नई दिल्ली15 मिनट पहले
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RBI ने शुक्रवार को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) को UPI के लिए थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) बनने की पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशन लिमिटेड (OCL) की रिक्वेस्ट की जांच करने को कहा है। नॉर्म्स के अनुसार, TPAP के UPI चैनल बनने से पेटीएम ऐप के UPI ऑपरेशन पहले की तरह ही जारी रहेंगे।
‘@paytm’ हैंडल माइग्रेट किया जाएगा
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस मोबाइल फोन से इंटर-बैंक ट्रांजेक्शंस की फैसिलिटी के लिए NPCI द्वारा डेवलप एक इंस्टेंट रियल टाइम पेमेंट्स सिस्टम है। RBI ने कहा कि यदि NPCI वन-97 कम्युनिकेशन लिमिटेड को TPAP का दर्जा देता है, तो फिर ‘@paytm’ हैंडल को बिना किसी दिक्कत के पेटीएम पेमेंट्स बैंक से नए बैंकों के एक सेट में माइग्रेट किया जा सकता है।
TPAP लाइसेंस मिलने से UPI पेमेंट जारी रहेगा
RBI ने नोटिफिकेशन में कहा कि TPAP द्वारा तब तक कोई नया यूजर नहीं जोड़ा जाएगा, जब तक कि ‘@paytm’ हैंडल के सभी मौजूदा यूजर्स ठीक से एक नए हैंडल पर ट्रांसफर नहीं हो जाते। TPAP लाइसेंस यह सुनिश्चित करेगा कि पेटीएम यूजर्स UPI के माध्यम से डिजिटल पेमेंट करना जारी रख सकें।
NPCI को UPI के रेगुलेशन की जिम्मेदारी सौंपी गई है
NPCI को नेटवर्क पर काम करने वाले UPI और उससे जुड़ी फाइनेंशियल सर्विसेस के रेगुलेशन और सुपरविजन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। UPI सर्विसेस को चलाने और भागीदार बैंकों के माध्यम से मर्चेंट ट्रांजैक्शन की सुविधा के लिए PSPs को NPCI से TPAP लाइसेंस प्राप्त करना होता है।
पेटीएम और एक्सिस बैंक ने TPAP बनने के लिए इस हफ्ते आवेदन किया था
पेटीएम और एक्सिस बैंक ने थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) बनने के लिए इस हफ्ते NPCI के पास आवेदन किया था। अगर उन्हें इसकी मंजूरी मिल जाती है तो पेटीएम अपनी UPI सर्विस जारी रख पाएगा।
अभी पेटीएम अपनी UPI सर्विस पेटीएम पेमेंट बैंक के जरिए देता है, लेकिन RBI ने पेटीएम के इस बैंक पर रोक लगा दी है। 15 मार्च के बाद यूजर न तो फास्टैग जैसी सर्विस के इस्तेमाल के लिए वॉलेट में पैसा डाल पाएंगे और न ही UPI चलेगा।
इस लिहाज से पेटीएम के लिए NPCI की मंजूरी काफी अहम है। पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने हाल ही में ये भी बताया था कि उसने मर्चेंट्स पेमेंट्स के सेटलमेंट के लिए भी एक्सिस बैंक के साथ पार्टनरशिप की है।
पिछले कुछ दिनों से NPCI के साथ चर्चा
रिपोर्ट के मुताबिक दोनों पार्टी पिछले कुछ दिनों से यूपीआई को रेगुलेट करने वाली संस्था NPCI के साथ चर्चा में हैं। पेटीएम के यूजर्स को यूपीआई पेमेंट में कोई समस्या न हो इसे ध्यान में रखते हुए NPCI तेजी से इस एप्लीकेशन पर काम कर सकती है।
गूगलपे, फोनपे जैसे ऐप्स की भी बैंकों से पार्टनरशिप
फोनपे, गूगलपे जैसे UPI ऐप भी थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर है। इनकी UPI सर्विस के लिए पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर (PSP) बैंक्स के साथ पार्टनरशिप है। हालांकि, पेटीएम की को अभी तक बैंक पार्टनरशिप की जरूरत नहीं थी क्योंकि PPBL खुद एक बैंक है।
अप्रूवल के बाद पेटीएम भी TPAP के रूप में काम करेगा
गूगलपे, अमेजनपे, क्रेड और फोनपे जैसे UPI ऐप्स की एक्सिस बैंक समेत अन्य के साथ पार्टनरशिप है। पेमेंट फेलियर और ट्रांजैक्शन स्पीड से जुड़े रिस्क को ध्यान में रखते हुए ये ऐप्स एक से ज्यादा बैंकों के साथ पार्टनरशिप करते हैं। NPCI के अप्रूवल के बाद पेटीएम भी अपने कॉम्पिटिटर्स की तरह TPAP के रूप में काम करेगा।
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