Anil Kapoor Birthday Interesting Facts; Financial Crisis | Mr India | अनिल कपूर @68, कभी गैराज तो कभी चॉल में रहे: चुराकर पहनते थे जैकी श्रॉफ के कपड़े; पढ़िए स्पॉटबॉय से एक्टर बनने की कहानी

28 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
बॉलीवुड इंडस्ट्री मे आने से पहले अनिल कपूर का जीवन संघर्ष से भरा रहा है। लंबे समय तक वे किराए के कमरे में भी रहे थे। - Dainik Bhaskar

बॉलीवुड इंडस्ट्री मे आने से पहले अनिल कपूर का जीवन संघर्ष से भरा रहा है। लंबे समय तक वे किराए के कमरे में भी रहे थे।

QuoteImage

अगर मुझे अपनी जिंदगी को एक शब्द में व्यक्त करना हो, तो मैं ‘लेबर’ (श्रम) कहूंगा। मुझे लगता है कि जिंदगी में किसी भी काम के मामले में शर्म नहीं करनी चाहिए। मैंने हमेशा यही किया है। जो भी काम मुझे मिला, चाहे वह बड़ा हो या छोटा, या फिर कोई मामूली काम ही क्यों न हो, मैंने कभी भी उसे करने में संकोच नहीं किया। इंसान को हमेशा यह सोचना चाहिए कि वह क्या लेकर आया है और क्या लेकर जाएगा।

QuoteImage

यह बात अनिल कपूर ने एक इंटरव्यू के दौरान कही थी। आज भले ही इंडस्ट्री में उनकी एक अलग पहचान है और हर कोई उनकी फिटनेस की तारीफ करता है, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उनके पास रहने के लिए घर नहीं था और वह अपने परिवार के साथ गैराज में रहते थे।

सिर्फ इतना ही नहीं, वे फिल्म में छोटा सा रोल पाने के लिए घंटों डायरेक्टर्स के घर के बाहर खड़े रहते थे, या उनके पीछे-पीछे दौड़ते रहते थे। कभी पढ़ाई में फेल न होने वाले अनिल कपूर, अपने पहले प्यार यानी एक्टिंग के एग्जाम में फेल हो गए थे, जिससे उन्हें बड़ा झटका लगा था और वह टूट गए थे।

अनिल कपूर के 68वें बर्थडे पर जानते हैं, उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्सों के बारे में…

बचपन से ही एक्टर बनने का ख्वाब था, 15 साल की उम्र में पहला ऑडिशन दिया था। अनिल कपूर एक्टिंग को अपना पहला प्यार मानते हैं और इस प्यार को पाने के लिए उन्होंने बचपन से ही सपने देखना शुरू कर दिया था। सोते-जागते, उन्हें हमेशा बस एक्टर बनने का ही ख्याल आता था। यहां तक कि जब वह अपने घर की छत पर जाते थे, तब भी एक्टिंग करते रहते थे।

अनिल कपूर के पिता नहीं चाहते थे कि वह अपना करियर एक्टिंग में बनाएं। लेकिन इसके बावजूद महज 15 साल की उम्र में अनिल ने अपने घरवालों से बिना बताए फिल्म ‘तू पायल मैं गीत’ का ऑडिशन दिया और चुन लिए गए। जब फिल्म की शूटिंग शुरू हुई, तो उन्हें ऐसा लगा जैसे उनका सपना सच हो गया। वह इतने खुश थे कि शूटिंग के बाद उन्होंने अपना मेकअप नहीं हटाया और सो गए।

इतना ही नहीं, अगले दिन वही मेकअप किए हुए वे स्कूल भी गए, ताकि लोग जान सकें कि अब वे एक्टर बन गए हैं। बता दें कि फिल्म ‘तू पायल मैं गीत’ में उन्होंने शशि कपूर के बचपन का रोल निभाया था, लेकिन किसी वजह से यह फिल्म रिलीज नहीं हो पाई।

