तहरान8 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
हमास के लीडर इस्माइल हानिए ने गुरुवार (28 मार्च) को ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई से मुलाकात की।
इजराइल के साथ जंग के बीच हमास के लीडर इस्माइल हानिए और फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद (PIJ) संगठन के सरगना जियाद-अल-नखाला ने ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई से मुलाकात की।
इस दौरान हानिए ने गाजा में चल रही जंग को विश्व युद्ध बताया। साथ ही उसने जंग में इजराइल का साथ देने के लिए अमेरिका की निंदा करते हुए कहा कि वो यहूदियों की तरफ से हो रहे अपराधों में उनका सबसे बड़ा साथी है। इस दौरान PIJ नेता ने जंग की तुलना 7वीं सदी में हुए कर्बला के युद्ध से की।
नखाला ने कहा, “इजराइल की साजिशों और कठिनाइयों के बावजूद गाजा के नागरिक इजराइली सैनिकों के सामने दृढ़ता से खड़े हैं। उन्होंने साथ मिलकर अमेरिका, यहूदियों और उनके समर्थकों की कई साजिशों को नाकाम किया है।” इसके साथ ही हमास और PIJ के नेताओं ने जंग में सहयोग के लिए ईरान के सुप्रीम लीडर को धन्यवाद भी कहा।
फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाज के सदस्यों ने गुरुवार को ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई के साथ बैठक की।
खामेनेई बोले- फिलिस्तीन आज दुनिया के लिए सबसे अहम मुद्दा
इसके बाद खामेनेई ने फिलिस्तीन को दुनिया का सबसे अहम मुद्दा बनाने के लिए उनके आंदोलन की तारीफ की। साथ ही उन्होंने शिया और सुन्नियों को साथ लाने के लिए ईरान की कोशिशों का जिक्र किया। खामेनेई ने जंग के 6 महीनों में इजराइल की विफलता और गाजा के लोगों की इच्छाशक्ति की तारीफ की।
इजराइल-हमास जंग शुरू होने के करीब कुछ ही दिन बाद ईरान ने चेतावनी दी थी कि अगर इजराइल ने बमबारी बंद नहीं की तो अमेरिका भी इसकी चपेट में आ जाएगा। ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने UN में कहा था, ” अगर फिलिस्तीन में ऐसे ही नरसंहार होता रहा तो अमेरिका को भी बख्शा नहीं जाएगा। हम अपने क्षेत्र, अपने घरों की रक्षा में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे।”
ईरान ने कहा था- हमास फिलिस्तीन की आजादी का आंदोलन
अब्दुल्लाहियन ने भाषण के दौरान कहा कि हमास असल में फिलिस्तीन की आजादी के लिए एक आंदोलन है। इस दौरान ईरानी मंत्री ने 7 अक्टूबर को हमास के हमले को भी सही ठहराया। उन्होंने कहा, “हमास को अपने क्षेत्र के लिए लड़ने का पूरा अधिकार है। इसके लिए जरूरत पड़ने पर हिंसा का इस्तेमाल करना भी गलत नहीं है।”
7 अक्टूबर 2023 को इजराइल और हमास के बीच जंग शुरू होने के बाद अमेरिकी मीडिया वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि ईरान के सुरक्षा अधिकारियों ने इजराइल पर हमले की प्लानिंग में हमास की मदद की थी। उन्होंने 2 अक्टूबर, 2023 को बेरूत में एक बैठक में हमले के लिए हरी झंडी दे दी थी।
1 अक्टूबर 2023 को इस्लामिक यूनिटी कॉन्फ्रेंस की एक सेरेमनी में हमास के प्रतिनिधि (सफेद कोट में) ईरान के राष्ट्रपति रईसी के साथ दिख रहे हैं।
दावा- हमास ने ईरान के साथ की थी इजराइल पर हमले की प्लानिंग
WSJ के मुताबिक, ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के अधिकारी पिछले साल अगस्त से हमास के साथ मिलकर इजराइल पर 1973 के बाद जमीन, हवा और समुद्र के रास्ते अब तक के सबसे बड़े हमले की प्लानिंग कर रहे थे।
7 अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमले के बाद ईरान में लोगों ने जश्न भी मनाया था। लोग आतिशबाजी करते नजर आए थे। हालांकि, ईरान ने इन सभी दावों को सिरे से खारिज कर दिया था।
Disclaimer:* The following news is sourced directly from our news feed, and we do not exert control over its content. We cannot be held responsible for the accuracy or validity of any information presented in this news article.
Source link