Ukraine Russia War American Dancer Ksenia Karelina Arrest Update | Russian Police | यूक्रेन को 4 हजार रुपए दान करने वाली डांसर गिरफ्तार: अमेरिकी-रूसी महिला पर देशद्रोह का आरोप, रूस की पुलिस आंखों पर पट्टी बांधकर कोर्ट ले गई


3 घंटे पहले

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फुटेज में रूसी पुलिस अमेरिकी-रूसी डांसर केन्सिया करेलिना को कोर्ट ले जाते हुए दिख रही है। - Dainik Bhaskar

फुटेज में रूसी पुलिस अमेरिकी-रूसी डांसर केन्सिया करेलिना को कोर्ट ले जाते हुए दिख रही है।

रूसी पुलिस ने एक अमेरिकी-रूसी महिला को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तारी किया है। रूस का आरोप है कि 33 साल की केन्सिया करेलिना ने करीब 4 हजार रुपए (51 डॉलर) यूक्रेन को दान में दिए। ये दान रूस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए किया गया।

गिरफ्तारी के बाद केन्सिया को कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान उसके आंखों पर पट्टी और हाथों में हथकड़ियां थीं। रूसी की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस का कहना है कि 24 फरवरी 2022 को शुरू हुई रूस-यूक्रेन जंग के बीच केन्सिया लगातार यूक्रेनी सेना के लिए फंड जुटा रही है। इस फंड का इस्तेमाल यूक्रेन सैनिकों के इलाज और गोला-बारूद खरीदने में करते हैं।

तस्वीर अमेरिकी-रूसी डांसर केन्सिया करेलिना की है। इनके परिवार ने अमेरिकी सरकार से मदद की गुहार लगाई है।

तस्वीर अमेरिकी-रूसी डांसर केन्सिया करेलिना की है। इनके परिवार ने अमेरिकी सरकार से मदद की गुहार लगाई है।

अमेरिका में स्पा चलाती हैं केन्सिया
मॉस्को टाइम्स के मुताबिक, केन्सिया अमेरिका के लॉस एंजिल्स में रहती हैं। वहां स्पा की मैनेजर हैं। 27 जनवरी को वो रूस के येकातेरिनबर्ग शहर में अपने घर आई थीं। तभी उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कोर्ट में कहा कि केन्सिया अमेरिका में रूस के खिलाफ और यूक्रेन के समर्थन में होने वाले कई प्रदर्शन में शामिल होती थीं।

केन्सिया की यह तस्वीर कोर्ट में पेशी के दौरान की है। उसे आंखों पर पट्टी बांधकर कोर्ट ले जाया गया था।

केन्सिया की यह तस्वीर कोर्ट में पेशी के दौरान की है। उसे आंखों पर पट्टी बांधकर कोर्ट ले जाया गया था।

उम्रकैद की सजा हो सकती है
पुलिस ने कहा कि जब पुलिस अफसर केन्सिया को गिरफ्तार करने पहुंचे तो वे गालियां देने लगीं। उन्होंने गिरफ्तारी से बचने की कोशिश में हाथापाई भी की। पुलिस के साथ हाथापाई करने और सार्वजनिक तौर पर अभद्र भाषा बोलने के लिए कोर्ट ने 29 जनवरी को केन्सिया को 14 दिन की जेल की सजा सुनाई थी।

हालांकि बाद में उन पर देशद्रोह के आरोप लगाए गए। फिलहाल वो पुलिस की गिरफ्त में है। अगर आरोप साबित हुए तो केन्सिया को 12 साल से लेकर उम्रकैद की सजा हो सकती है। 2023 से अब तक 63 लोगों को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसमें से 37 लोग दोषी पाए गए हैं।

तस्वीर में पुलिस कर्मी केन्सिया के हाथ में हथकड़ी लगाता दिख रहा है।

तस्वीर में पुलिस कर्मी केन्सिया के हाथ में हथकड़ी लगाता दिख रहा है।

जंग में सैनिकों की भर्ती का लिरोध करने वाले एक्टिविस्ट को जेल
यह पहली बार नहीं है जब रूस में जंग का विरोध करने पर किसी को सजा सुनाई गई हो। इसके पहले 17 जनवरी 2024 को ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट अल्सिनोव को जेल की सजा सुनाई। उसने पिछले साल रूस-यूक्रेन जंग के लिए बश्कोर्तोस्तान शहर के लोगों की सेना में भर्ती का विरोध किया था।

फुटेज रूसी क्षेत्र बश्कोर्तोस्तान के बेमक शहर का है। इसमें एक्टिविस्ट को सजा सुनाए जाने से नाराज प्रदर्शनकारी पुलिस पर बर्फ के गोले फेंकते नजर आ रहे हैं।

फुटेज रूसी क्षेत्र बश्कोर्तोस्तान के बेमक शहर का है। इसमें एक्टिविस्ट को सजा सुनाए जाने से नाराज प्रदर्शनकारी पुलिस पर बर्फ के गोले फेंकते नजर आ रहे हैं।

19 साल की लड़की को आतंकी घोषित किया था
जनवरी 2023 में रूस ने एक 19 साल की लड़की को आतंकी घोषित कर उसका नाम आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल कर दिया था। उसे घर में नजरबंद भी कर दिया था। ओलेसा क्रिवत्सोवा ने अक्टूबर 2022 में यूक्रेन जंग को लेकर रूस का विरोध किया था।

रूसी पुलिस ने ओलेसा क्रिवत्सोवा के पैर पर ट्रैकिंग डिवाइस लगा दिया था। इसके बाद ओलेसा ने अपने पैर पर एक स्पाइडर का टैटू बनवाया। इस स्पाइडर की बॉडी को पुतिन के चेहरे से रिप्लेस कर दिया था।

रूसी पुलिस ने ओलेसा क्रिवत्सोवा के पैर पर ट्रैकिंग डिवाइस लगा दिया था। इसके बाद ओलेसा ने अपने पैर पर एक स्पाइडर का टैटू बनवाया। इस स्पाइडर की बॉडी को पुतिन के चेहरे से रिप्लेस कर दिया था।

40 परिवारों को देश छोड़ना पड़ा था
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2022 में यूक्रेन पर हमले के विरोध में अपनी ही सरकार के खिलाफ खड़े होने वाले 40 रूसी परिवारों को देश छोड़ना पड़ा था। इनमें से एक थीं मॉस्को की मैथ टीचर इरिना जोलकिना। उन्होंने युद्ध विरोधी प्रदर्शन में भाग लिया था। नतीजा ये हुआ कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया। कुछ घंटे बाद उसे छोड़ा गया, लेकिन इतना डरा दिया गया कि उसने अपने चार बच्चों और बेटी के बॉयफ्रेंड के साथ रूस ही छोड़ दिया।

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पुतिन ने रूस में युद्ध को ‘NO’ कहने वाले मासूमों को लॉक-अप में बंद किया, जंग का कर रहे थे विरोध

7 से 11 साल की उम्र से बच्चे रूस-यूक्रेन युद्ध का विरोध करने के लिए अपनी मां के साथ मॉस्को में युक्रेन दूतावास के बाहर पहुंचे थे। नन्हें-नन्हें हाथों में ‘नो टू वॉर’ के बैनर लिए यह बच्चे पुतिन सरकार को बिलकुल भी हजम नहीं हुए और इन्हें रूस पुलिस अपनी वैन में बिठाकर पुलिस स्टेशन ले गई। पढ़ें पूरी खबर…



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