No Cost EMI Benefits; Credit Card Shopping Offers | Terms Conditions | ‘नो-कॉस्ट’ शॉपिंग को ब्याज मुक्त ईएमआई में बांटने का तरीका: लेकिन इसकी नियम शर्तें जरूर देखें, यहां जानें इससे जुड़ी खास बातें


आदिल शेट्टी, सीईओ, बैकबाजार57 मिनट पहले

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क्रेडिट कार्ड कई लोगों के लिए पेमेंट के पसंदीदा विकल्प बन गए हैं। फेस्टिव सीजन में बैंक और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स मिलकर क्रेडिट कार्ड से खरीदारी पर आकर्षक ऑफर दे रहे हैं। यह सभी के लिए फायदे का सौदा है। खरीदारों को अच्छी डील मिलती हैं। कंपनियों की बिक्री बढ़ती है। क्रेडिट कार्ड कंपनियों का भी ट्रांजेक्शन बढ़ता है।

हालांकि क्रेडिट कार्ड यूजर्स को इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि पेमेंट समय पर हो, ताकि ब्याज और लेट पेनल्टी न भरना पड़े। यदि बड़े खचों को आप समय पर नहीं चुका पा रहा है तो नो कॉस्ट ईएमआई इस्तेमाल करें। इसमें शॉपिंग पर बिना ब्याज ईएमआई की सुविधा होती है।

इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर जैसे महंगे वस्तुओं पर यह सुविधा

फाइनेंस कंपनियां यह सुविधा कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर और गैजेट जैसी महंगी वस्तुओं पर देती हैं। यह विकल्प आपको अपने पेमेंट को 6-9 महीनों में चुकाने की सहूलियत देता है। इससे आप बजट में रहते हुए पसंदीदा ब्रांड्स के त्योहारी ऑफर का लाभ ले सकते हैं।

नो कॉस्ट ईएमआई में ब्याज व डिस्काउंट ऐसे काम करते हैं?

क्रेडिट कार्ड पर नो कॉस्ट कंज्यूमर्स को बिना ब्याज बड़े खर्चों को छोटी किश्तों में बांटने का आसान तरीका है। पार्टनर मर्चेट यह विकल्प देते हैं। कंज्यूमर्स के लिए यह समझना महत्वपूर्ण कि ब्याज और डिस्काउंट किस तरह काम करते हैं। ब्याज आमतौर पर व्यापारी या ब्रांड द्वारा दी जाने वाली कीमत में शामिल होता है।

उदाहरण के लिए यदि आप 40 हजार की कीमत वाला रेफ्रिजरेटर खरीदते हैं तो रिटेलर ने संभवतः ब्याज लागत को कीमत या आपको मिलने वाले ऑफर में शामिल किया होगा। याद रखें कि ब्याज अब भी लागू होगा, जिससे आपकी मासिक किस्तों में मामूली बढ़ोतरी होगी।

जिम्मेदारी से इसका इस्तेमाल करें

नो कॉस्ट ईएमआई ऑप्शन का इस्तेमाल जिम्मेदारी से करना चाहिए। पुनर्भुगतान शर्तों की जांच करें और पक्का करें कि वे आपके मासिक बजट में फिट हो चुनने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर की समझ रखें, क्योंकि आपके स्कोर का आपके लिए ब्याज दर से सीधा ताल्लुक है। जिम्मेदार क्रेडिट इस्तेमाल इस स्कोर को इम्प्रूव करेगा। दूसरी ओर भुगतान न करना आपके स्कोर को बिगाड़ेगा। इससे भविष्य में लोन लेने में दिक्कत होगी।

शर्तों को अच्छी तरह समझने के बाद ही यह ऑप्शन चुनें

नो कॉस्ट ईएमआई की सुविधा लेने से पहले इसकी शर्तें अच्छी तरह सम्झ लें। प्रोडक्ट की कीमत में शामिल कॉस्ट के बारे में जरूर पता करें। पक्का करें कि ईएमआई आपके मासिक बजट में फिट हो ईएमआई चुनने से पहले अपना क्रेडिट स्कोर देख लें। अच्छे क्रेडिट स्कोर से बेहतर डील मिल सकती है।

बेस्ट ऑफर देखें

फेस्टिव सीजन में क्रेडिट कार्ड का अधिकतम फायदा उठाएं। अलग-अलग क्रेडिट कार्ड अलग-अलग फेस्टिवर बेनीफिट्स और रिवॉर्ड देते हैं। शॉपिंग से पहले चेक करें कि किस कार्ड पर सबसे अच्छे छूट और कैशबैक उपलब्ध है।

क्रेडिट कार्ड बिल मैनेज करें

​​​​​​​आदर्श नियम यह है कि आपके सारे ईएमआई कभी भी इनलैंड इनकम का 40% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। यदि आपका क्रेडिट कार्ड ड्यू बढ़ गया है तो ऊंची ब्याज दरों से बचने के लिए सेविंग्स का इस्तेमाल करें। ध्यान रहे कि क्रेडिट कार्ड की 36% ब्याज दर से बचने के लिए अपने खर्चों को ईएमआई में कन्वर्ट कर सकते हैं, जहां व्याज दर 18% हो। यह नो कॉस्ट ईएमआई से अलग है। पर याद रहे, ब्याज फ्री पीरियड में पेमेंट करना सबसे अच्छा है।

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