4 मिनट पहले
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पुतिन ने 2022 में भी रूस की महिलाओं से 10 बच्चे पैदा करने की अपील की थी।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने नागरिकों से ऑफिस में काम के बीच शारीरिक संबंध बनाने की अपील की है। पुतिन ने कहा, “रूसी नागरिकों का संरक्षण करना हमारी प्राथमिकता है। रूसियों का भविष्य अब उनकी तादाद पर निर्भर करता है।”
वहीं रूस के स्वास्थ्य मंत्री डॉ येवगेनी शेसतोपालोव ने कहा कि काम का प्रेशर बच्चा न पैदा करने का बहाना नहीं हो सकता है। आप काम के बीच ब्रेक लेकर भी शारीरिक संबंध बना सकते हैं। ब्रिटिश अखबार मेट्रो की रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन ने ऐसा देश में गिरती जन्म दर को ठीक करने के लिए कहा है।
दरअसल, रूस में जन्म दर 1.5 बच्चे प्रति महिला है। जबकि देश की आबादी को बनाए रखने के लिए 2.1 बच्चे प्रति महिला की जन्म दर होनी जरूर है। वहीं यूक्रेन के खिलाफ जंग शुरू होने के बाद से रूस के 10 लाख नागरिक अब तक देश छोड़कर जा चुके हैं। इसमें ज्यादातर युवा वर्ग के लोग शामिल हैं।
रूस सबसे ज्यादा आबादी वाले टॉप 10 देशों में शामिल है। हालांकि, पिछले कुछ सालों से यहां की जनसंख्या में लगातार गिरावट आई है।
पुतिन ने कहा था- 8 बच्चे पैदा करें महिलाएं यह पहली बार नहीं है जब पुतिन ने देश की घटती जन्म दर को लेकर चिंता जताई है। इससे पहले पिछले साल दिसंबर में पुतिन ने रूस की महिलाओं से कहा था कि वे कम से कम 8 बच्चों को जन्म दें। रूसी घरों में बड़े परिवारों की परंपरा शुरू किए जाने की जरूरत है।
पुतिन ने कहा था, “कई समुदायों में आज भी ज्यादा बच्चे पैदा कर परिवार को बढ़ाने और परंपराओं को बनाए रखने का चलन है। हमें यह याद करने की जरूरत है कि हमारी दादी और पड़दादी के जमाने में घरों में 7-8 बच्चे होते थे।”
रूस में जन्म दर 25 साल के निचले स्तर पर रूसी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, 1999 के बाद रूस में जन्म दर अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। आबादी के मामले में दुनिया के टॉप 10 देशों में शामिल रूस में इस साल जून में 1 लाख से भी कम बच्चे पैदा हुए। 2024 की पहली छमाही में करीब 6 लाख बच्चों का जन्म हुआ। यह पिछले साल की तुलना में 16 हजार कम है।
वहीं रूस में इस साल जनवरी से जून तक 3 लाख 25 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई। इसकी वजह से देश की आबादी लगातार कम होती जा रही है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने जुलाई में कहा था कि यह स्थित देश के भविष्य के लिए विनाशकारी है।
रूस के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र करेलिया में अधिकारियों ने मां बनने वाली कॉलेज छात्राओं के लिए नई योजनाएं जारी की हैं। इसके तहत लोकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी में 25 साल से कम उम्र की जो छात्राएं स्वस्थ बच्चों को जन्म देंगी उन्हें करीब 92 हजार रुपए दिए जाएंगे।
ये सोवियत युग का एक पोस्टर है। इससे ‘ग्लोरी टू मदर हीरोइन’ अवॉर्ड की घोषणा की गई थी। राष्ट्रपति पुतिन ने इसी अवॉर्ड को 2022 में दोबारा शुरू किया।
पुतिन ने कहा था- 10 बच्चे पैदा करने पर महिलाओं को करेंगे सम्मानित इससे पहले 2022 में पुतिन ने घोषणा की थी कि वे 10 बच्चे पैदा करने वाली महिलाओं को ‘मदर हिरोइन’ नाम का अवॉर्ड देंगे। यह अवॉर्ड सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान भी महिलाओं को दिया जाता था। उस समय भी रूस की जनसंख्या तेजी से घट रही थी। रूस ने 1991 में सोवियत संघ के टूट जाने के बाद ये अवॉर्ड देना बंद कर दिया था।
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