14 मिनट पहले
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तस्वीर उस शिपमेंट की है, जो जहाज पर मौजूद थे। भारतीय सुरक्षा अधिकारियों ने इसे जब्त कर लिया है।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान जा रहे चीनी जहाज को मुंबई के न्हावा शेवा पोर्ट पर रोक दिया है। एजेंसियों को जहाज में संदिग्ध सामान होने की आशंका थी, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान अपने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए कर सकता है।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, भारत के कस्टम अधिकारियों ने माल्टा के झंडे वाले एक मर्चेंट शिप CMA CGM एटिला को 23 जनवरी को रोका था। हालांकि, इसकी जानकारी अब सामने आई है। यह जहाज कराची जा रहा था। इस पर इटली की एक कंपनी की कम्प्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (CNC) मशीन मौजूद थी।
चीन से पाकिस्तान जा रहा जहाज माल्टा के फ्लैग वाला एक मर्चेंट शिप था, जिसका नाम CMA CGM एटिला है।
चीन के सहारे यूरोप-अमेरिका से प्रतिबंधित सामान मंगवाने की कोशिश में PAK
इसके बाद DRDO की एक टीम ने भी मशीन और जहाज पर मौजूद दूसरे सामानों का निरीक्षण किया। DRDO की टीम ने पुष्टि की है कि CNC मशीन का इस्तेमाल पाकिस्तान के मिसाइल प्रोग्राम में किया जा सकता है। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि पाकिस्तान यूरोप और अमेरिका से प्रतिबंधित सामान हासिल करने के लिए चीन का सहारा ले रहा है, जिससे इसकी पहचान न हो सके।
जहाज से जुड़े दस्तावेजों के मुताबिक, सामान शंघाई JXE लॉजिस्टिक्स कंपनी से भेजा गया था जो सियालकोट में पाकिस्तान विंग्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पहुंचने वाला था। हालांकि, जांच के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि जहाज पर मौजूद सामान का वजन 22 हजार किलो से ज्यादा था। इसे ताइयुआन माइनिंग कंपनी ने भेजा था और यह पाकिस्तान की कॉस्मोस इंजीनियरिंग कंपनी पहुंचने वाला था।
पोर्ट पर मौजूद अधिकारियों ने भारत के स्पेशल इंटेलिजेंस अफसरों को मामले की जानकारी दी। इसके बाद इन अफसरों ने कार्गो की दोबारा जांच की और उसे जब्त कर लिया। बता दें कि पाकिस्तान की कॉस्मोस इंजीनियरिंग कंपनी एक डिफेंस सप्लायर है। यह मार्च 2022 में उस वक्त निगरानी में आई जब कंपनी ने इटली से थर्मोइलेक्ट्रिक सामान को जहाज के जरिए कराची लाने की कोशिश की थी।
तस्वीर बिल ऑफ लैंडिंग की है, जिस पर सामान भेजने वाली चीनी कंपनी और इसे रिसीव करने वाली पाकिस्तानी कंपनी का नाम है।
क्या होती हैं CNC मशीन?
CNC मशीनें प्रीप्रोग्राम्ड कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के जरिए मशीन टूल्स के नियंत्रण और सटीकता को कंट्रोल करती हैं। इसका इस्तेमाल सिविलियन और मिलिट्री दोनों के संबंध में किया जा सकता है।
1996 से, CNC मशीनों को वासेनार अरेंजमेंट में शामिल किया गया था। यह एक अंतरराष्ट्रीय हथियार नियंत्रण व्यवस्था है, जिसका मकसद नागरिक और सैन्य दोनों जगह इस्तेमाल होने वाले इक्विपमेंट्स के प्रसार को रोकना है। भारत उन 42 सदस्य देशों में से एक है जो पारंपरिक हथियारों और दोहरे तौर पर इस्तेमाल होने वाले सामानों-तकनीकों के ट्रांसफर से जुड़ी जानकारी शेयर करता है।
भारतीय अधिकारियों ने पहले भी जब्त करे कार्गो
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब भारत ने चीन से पाकिस्तान जाने वाले ऐसे सामान को जब्त किया है, जिसका इस्तेमाल मिलिट्री में भी हो सकता है। फरवरी 2020 में चीन ने इंडस्ट्रियल ड्रायर के धोखे में पाकिस्तान को ऑटोक्लेव सप्लाई करने की कोशिश की थी। इसका इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइलों को लॉन्च करने के लिए किया जाता है।
जून 2023 में अमेरिकी उद्योग और सुरक्षा ब्यूरो (BIS) ने चीन की 3 कंपनियों पर कई प्रतिबंध लगाए थे। इन पर आरोप था कि ये पाकिस्तान को उसके बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़े सामान भेजने की कोशिश में थीं।
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