वाशिंगटन6 मिनट पहले
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ईरान ने अमेरिका को एक मैसेज भेजकर साफ कर किया है कि उनका नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या का कोई इरादा नहीं है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान ने अक्टूबर में थर्ड पार्टी के जरिए अमेरिका को यह मैसेज भेजा था। ईरान ने यह भी कहा है कि वह अमेरिका के साथ तनाव कम करने की कोशिश कर रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक ईरान ने अमेरिका से मिली चेतावनी देने के बाद यह मैसेज भेजा। दरअसल, बाइडेन प्रशासन ने सितंबर महीने में ईरान को चेतावनी दी थी कि अगर ट्रम्प की हत्या की कोई भी कोशिश होती है तो इसे एक्ट ऑफ वॉर माना जाएगा। अमेरिकी अधिकारियों का आरोप था कि ईरान ट्रम्प और ट्रम्प प्रशासन के कई अधिकारियों की हत्या की साजिश रच रहा है।
अधिकारियों ने आरोप लगाया कि ईरान, ट्रम्प की हत्या करके 2020 के ड्रोन हमले का बदला लेना चाहता है। दरअसल, 2020 में अमेरिका ने सीरिया में ड्रोन हमले में ईरान के सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या कर दी थी। यह हमला ट्रम्प के निर्देशों पर किया गया था।
ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी विदेश में ईरानी मिशन को अंजाम देते थे। बगदाद में अमेरिकी एयरस्ट्राइक में सुलेमानी की मौत हो गई थी।
कानूनी रास्ता अपनाना चाहता है ईरान रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका को भेजे गए मैसेज में ईरान के किसी भी अधिकारी का जिक्र नहीं था। लेकिन ईरानी अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि वह मैसेज ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई का है।
इसमें कहा गया था कि अमेरिका का सुलेमानी को मारना एक आपराधिक काम था। लेकिन इसका बदला लेने के लिए ईरान, डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या नहीं करना चाहता। बल्कि वह अंतरराष्ट्रीय कानूनी तरीके से सुलेमानी की मौत का बदला लेना चाहता है।
2022 में ईरानी लीडर खामेनेई ने एक ऐनिमेटिड विडियो शेयर किया था, जिसमें ट्रम्प पर गोल्फ कोर्स में एक ड्रोन हमला किया गया था।
कई सालों से धमकी दे रहा है ईरान बाइडेन प्रशासन ने हाल ही में यह दावा किया था कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रम्प की हत्या की साजिश रची गई थी। दो बार उनकी हत्या की कोशिश भी की गई। जुलाई में आसिफ रजा मर्चेंट नाम के एक पाकिस्तानी को अमेरिका में पकड़ा गया था।
46 साल के आसिफ मर्चेंट पर 2020 में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए अमेरिकी नेताओं की हत्या की साजिश रचने का आरोप था। अमेरिकी अधिकारियों का दावा था कि वह ईरान के इशारे पर काम कर रहा था।
ईरान पर ट्रम्प के चुनाव अभियान को हैक करने और नए चुने गए उपराष्ट्रपति जे.डी.वेंस के बारे में संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप भी लगे है।
इलॉन मस्क और ईरानी राजदूत ने बैठक की
ईरान का कहना है कि सोमवार को न्यूयॉर्क की एक गुप्त जगह पर ट्रम्प के करीबी इलॉन मस्क और ईरानी राजदूत अमीर सईद इरावानी की बैठक हुई थी। यह बैठक मस्क के अनुरोध करने पर हुई। इससे यह बात साबित होती है कि सिर्फ डेमोक्रेटिक ही नहीं बल्कि ट्रम्प का खेमा भी ईरान के साथ सीधे टकराव से बचना चाहता है।
ईरानियों का कहना है कि इस मीटिंग का उद्देश्य ट्रम्प प्रशासन में ईरान और अमेरिका के बीच के तनाव को कम करना है।
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दावा- ईरानी राजदूत से मिले इलॉन मस्क:ट्रम्प की तरफ से की बात, डिप्लोमैट ने टेस्ला चीफ से कहा- ईरान में बिजनेस करने आएं
टेस्ला चीफ इलॉन मस्क ने संयुक्त राष्ट्र में ईरान के डिप्लोमैट आमिर सईद इरावानी से सोमवार को किसी गुप्त जगह पर मुलाकात की। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक दोनों ने ईरान और अमेरिका के बीच तनाव कम करने के तरीकों पर चर्चा की।
ईरान से जुड़े दो सूत्रों ने NYT को बताया कि मस्क ने इस मीटिंग के लिए पहल की थी, वहीं ईरानी डिप्लोमैट ने जगह का चयन किया था। दोनों पक्षों ने एक घंटे से ज्यादा समय तक बातचीत की। सूत्रों ने कहा कि ईरानी डिप्लोमैट बातचीत से खुश नजर आए।
रिपोर्ट के मुताबिक बातचीत के दौरान ईरानी डिप्लोमैट ने मस्क को सलाह दी कि उन्हें सरकार से छूट लेकर अपना कारोबार ईरान ले जाना चाहिए। ईरान और मस्क ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। पूरी खबर पढ़ें…
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