राज कपूर के गैराज में रहते थे अनिल कपूर राज कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर और सुरिंदर कपूर कजिन थे। इतने बड़े परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद अनिल कपूर को एक्टिंग में करियर बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। इसके अलावा, उनके परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि उनके पास रहने के लिए कोई घर तक नहीं था।

ऐसे में जब सुरिंदर कपूर मुंबई आए, तो राज कपूर ने उन्हें रहने के लिए जगह दी थी। अनिल कपूर का परिवार राज कपूर के गैराज में रहने लगा था। हालांकि कुछ समय बाद उन्होंने मुंबई की एक चॉल में छोटा सा किराए का कमरा ले लिया था, जिसमें वे काफी समय तक रहे।

पिता की बीमारी का पता चला, तो स्पॉटबॉय के तौर पर काम किया अनिल कपूर ने जब अपनी पढ़ाई पूरी की, तो उन्हें पता चला कि उनके पिता सुरिंदर कपूर दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं। इस दौरान घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी, जिससे उन्होंने अपनी आजीविका के लिए काम ढूंढना शुरू कर दिया। उस वक्त वह करीब 17-18 साल के थे।

पिता सुरिंदर कपूर के साथ अनिल कपूर।

पिता सुरिंदर कपूर के साथ अनिल कपूर।

शुरुआत में अनिल कपूर को एक्टर नहीं बल्कि फिल्म के सेट पर स्पॉटबॉय के तौर पर काम मिला। इसमें उन्हें एक्टर्स को नींद से उठाना, एयरपोर्ट पर पिक और ड्रॉप करना, और फिर उन्हें लोकेशन पर छोड़ने जैसे काम करने होते थे।

कुछ समय तक अनिल कपूर ने यही काम किया, फिर उन्हें कास्टिंग डायरेक्टर का काम मिला। उन्होंने फिल्म ‘हम पांच’ की कास्टिंग की। इसी दौरान उनके मन में एक्टिंग करने की इच्छा जागी। इसके बाद उन्होंने ऐसे प्रोजेक्ट्स की तलाश शुरू की, जिसमें उन्हें बतौर एक्टर काम करने का मौका मिल सके।

एक्टिंग स्कूल में नहीं मिला एडमिशन, तो खूब रोए थे अनिल कपूर अनिल कपूर ने अपनी पूरी पढ़ाई मुंबई से की और वह कभी भी फेल नहीं हुए, लेकिन जब उन्होंने पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) का एंट्रेंस एग्जाम दिया, तो वह उसमें फेल हो गए। उनके लिए एक्टिंग के एग्जाम में फेल होना एक गहरे सदमे से कम नहीं था। वह दिन-रात रोते रहते थे।

उस समय एफटीआईआई के डायरेक्टर मशहूर लेखक और एक्टर गिरीश कर्नाड थे। अनिल कपूर ने एडमिशन पाने के लिए उनसे पहले खूब झगड़ा किया और फिर उनसे हाथ जोड़कर गुजारिश भी की। हालांकि इसके बावजूद उन्हें एडमिशन नहीं मिला।

अनिल कपूर (बाएं), बोनी कपूर (बीच में) और संजय कपूर (दाएं)।

अनिल कपूर (बाएं), बोनी कपूर (बीच में) और संजय कपूर (दाएं)।

एक इंटरव्यू में अनिल कपूर ने इस बारे में बात करते हुए कहा था, ‘मैंने इंस्टीट्यूट के इंचार्ज गिरीश कर्नाड से भी पूछा कि एक्टिंग और एग्जाम का क्या रिलेशन है? उन्होंने बस इतना कहा कि नियम तो नियम होते हैं। हालांकि आज जब वह खुद को देखते हैं, तो उन्हें खुशी होती है, लेकिन वह उन लोगों को कभी नहीं भूलते जो उस एग्जाम में पास हुए थे।’

कभी ब्लैक में टिकट बेचते थे अनिल कपूर अनिल कपूर ने ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ में खुलासा करते हुए बताया था कि वे फिल्मों में टपोरी का किरदार इतने बेहतरीन तरीके से कैसे निभा लेते हैं। अनिल के मुताबिक, बचपन में वे और उनके दोस्त टपोरियों जैसा व्यवहार करते थे और यहां तक कि फिल्म के टिकट भी ब्लैक में बेचते थे।

