बताता है कि उस हमले के नतीजे क्या मिल रहे हैं। सिनवार को उम्मीद नहीं थी कि इजराइल इस तरह के हालात पैदा कर देगा और दुनिया के किसी नियम को नहीं मानेगा और न ही किसी दबाव के आगे घुटने टेकेगा। मैं मानता हूं कि अगर सिनवार को इस तरह के जवाब की उम्मीद होती तो वो 7 अक्टूबर का हमला कभी नहीं करता।
- मंसूर ने यह भी माना कि सिनवार इजिप्ट की मदद से गाजा को आजाद कराना चाहता था और खुद को फिलिस्तीन का सबसे बड़ा नेता साबित करना चाहता था। हालांकि, वो इसमें कामयाब नहीं रहा और इसके बाद उसने इन हमलों को अंजाम दिया।
गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक- इजराइली मिलिट्री ऑपरेशन में अब तक 28 हजार 576 लोग मारे जा चुके हैं। घायलों की तादाद तो बताना भी मुश्किल है। (फाइल)
गाजा में कुछ नहीं बचा
- 7 अक्टूबर के बाद इजराइल ने गाजा में मिलिट्री ऑपरेशन शुरू किया। गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक- इजराइली मिलिट्री ऑपरेशन में अब तक 28 हजार 576 लोग मारे जा चुके हैं। घायलों की तादाद तो बताना भी मुश्किल है। इजराइली सेना के मुताबिक- हमास के कम से कम 9 हजार आतंकी अब तक मारे जा चुके हैं।
- हमास का दावा है कि गाजा की 23 लाख की आबादी में से 80% लोग बेघर हो चुके हैं। उत्तरी गाजा में तो शायद ही कोई मकान बचा हो, लोग दक्षिणी गाजा की तरफ रुख कर रहे हैं और इजराइल यहां भी जबरदस्त हमले कर रहा है।
- मंसूर ने माना कि सिनवार इस वक्त भी गाजा में है। इजराइल उसके वीडियो जारी करके फिलिस्तीनियों के सामने यह साबित करना चाहता है कि उनका नेता भागा-भागा फिर रहा है। मंसूर ने कहा- इजराइल उसे भगोड़ा और डरपोक साबित करना चाहता है ताकि फिलिस्तीनी उसे विलेन मानने लगें। हालांकि, वो इसमें कामयाब नहीं होंगे।
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