जेरूसलम5 मिनट पहले
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इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के प्रवक्ता ने बताया कि लेबनान में पेजर अटैक की मंजूरी नेतन्याहू ने दी थी। (फाइल)
लेबनान में 17 सितंबर को हिजबुल्लाह मेंबर्स के पेजर (कम्युनिकेशन डिवाइस) में हुए सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी इजराइल ने 54 दिन बाद ली है। इजराइली प्रधानमंत्री ने माना है कि उन्होंने ही इस हमले की मंजूरी दी थी।
नेतन्याहू के प्रवक्ता ओमर दोस्तरी ने न्यूज एजेंसी एएफपी से कहा- पीएम नेतन्याहू ने रविवार को पुष्टि की है कि उन्होंने ही लेबनान में पेजर अटैक की हरी झंडी दी थी। हालांकि ओमर ने विस्तार से इस अटैक की जानकारी नहीं दी।
पेजर धमाकों में हिजबुल्लाह से जुड़े करीब 40 लोग मारे गए थे। तीन हजार से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे। हिजबुल्लाह ने पहले ही कहा था कि वह इस हमले के लिए ‘दुश्मन’ इजराइल को जिम्मेदार मानता है।
लेबनान में 17 सितंबर को कई जगहों पर एक साथ लोगों के पेजर में विस्फोट हुआ।
पैंट की जेब में रखे पेजर में ब्लास्ट होने से एक व्यक्ति सड़क पर घायल होकर गिर गया। जिसे बाद में अस्पताल पहुंचाया गया।
मोबाइल फोन से पहले पेजर का इस्तेमाल चलन में था। बाद में धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल कम होता गया। हालांकि लेबनान में अभी भी इसे इस्तेमाल में लाया जा रहा है।
पेजर एक वायरलेस डिवाइस होता है जिसका इस्तेमाल संदेश भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर छोटे स्क्रीन और लिमिटेड कीपैड के साथ आता है। इसकी मदद से संदेश या अलर्ट्स को जल्दी प्राप्त किया जा सकता है।
ब्लास्ट में ईरानी राजदूत भी घायल लेबनान की वेबसाइट नहरनेट के मुताबिक ईरान के राजदूत मुज्तबा अमानी भी पेजर ब्लास्ट में घायल हुए थे। हालांकि उन्हें गंभीर चोट नहीं आई थी। अरब मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीरियल ब्लास्ट में हजार से ज्यादा हिजबुल्लाह मेंबर्स को भी निशाना बनाया गया था।
हिजबुल्लाह ने सदस्यों को दिए थे पेजर्स रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन पेजर्स में विस्फोट हुआ, उन्हें हाल ही में हिजबुल्लाह ने अपने सदस्यों को इस्तेमाल करने को दिया था। गाजा जंग शुरू होने के बाद हिजबुल्लाह ने अपने सदस्यों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने को मना किया था। इजराइल के किसी संभावित हमले से बचने के लिए यह सलाह दी गई थी।
जुलाई में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह ने लोगों से मोबाइल डिवाइस और सीसीटीवी का इस्तेमाल बंद करने को कहा था, क्योंकि उन्हें डर था कि इजराइली एजेंसी इन्हें हैक कर सकती है।
क्या है हिजबुल्लाह हिजबुल्लाह शब्द का अर्थ पार्टी ऑफ गॉड है। यह संगठन खुद को शिया इस्लामिक पॉलिटिकिल, मिलिट्री और सोशल आर्गनाइजेशन बताता है। हिजबुल्लाह लेबनान का ताकतवर ग्रुप है। अमेरिका और कई देशों ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है।
1980 की शुरुआत में लेबनान पर इजराइल के कब्जे के दौरान इसे ईरान की मदद से बनाया गया था। 1960-70 के दशक में लेबनान में इस्लाम की वापसी के दौरान इसने धीरे-धीरे जड़ें जमानी शुरू कर दी थीं।
ऐसे तो हमास सुन्नी फिलिस्तीनी संगठन है, जबकि ईरान के सपोर्ट वाला हिजबुल्लाह शिया लेबनानी पार्टी है, लेकिन इजराइल के मुद्दे पर दोनों संगठन एकजुट रहते हैं। 2020 और 2023 के बीच, दोनों गुटों ने इजराइल के साथ UAE और बहरीन के बीच समझौते का विरोध किया था।
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लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह ने बुधवार को इजराइल को चेतावनी दी है। नसरहल्लाह ने कहा कि अगर इजराइल के साथ जंग हुई तो वहां एक भी जगह सुरक्षित नहीं बचेगी। इसके अलावा नसरल्लाह ने साइप्रस को भी हमले की धमकी दी है।
नसरल्लाह ने कहा कि अगर इजराइल ने हमला किया तो हम जमीन, हवा और पानी हर तरफ से उन पर अटैक करेंगे। इससे भूमध्य सागर भी खतरे में पड़ सकता है। हिजबुल्लाह बिना किसी नियम और सीमा के लड़ने को तैयार है। हमारे दुश्मन जानते हैं कि उनकी कोई भी जगह हमारे रॉकेट से बच नहीं पाएगी। ये खबर भी पढ़ें…
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