Popatram:New Delhi:
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने स्थिर (2011-12) और वर्तमान मूल्य दोनों पर 2023-24 की जुलाई-सितंबर (दूसरी तिमाही)के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमानों को जारी कर दिया है। यह राष्ट्रीय लेखा के जारी कलैण्डर के अनुसार है।
आर्थिक गतिविधियों के माध्यम से बुनियादी कीमतों पर जीवीए के साथ जीडीपी के अनुमानों, स्थिर (2011-12) और वर्तमान मूल्यों पर जीडीपी पर व्यय के साथ ही 2021-22, 2022-23 और 2023-24 की पहली तिमाही का त्रैमासिक और अर्धवार्षिक अनुमान और वर्तमान कीमतें का ब्योरा विवरण 1 से 8 में दिया गया है।
2023-24 की दूसरी तिमाही में स्थिर (2011-12) कीमतों पर वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ₹ 41.74 लाख करोड़ रहने का अनुमान है, जबकि 2022-23 की दूसरी तिमाही में यह 38.78 लाख करोड़ रुपये था जो 2022-23 की दूसरी तिमाही में 6.2 प्रतिशत की तुलना में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
2023-24 की दूसरी तिमाही में नॉमिनल जीडीपी या सकल घरेलू उत्पाद ₹71.66 लाख करोड़ होने का अनुमान है, जबकि 2022-23 की दूसरी तिमाही में यह 65.67 लाख करोड़ रुपये था, जो कि 2022-23 की दूसरी तिमाही के 17.2 प्रतिशत की तुलना में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
अप्रैल-सितंबर 2023-24 (एच1 2023-24) में स्थिर (2011-12) कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान 82.11 लाख करोड़ रुपये है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह 76.22 लाख करोड़ रुपये था, जो 2022-23 की पहली छमाही में 9.5 प्रतिशत के मुकाबले 2023-24 पहली छमाही (एच1) में 7.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। मौजूदा कीमतों पर 2023-24 की पहली छमाही में जीडीपी 142.33 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 131.09 लाख करोड़ रुपये थी, जो 2022-23 की पहली छमाही के 22.2 की तुलना में 2023-24 की पहली छमाही में 8.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।
सकल घरेलू उत्पाद के त्रैमासिक अनुमान संकेतक आधारित होते हैं और बेंचमार्क-सूचक पद्धति का उपयोग करके संकलित किए जाते हैं, अर्थात, पिछले वर्ष के लिए उपलब्ध त्रैमासिक अनुमान, जिसे बेंचमार्क वर्ष कहा जाता है, क्षेत्रों के प्रदर्शन को दर्शाते हुए प्रासंगिक संकेतकों का उपयोग करके निकाला जाता है। विभिन मंत्रालयों/विभागों/ निजी एजेंसियों से मिला डाटा इन अनुमानों के संकल में बहुमूल्य इनपुट के रूप में काम करता है। सेक्टर-वार अनुमान संकेतकों का उपयोग करके संकलित किए गए हैं, जैसे (i) औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी), (ii) इन कंपनियों के लिए उपलब्ध तिमाही वित्तीय परिणामों के आधार पर निजी कॉर्पोरेट क्षेत्र में सूचीबद्ध कंपनियों का वित्तीय प्रदर्शन, ((iii) 2023-24 के लिए फसल उत्पादन का पहला अग्रिम अनुमान, (iv) उत्पादन 2022-23 के लिए प्रमुख पशुधन उत्पादों के लक्ष्य, (v) मछली उत्पादन, (vi) सीमेंट और स्टील का उत्पादन/खपत, (vii) रेलवे के लिए शुद्ध टन किलोमीटर और यात्री किलोमीटर, (viii) नागरिक उड्डयन द्वारा नियंत्रित यात्री और कार्गो यातायात , (ix) प्रमुख समुद्री बंदरगाहों पर माल ढुलाई, (x) वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री, (xi) बैंक जमा और क्रेडिट, (xii) केंद्र और राज्य सरकारों के खाते, आदि 2023-24 की दूसरी तिमाही के लिए उपलब्ध हैं। अनुमान में प्रयुक्त मुख्य संकेतकों में प्रतिशत परिवर्तन अनुलग्नक में दिए गए हैं।
जीडीपी संकलन के लिए उपयोग किए जाने वाले कुल कर राजस्व में गैर-जीएसटी राजस्व के साथ-साथ जीएसटी राजस्व भी शामिल है। महालेखा नियंत्रक (सीजीए) और भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा जानकारी को वर्तमान मूल्यों पर उत्पादों पर करों के अनुमान के लिए उपयोग किया गया है। स्थिर मूल्यों पर उत्पादों पर कर हासिल करने के लिए, कर योग्य सामानों और सेवाओं में विस्तार का उपयोग करते हुए वॉल्यूम की गणना की जाती है और कुल करों के आकलन के लिए उन्हें एकीकृत किया जाता है। सरकार के अंतिम उपभोग व्यय (जीएफसीई) और सब्सिडी के अनुमान के उद्देश्य से राजस्व व्यय, ब्याज भुगतान, सब्सिडी आदि के लिए सीजीए और सीएजी की वेबसाइटों पर उपलब्ध नवीनतम डाटा का उपयोग किया गया है।
बेहतर डेटा कवरेज और स्रोत एजेंसियों द्वारा किए गए इनपुट डेटा में संशोधन का इन अनुमानों के बाद होने वाले संशोधनों पर असर पड़ेगा। इसलिए, रिलीज कैलेंडर के अनुसार, पूर्वोक्त कारणों के लिए अनुमानों में संशोधन होने की संभावना है। उपयोगकर्ताओं को आंकड़ों की व्याख्या करते समय इन्हें ध्यान में रखना चाहिए।
अक्टूबर-दिसंबर, 2023 (तीसरी तिमाही 2023-24) तिमाही के लिए तिमाही जीडीपी अनुमानों की अगली विज्ञप्ति 29.02.2024 को जारी की जाएगी।
Annexure