‘रॉकी’ के लिए अनिल कपूर को किया गया था रिजेक्ट अनिल कपूर जब फिल्मों में काम पाने के लिए मशक्कत कर रहे थे तो वह फिल्म ‘रॉकी’ के लिए सुनील दत्त के पास भी गए थे, लेकिन सुनील दत्त ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया और अपने बेटे संजय दत्त को लॉन्च किया था।

जैकी श्रॉफ के कपड़े चुराकर पहनते थे अनिल कपूर अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ की बॉन्डिंग सिर्फ ऑनस्क्रीन ही नहीं, बल्कि ऑफस्क्रीन भी बहुत गहरी है। दोनों अक्सर एक-दूसरे के कपड़े चुराते थे। अनिल कपूर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि फिल्म विरासत में जो ट्राउजर उन्होंने पहना था, वह असल में जैकी श्रॉफ का था। एक दिन जब अनिल ने जैकी को वह ट्राउजर पहने हुए देखा, तो उन्होंने उसे मांग लिया। इसके बाद से अनिल ने वह ट्राउजर वापस नहीं किया, हालांकि जैकी ने कई बार इसे लौटाने के लिए भी कहा था।

अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ ने साथ में 12 फिल्में की थीं।

अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ ने साथ में 12 फिल्में की थीं।

इसके अलावा फिल्ममेकर विधु विनोद चोपड़ा ने भी बताया था कि परिंदा बहुत ही कम बजट में बनाई गई थी और सभी कलाकारों ने बजट को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह से सहयोग किया। फिल्म में जो कार दिखाई देती है, वह जैकी श्रॉफ की अपनी कार थी। इतना ही नहीं, अनिल कपूर जो शर्ट्स फिल्म में पहने हैं, वे सभी जैकी की शर्ट्स थीं।

अनिल कपूर को जैकी श्रॉफ ने मारे 17 थप्पड़ 1988 में विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘परिंदा’ में जैकी श्रॉफ ने अनिल कपूर के बड़े भाई का किरदार निभाया था। अनिल कपूर की ही इच्छा थी कि निर्देशक इस फिल्म में जैकी को उनके बड़े भाई का रोल दें। हालांकि रियल लाइफ में जैकी श्रॉफ अनिल कपूर से एक साल छोटे हैं।

जब जैकी और अनिल फिल्म ‘परिंदा’ की शूटिंग कर रहे थे, तब एक सीन की शूटिंग के दौरान जैकी ने अनिल को 17 बार थप्पड़ मारे थे, ताकि सीन एकदम परफेक्ट हो।

रोल के लिए कुछ भी करते हैं अनिल कपूर, एक बार मूंछें कटवाई थीं अनिल कपूर हमेशा अच्छी फिल्मों और बेहतरीन रोल्स की तलाश में रहते हैं। वह अपने काम के लिए कुछ भी कर सकते हैं। ऐसे कई मौके आए जब उन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया, जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी।

अनिल कपूर ने अपने एक्टिंग करियर में कई फिल्मों में मूछें रखी हैं, जो उनकी एक अलग पहचान भी हुआ करती हैं, लेकिन 1991 में, निर्देशक यश चोपड़ा की फिल्म लम्हे के लिए उन्होंने अपनी मूंछों का बलिदान दिया था।

फिल्म 'लम्हे' में अनिल कपूर।

फिल्म ‘लम्हे’ में अनिल कपूर।

दरअसल, लम्हे फिल्म के लिए यश चोपड़ा ने पहले ही अनिल कपूर को मना कर दिया था और कहा था कि फिल्म के हिसाब से उनका लुक फिट नहीं बैठता। इसके बाद अनिल ने अपनी मूंछें कटवा दीं और क्लीन शेव लुक के कुछ फोटोग्राफ्स यश के पास भेजे, जिसे देख वह काफी इंप्रेस हुए और फिल्म लम्हे के लिए उनकी कास्टिंग फाइनल हो गई। इस फिल्म में अनिल कपूर और श्रीदेवी लीड रोल में नजर आए थे।

