4 मिनट पहले
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तस्वीर FCB सिक्योरिटी सर्विस के लिए काम करने वाले वेदिम क्रासिकोव की है। उसे जर्मनी में हत्या के मामले में दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच के बदले अपनी सिक्योरिटी सर्विस FSB के लिए काम करने वाले वादिम क्रासिकोव को छुड़ाने की तैयारी में हैं। क्रासिकोव इस वक्त जर्मनी की जेल में कैद है। उसे 2019 में निर्वाचित चेचेन कमांडर जेलिमखान की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रासिकोव बर्लिन के एक पार्क में साइकिल पर नकाब पहनकर आया था और चेचेन कमांडर की हत्या की थी। इसके बाद उसने अपनी पिस्टल और विग को पास की एक नदी में फेंक दिया था। पुलिस ने उसे जिस बिल्डिंग से गिरफ्तार किया था, वहां जर्मनी की संसद स्थित है।
रिपोर्ट के मुताबिक, क्रासिकोव साल 2013 में मॉस्को में एक रेस्त्ररां के मालिक की हत्या के मामले में भी वॉन्टेड था। यहां भी वो साइकिल से ही आया था और रेस्त्ररां के मालिक पर 2 बार गोली चलाकर वहां से फरार हो गया था। हालांकि, 2 साल बाद उसके खिलाफ जारी अरेस्ट वारंट को वापस ले लिया गया था। वारंट रद्द होने के बाद क्रासिकोव की पहचान मिटा दी गई।
तस्वीर अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार इवान गेर्शकोविच की है। रूस ने जासूसी के आरोप में गेर्शकोविच को पिछले साल मार्च में गिरफ्तार किया था।
पहचान बदलकर जर्मनी पहुंचा क्रासिकोव
कुछ समय बाद वादिम सोकोलोव नाम का शख्स सामने आया। साल 2015 में उसे पासपोर्ट और फिर 2019 में टैक्स आइडंटिफिकेशन नंबर जारी हो गया। खास बात यह है कि इस दस्तावेज को रूस की सरकार ही देती है। चेचेन कमांडर की हत्या के बाद आरोपी के पास से मिले ID कार्ड पर वादिम सोकोलोव नाम ही लिखा था।
हाल ही में अमेरिकी टॉक शो के होस्ट टकर कार्लसन को दिए इंटरव्यू में पुतिन ने कहा था, “हम जल्द से जल्द अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच के बदले देशभक्त क्रासिकोव को छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। उसने यूरोपीय देश में एक दुश्मन का सफाया किया था।”
चेचेन कमांडर जेलिमखान (दाएं) अपने साथी के साथ।
पुतिन से कैसे हुई मुलाकात
वादिम क्रासिकोव FSB के ‘विमपेल’ यूनिट का हिस्सा था। आधिकारिक तौर इस यूनिट का काम रूस में आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन चलाना है। हालांकि, रूस के सिक्योरिटी एक्सपर्ट मार्क गेलोटी ने BBC को बताया कि यह यूनिट असल में विदेश में दुश्मनों की हत्या करवाने का काम करती है।
द इंसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रासिकोव की पुतिन से मुलाकात एक टारगेट शूटिंग रेंज में हुई थी। उसके पास कई महंगी कारें थी, जिनसे वो काम पर जाता था। साल 2000 से 2004 के बीच जब चेचेन रूस के खिलाफ आजादी की जंग लड़ रहा था, तब जेलिखान चेचेन का वो कमांडर था, जिसने रूस के खिलाफ विद्रोह कर दिया था।
BBC की रिपोर्ट के मिताबिक, जंग के बाद रूस ने यूरोप और मिडिल ईस्ट में चेचेन के निर्वासित विद्रोहियों की हत्या का आदेश दिया था। हालांकि, बाद में रूस ने जर्मनी में हुए चेचेन कमांड की हत्या में देश का हाथ होने से इनकार कर दिया था। साथ ही क्रासिकोव के खिलाफ दर्ज मामलों को भी राजनीति से प्रेरित बताया गया था।
तस्वीर 2004 की है। पुतिन ने रूसी शहर नाजरान का दौरा किया था। इसके ठीक बाद चेचेन फाइटर्स ने इस शहर पर हमला कर दिया था।
अमेरिकी खिलाड़ी के बदले रूस ने ‘मौत के सौदागर’ को छुड़ाया
इससे पहले रूस ने अमेरिका की गिरफ्त से विक्टर बाउट नाम के शख्स को छुड़ाया था। BBC के मुताबिक, वह हथियारों का डीलर है जिसे ‘मौत के सौदागर’ के नाम से जाना जाता है। रूस ने विक्टर के बदले अमेरिका के बास्केटबॉल खिलाड़ी ब्रिटनी ग्रिनर को रिहा किया था। आजाद होने के बाद विक्टर बाउट ने रूस की राजनीति में कदम रखा और क्षेत्रीय चुनाव में जीत भी दर्ज की।
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