मॉस्को2 मिनट पहले
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रूस की एक अदालत ने गूगल पर 20 डेसिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया है। ये रकम पूरी दुनिया की GDP का 620 गुना से ज्यादा है। इसका मतलब है दुनिया के सभी देशों की GDP को 620 बार जोड़ा जाए, तब जाकर ये रकम जमा होगी।
दरअसल गूगल ने 2020 में रूस समर्थक 17 यू-ट्यूब चैनल को बैन कर दिया था। इसके खिलाफ चैनल्स ने कोर्ट केस किया था। कोर्ट ने 2020 में सुनवाई करते हुए चैनल्स पर से बैन हटाने तक रोजाना 1 लाख रूबल (रूसी करेंसी) का जुर्माना लगाया था।
इसके लिए 9 महीने का वक्त दिया गया था। यदि इस दौरान कंपनी जुर्माना नहीं चुकाती है तो हर 24 घंटे में ये दोगुना हो जाएगा। अब ये जुर्माना 20 डेसिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
ये है पूरा मामला
रूसी नागरिकों ने यूट्यूब चैनल बंद करने के विरोध में मोस्को मवन स्थित अमेरिकी दूतावास के बाहर प्रदर्शन भी किया था
ये केस 2020 में शुरू हुआ था जब गूगल ने रूस समर्थक 17 चैनलों को यूट्यूब से हटा दिया था। इसमें सरकारी चैनल रूस-1 भी शामिल था। इसके बाद रूस-1 के एंकर मार्गारीटा सिमोन्यान ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने फैसले में 1 लाख रूबल प्रति दिन का जुर्माना तय किया था।
2022 में गूगल को रूस में दिवालिया घोषित कर दिया गया था लेकिन गूगल की सर्च इंजन और यूट्यूब जैसी सेवाएं अब भी रूस में उपलब्ध हैं। एक्स और फेसबुक को रूस ने बैन कर दिया है, लेकिन गूगल पर यह प्रतिबंध अभी तक नहीं लगाया गया है। हालांकि गूगल ने रूस में अपनी सर्विसेज कम कर दी हैं।
इतना बड़ी रकम का जुर्माना दुनिया के कानूनी इतिहास में सबसे बड़े दंडों में से एक है। गूगल ने कहा है कि ये उनकी सर्विसेज को प्रभावित नहीं करेगा।
ये देश भी लगा चुके हैं गूगल पर फाइन
पिछले 10 सालों में अलग अलग देश कुल मिलाकर गूगल पर 14 अरब डॉलर (11 हजार 620 करोड़ रूपए) का जुर्माना लगा चुके हैं। भारत ने भी 21 अक्टूबर 2022 को अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस के मामले में गूगल पर 13 हजार से अधिक करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था। ब्रिटेन में भी गूगल पर डिजिटल विज्ञापन मार्केट में गलत तरीके से फायदा उठाने का आरोप है।
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