फिल्मों से ब्रेक लेना चाहते थे अनिल कपूर एक समय ऐसा भी आया था जब अनिल कपूर फिल्मों से ब्रेक लेना चाहते थे। इस बारे में उन्होंने अमिताभ बच्चन से सलाह ली और बिग बी ने उन्हें फिल्मों से ब्रेक न लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा था कि भूलकर भी ऐसा मत करना, क्योंकि ब्रेक लेने के बाद वापसी करना काफी मुश्किल हो जाता है। अनिल कपूर ने अमिताभ बच्चन की सलाह मानी और आज तक फिल्मों से ब्रेक नहीं लिया।

संजय दत्त से त्रिमूर्ति फिल्म छीनने का लग चुका है आरोप साल 1995 में आई जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर और शाहरुख खान स्टारर फिल्म ‘त्रिमूर्ति’ भले ही बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई, लेकिन चर्चा थी कि इस फिल्म को अनिल कपूर ने संजय दत्त से छीना था। एक इंटरव्यू में अनिल कपूर ने इन आरोपों को गलत बताया और कहा कि संजय दत्त उस समय जेल में थे, इस कारण वह फिल्म नहीं कर पाए थे। जब सुभाष घई ने उन्हें फिल्म में काम करने का प्रस्ताव दिया, तो वह मना नहीं कर पाए क्योंकि सुभाष घई को वह अपने पिता समान मानते हैं। हालांकि रोल को करने से पहले उन्होंने संजय दत्त को एक लेटर लिखकर उनसे परमिशन ली थी।

टीवी शो में भी काम कर चुके हैं अनिल

साल 2010 में अनिल कपूर ने अमेरिकन सीरीज ’24’ में काम किया था। इस सीरीज के कांसेप्ट से अनिल काफी इम्प्रेस थे, जिसके बाद उन्होंने साल 2011 में इस सीरीज के राइट्स फॉक्स प्रोडक्शन से खरीद लिए थे। इसके लिए उन्होंने तकरीबन 120 करोड़ की रकम भी चुकाई थी। वह अपने होम प्रोडक्शन में ’24’ की हिंदी भाषा में सीरीज बनाना चाहते थे।

2013 में अनिल कपूर ने शो '24' के साथ छोटे पर्दे पर अपना डेब्यू किया था।

2013 में अनिल कपूर ने शो ’24’ के साथ छोटे पर्दे पर अपना डेब्यू किया था।

कई चैनलों से रिजेक्शन मिलने के बाद अनिल कपूर ने अपने राइट्स कलर्स चैनल को 150 करोड़ रूपए में बेच दिए थे। वहीं, खुद इसे प्रोड्यूस करने का फैसला लिया। इसके बाद 2013 में अनिल कपूर ने लिमिटेड सीरीज ’24’ से अपना टीवी डेब्यू किया था। हालांकि, साल 2013 और 2016 में आई सीरीज के दोनों सीजन ऑडियंस को इम्प्रेस करने में नाकाम रहे थे।

इसके अलावा हाल ही में अनिल कपूर बिग बॉस ओटीटी के तीसरे सीजन को भी होस्ट करते नजर आए थे।

———-

बॉलीवुड की ये भी खबर पढ़िए..

फिल्ममेकर श्याम बेनेगल का निधन:90 की उम्र में अंतिम सांस ली; पिता के कैमरे से पहली फिल्म बनाई थी

प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक और निर्माता श्याम बेनेगल का सोमवार को मुंबई में निधन हो गया है। उन्होंने मुंबई सेंट्रल के वोकहार्ट अस्पताल में शाम 6:38 बजे आखिरी सांस ली। पूरी खबर पढ़ें..

खबरें और भी हैं…



{*Disclaimer:* The following news is sourced directly from our news feed, and we do not exert control over its content. We cannot be held responsible for the accuracy or validity of any information presented in this news article.}

Source by [author_name]

Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *