मुंबई6 घंटे पहले
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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को साफ कर दिया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL) के खिलाफ की गई कार्रवाई की समीक्षा करने की ‘शायद ही कोई गुंजाइश’ है।
शक्तिकांत दास ने कहा कि RBI बहुत सोच-समझकर फैसला लेती है। किसी के भी खिलाफ हम एक्शन लेते हैं तो महीनों और सालों उससे बातचीत करते हैं। जब बदलाव नहीं दिखाई देता तो एक्शन लेते हैं।
ग्राहकों को किसी तरह की असुविधा न हो इसलिए एक महीने का टाइम दिया है। उपभोक्ताओं के हित सबसे ऊपर है। RBI गवर्नर ने कहा कि पेटीएम से जुड़े मामले को लेकर इस हफ्ते एक FAQ जारी करेंगे।
पेटीएम के खिलाफ RBI के आदेश की खास बातें:
- 29 फरवरी के बाद पेटीएम पेमेंट बैंक के अकाउंट में पैसा जमा नहीं किया जा सकेगा। इस बैंक के जरिए वॉलेट, प्रीपेड सर्विसेज, फास्टैग और दूसरी सर्विसेज में पैसा नहीं डाला जा सकेगा। हालांकि इंटरेस्ट, कैशबैक और रिफंड कभी भी अकाउंट में क्रेडिट हो सकेगा।
- इस बैंक के ग्राहकों के सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, प्रीपेड उपकरण, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड आदि में मौजूद पैसों के विड्रॉल या उपयोग पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है। बैलेंस अवेलेबल होने तक इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।
- दूसरे नंबर के पॉइंट में बताई गई सर्विसेज के अलावा 29 फरवरी 2024 के बाद कोई भी बैंकिंग सर्विस प्रोवाइड करने की अनुमति पेटीएम पेमेंट बैंक के पास नहीं होगी। UPI सुविधा भी 29 फरवरी के बाद नहीं दी जा सकेगी।
- वन97 कम्युनिकेशंस और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज के नोडल अकाउंट 29 फरवरी 2024 तक बंद होंगे। पाइपलाइन में मौजूद ट्रांजैक्शन और नोडल अकाउंट का सेटलमेंट 15 मार्च 2024 तक पूरा किया जाएगा। उसके बाद कोई और ट्रांजैक्शन की अनुमति नहीं होगी।
राहुल और फाइनेंशियल एक्सपर्ट की बातचीत में पेटीएम से जुड़े जरूरी सवाल-जवाब:
राहुल: क्या पेटीएम का ऐप काम करना बंद कर देगा, UPI भी नहीं होगा?
फाइनेंशियल एक्सपर्ट: राहुल सबसे पहले मैं आपको कंपनी के बारे में 4 बातें बताता हूं ताकि आप इस पूरे मामले को अच्छे से समझ पाएं…
- पेटीएम ब्रांड की पेरेंट कंपनी One97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड है।
- इसका एक एसोसिएट बैंक भी है, पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड।
- पेटीएम पेमेंट बैंक के जरिए पेटीएम ऐप पर सर्विसेज मिलती है।
- पेटीएम पेमेंट बैंक में One97 कम्युनिकेशंस की 49% हिस्सेदारी है।
RBI ने जो रोक लगाई है वो पेटीएम पेमेंट बैंक पर लगाई है। पेटीएम अपनी कई सारी सर्विस इस बैंक के जरिए ही देता है। ऐसे में जो सर्विसेज पेटीएम पेमेंट्स बैंक के जरिए मिलती है वो 29 फरवरी 2024 के बाद बंद हो जाएंगी, जबकि अन्य सर्विसेज पहले की तरह चलती रहेंगी।
पेटीएम अपनी UPI सर्विस पेटीएम पेमेंट बैंक के जरिए ही देता है। इसलिए दूसरे बैंकों के साथ टाई-अप नहीं होने की स्थिति में 29 फरवरी के बाद UPI सर्विस भी बंद हो जाएगी। पेटीएम ने बताया है कि उसकी NPCI और RBI दोनों के साथ इसे लेकर चर्चा चल रही है।
राहुल: सेविंग अकाउंट, वॉलेट, फास्टैग और NCMC अकाउंट का क्या होगा?
फाइनेंशियल एक्सपर्ट: सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड आदि में मौजूद पैसों के विड्रॉल या उपयोग पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है। बैलेंस अवेलेबल होने तक इनका इस्तेमाल किया जा सकेगा।
राहुल: क्या पेटीएम म्यूचुअल फंड और पेटीएम मनी स्टॉक अकाउंट सुरक्षित हैं?
फाइनेंशियल एक्सपर्ट: पेटीएम अपनी स्टॉक ब्रोकिंग और म्यूचुअल फंड सर्विसेज पेटीएम मनी के जरिए देता है। पेटीएम मनी एक सेबी रजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर और डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट है। इसलिए सर्विसेज पूरी तरह से प्रभावित नहीं होंगी। अगर आप पैसों के क्रेडिट और डेबिट के लिए पेटीएम पेमेंट बैंक के अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं तो फिर आपकी सर्विसेज प्रभावित होंगी।
राहुल: मैंने तो पेटीएम से गोल्ड भी खरीदा है, क्या यह सुरक्षित हैं?
फाइनेंशियल एक्सपर्ट: गोल्ड इन्वेस्टमेंट MMTC-PAMP के जरिए पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए पेटीएम पेमेंट बैंक पर लिए गए RBI के एक्शन से ये सर्विस पूरी तरह से प्रभावित नहीं होगी। अगर आप पैसों के क्रेडिट और डेबिट के लिए पेटीएम पेमेंट बैंक के अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं तो फिर आपकी सर्विसेज प्रभावित होंगी।
राहुल: पेटीएम से लिए क्रेडिट कार्ड, लोन और इंश्योरेंस का क्या होगा?
फाइनेंशियल एक्सपर्ट: पेटीएम जो क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड करता है वो SBI और HDFC की पार्टनरशिप में करता है। इसी तरह लोन और इंश्योरेंस सर्विस भी पेटीएम पर दूसरे बैंक और NBFC के जरिए मिलती है। इसका पेटीएम पेमेंट बैंक से कोई-लेना देना नहीं है।
राहुल: आखिर पेटीएम बैंक किन चीजों का उल्लंघन कर रहा था?
फाइनेंशियल एक्सपर्ट: मनीकंट्रोल के अनुसार RBI को पेटीएम की KYC में बड़ी अनियमितताएं मिली हैं, जिससे ग्राहक सीरियस रिस्क में आ गए थे। पेटीएम ने लाखों ग्राहकों की KYC नहीं की थी। लाखों अकाउंट का पैन वैलिडेशन नहीं हुआ था। मल्टिपल कस्टमर्स के लिए सिंगल पैन का इस्तेमाल हो रहा था। कई मौकों पर RBI को बैंक की ओर से गलत जानकारी भी दी गई।
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