Israel Hamas War Ceasefire Arab Foreign Ministers Meeting Update | इजराइल-हमास सीजफायर के लिए नई पहल: सऊदी अरब में चार देशों के फॉरेन मिनिस्टर मिले; हमास बोला- जंग जल्द रोकी जाए


रियाद/दोहा4 घंटे पहले

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8 फरवरी को रियाद में सऊदी अरब, जॉर्डन, कतर और इजिप्ट की मीटिंग हुई। - Dainik Bhaskar

8 फरवरी को रियाद में सऊदी अरब, जॉर्डन, कतर और इजिप्ट की मीटिंग हुई।

इजराइल और हमास के बीच नवंबर के बाद एक और सीजफायर की उम्मीद जिंदा है। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में गुरुवार रात UAE, कतर और जॉर्डन के फॉरेन मिनिस्टर्स की मीटिंग हुई। इसका एक और दौर होना है।

दूसरी तरफ, हमास ने एक बार फिर कहा है कि वो जल्द से जल्द सीजफायर चाहता है, क्योंकि गाजा में हालात बदतर हो चुके हैं और इसके बावजूद इजराइली हमले बंद नहीं हो रहे हैं।

हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइली शहरों पर हमला करके 1200 लोगों को मार डाला था। 234 लोगों को बंधक बना लिया था। 130 अब भी उसके कब्जे में हैं। इसके बाद इजराइल ने जवाबी हमला किया था और ये अब भी जारी हैं।

फौरन सीजफायर ही एजेंडा

  • सऊदी अरब में यह मीटिंग बहुत जल्दबाजी में बुलाई गई है। इसके पहले पिछले हफ्ते पेरिस में अमेरिका और इजराइल भी इन देशों के साथ मीटिंग में शामिल हुए थे। इसमें हमास का पक्ष कतर के डिप्लोमैट्स ने रखा था।
  • पेरिस मीटिंग के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजराइल पहुंचे और वहां प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और डिफेंस मिनिस्टर से मुलाकात की। इसके बाद सऊदी अरब ने अरब देशों के विदेश मंत्रियों की यह मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग का सिर्फ एक एजेंडा है कि किसी भी तरह पहले इजराइल और हमास को सीजफायर के लिए तैयार किया जाए। इसके बाद बाकी मामलों खासकर होस्टेज डील पर बातचीत की जाए।
तस्वीर 2016 की है। तब कतर के अमीर हमाद अल थानी ने दोहा में हमास के दो नेताओं इस्माइल हानिया (दाएं) और खालिद मशाल से मुलाकात की थी।

तस्वीर 2016 की है। तब कतर के अमीर हमाद अल थानी ने दोहा में हमास के दो नेताओं इस्माइल हानिया (दाएं) और खालिद मशाल से मुलाकात की थी।

सिविलियन्स की फिक्र सबसे ज्यादा

  • मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में सऊदी फॉरेन मिनिस्टर फैसल ने कहा- गाजा में आम फिलिस्तीनी इजराइली हमलों में मारे जा रहे हैं। इसे फौरन रोका जाना चाहिए और हमारी पहली कोशिश इजराइली हमलों को रोकना है। कोई ऐसा रास्ता निकाला जाना चाहिए जिससे गाजा में बहुत जरूरी चीजों की सप्लाई बहाल हो और लोगों को इलाज मिल सके। अगर ये जंग जल्द नहीं रोकी गई तो हजारों लोग सिर्फ भूख से मर जाएंगे।
  • फैसल ने UN की रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी फॉर फिलिस्तीन रिफ्यूजी (UNRWA) के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा- हम चाहते हैं कि इस एजेंसी को गाजा में काम करने देना चाहिए। इस पर लगी तमाम पाबंदियां हटा ली जानी चाहिए।
हमास ने सीजफायर प्रपोजल के लिए जो ड्राफ्ट तैयार किया है, उसमें एक मांग यह भी है कि गाजा में फूड और मेडिसिन समेत तमाम सप्लाई बहाल की जाएंगी। (फाइल)

हमास ने सीजफायर प्रपोजल के लिए जो ड्राफ्ट तैयार किया है, उसमें एक मांग यह भी है कि गाजा में फूड और मेडिसिन समेत तमाम सप्लाई बहाल की जाएंगी। (फाइल)

हमास ने तीन फेज में 135 दिन का सीजफायर मांगा है

  • ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक- रिपोर्ट के मुताबिक- हमास ने तीन फेज में कुल 135 दिन का सीजफायर मांगा है। उसने कहा है कि इसके बाद पूरी तरह जंग खत्म करने का प्लान तैयार किया जाएगा। UN के अलावा रूस, तुर्किये, इजिप्ट और कतर इस सीजफायर के गारंटर बनेंगे।
  • हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइली सीमा के करीब बसे शहरों पर हमला किया था। इसमें 1200 लोग मारे गए थे। 253 को बंधक बना लिया था। नवंबर 2023 में इनमें से 110 को छोड़ दिया गया था। बाकी अब भी हमास के कब्जे में हैं।
इजराइली सरकार पर बंधकों की रिहाई को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है। तेल अवीव में आए दिन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

इजराइली सरकार पर बंधकों की रिहाई को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है। तेल अवीव में आए दिन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

कैसे तैयार हुआ प्लान

  • रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर गाजा और इजराइल में अमन बहाली करनी है तो ‘स्टेप बाय स्टेप’ बढ़ना होगा। हमास ने कतर और इजिप्ट के अलावा अमेरिका को नया सीजफायर प्लान भेजा था।
  • ड्राफ्ट में हमास ने कहा- सीजफायर तीन फेज में होना चाहिए। हर फेज में 45 दिन जंग बंद रखनी होगी। इस दौरान इजराइल अपनी कैद में मौजूद लोगों (हमास आतंकियों समेत) को छोड़ेगा। इसके बाद हमास सभी बंधकों को रिहा करेगा। इसी दौरान गाजा का री-कन्सट्रक्शन शुरू होगा। इजराइली सेना गाजा से पूरी तरह वापसी करेगी।
  • अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन कतर और इजिप्ट में मीडिएटर्स से बातचीत के बाद इजराइल पहुंचे। माना जा रहा है जंग शुरू होने के बाद सीजफायर की यह गंभीर और सीरियस कोशिश है। इसका मकसद है कि सीजफायर के बाद दोबारा जंग शुरू नहीं होना चाहिए, जैसा पिछले साल नवंबर में सात दिन के सीजफायर के बाद हुआ था।

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