19 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई इजराइल-हमास जंग अब भी जारी है।
गाजा में युद्धविराम को लेकर सोमवार को यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) में प्रस्ताव पारित हो गया है। UNSC की मीटिंग में 15 में से 14 सदस्यों ने पक्ष में मतदान किया, जबकि अमेरिका ने वोटिंग ने से दूरी बनाई।
प्रस्ताव में रमजान के चल रहे इस्लामी पवित्र महीने के लिए तत्काल युद्धविराम की मांग की गई। साथ ही बिना शर्त के सभी बंधकों की तत्काल रिहाई का आह्वान किया गया।
बेंजामिन नेतन्याहू रद्द की इजरायली प्रतिनिधि मंडल की यात्रा
UNSC की वोटिंग में अमेरिका की अनुपस्थिति से इजराइल नाराज हो गया। अमेरिका के वीटो नहीं करने पर इजरायल ने एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल की वाशिंगटन यात्रा रद्द कर दी। दरअसल, UNSC के प्रस्ताव में हमास की ओर से बंधक बनाए गए इजराइली नागरिकों की रिहाई की शर्त शामिल नहीं की गई। ऐसे में इजराइल ने अमेरिका पर सिद्धांतों से पीछे हटने का आरोप लगाया।
वहीं, UN सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि UNSC ने गाजा में एक लंबे समय से पड़े प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसमें तत्काल युद्धविराम और सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग की गई थी। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव को जल्द लागू किया जाना चाहिए।
वीटो क्या है…
UNSC में पांच स्थायी मेंबर हैं। इनमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन शामिल हैं। इन्हें ही वीटो पावर मिला हुआ है। यह काफी अहम होता है। सुरक्षा परिषद बिना इन पांचों देशों की रजामंदी के कोई भी प्रस्ताव पारित या लागू नहीं कर सकती है। 5 में से कोई एक सदस्य भी इसका वीटो करता है तो यह प्रस्ताव खारिज हो जाता है।
234 लोगों को बंधक बनाकर ले गए थे हमास आतंकी
7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमलों में हमास आतंकी करीब 234 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। 24 नवंबर से 30 नवंबर तक सीजफायर हुआ था। हमास और इजराइली सेना ने 7 दिनों के लिए हमले रोके थे। तब 107 बंधकों को रिहा किया गया था।
बंधकों की रिहाई को लेकर इजराइल में प्रदर्शन हो रहे हैं।
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमला किया था। इसे ‘अल-अक्सा फ्लड’ ऑपरेशन नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया।
हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।
Disclaimer:* The following news is sourced directly from our news feed, and we do not exert control over its content. We cannot be held responsible for the accuracy or validity of any information presented in this news article.
Source link