Bajaj Housing Finance IPO; Tolins Tyres | Kross IPO Price Details | 9 सितंबर को 3 IPO ओपन होंगे: बजाज हाउसिंग फाइनेंस, क्रॉस लिमिटेड और टॉलिन्स टायर्स में निवेश का मौका, मिनिमम इन्वेस्टमेंट ₹14,880


मुंबई9 मिनट पहले

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शेयर मार्केट में लिस्टिंग के लिए 9 सितंबर को 3 इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO ओपन होंगे। इसमें बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, क्रॉस लिमिटेड और टॉलिन्स टायर्स लिमिटेड शामिल हैं। निवेशक तीनों IPO के लिए 11 सितंबर तक बोली लगा सकेंगे।

16 सितंबर को इन तीनों कंपनियों के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर लिस्ट होंगे। आइए इन तीनों कंपनियों के IPO के बारे में एक-एक करके जानते हैं।

1. बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड
बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड इस IPO के जरिए टोटल ₹6,560 करोड़ जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ₹3,560 करोड़ के 508,571,429 फ्रेश शेयर इश्यू कर रही है। जबकि, कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए ₹3,000 करोड़ के 428,571,429 शेयर बेच रहे हैं।

मैक्सिमम 2782 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते हैं रिटेल निवेशक
बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड ने इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹66-₹70 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 214 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹70 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,980 इन्वेस्ट करने होंगे।

वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 2782 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹194,740 इन्वेस्ट करने होंगे।

ग्रे मार्केट में बजाज हाउसिंग फाइनेंस का प्रीमियम 66.43%
IPO ओपनिंग से पहले कंपनी का शेयर ग्रे मार्केट में 66.43% यानी ₹46 प्रति शेयर के प्रीमियम पर पहुंच गया है। ऐसे में अपर प्राइस बैंड ₹70 के हिसाब से इसकी लिस्टिंग ₹116.5 पर हो सकती है। हालांकि, इससे केवल अनुमान लगाया जा सकता है, शेयर की लिस्टिंग की प्राइस ग्रे मार्केट की प्राइस से अलग होती है।

नॉन डिपॉजिट टेकिंग हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है बजाज हाउसिंग फाइनेंस
बजाज हाउसिंग फाइनेंस एक नॉन डिपॉजिट टेकिंग हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (HFC) है, जिसकी स्थापना 2008 में हुई। 2015 से कंपनी नेशनल हाउसिंग बैंक (NHB) के साथ रजिस्टर्ड है और वित्त वर्ष 2018 से मॉर्गेज लोन (बंधक ऋण) की पेशकश करती है।

कंपनी बजाज ग्रुप का हिस्सा है, जो होम लोन, प्रॉपर्टी के अगेंस्ट लोन, लीज रेंटल डिस्काउंटिंग और डेवलपर फाइनेंसिंग समेत कई मॉर्गेज प्रोडक्ट्स ऑफर करती है। 31 मार्च 2024 तक कंपनी के 308,693 एक्टिव कस्टमर्स थे, जिनमें से 81.7% होम लोन कस्टमर्स थे।

2. क्रॉस लिमिटेड
क्रॉस लिमिटेड इस IPO के जरिए टोटल ₹230 करोड़ जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ₹200 करोड़ के 8,849,558 फ्रेश शेयर इश्यू कर रही है। जबकि, कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए ₹30 करोड़ के 1,327,434 शेयर बेच रहे हैं।

मैक्सिमम 858 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते हैं रिटेल निवेशक
क्रॉस लिमिटेड ने इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹215-₹226 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 66 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड₹226 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,916 इन्वेस्ट करने होंगे।

वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 858 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹193,908 इन्वेस्ट करने होंगे।

ग्रे मार्केट में क्रॉस लिमिटेड का प्रीमियम 11.06%
IPO ओपनिंग से पहले कंपनी का शेयर ग्रे मार्केट में 11.06% यानी ₹25 प्रति शेयर के प्रीमियम पर पहुंच गया है। ऐसे में अपर प्राइस बैंड ₹226 के हिसाब से इसकी लिस्टिंग ₹251 पर हो सकती है। हालांकि, इससे केवल अनुमान लगाया जा सकता है, शेयर की लिस्टिंग की प्राइस ग्रे मार्केट की प्राइस से अलग होती है।

3. टॉलिन्स टायर्स लिमिटेड
टॉलिन्स टायर्स लिमिटेड IPO के जरिए टोटल ₹500 करोड़ जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ₹250 करोड़ के 10,416,667 फ्रेश शेयर इश्यू कर रही है। जबकि, कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए ₹250 के 10,416,667 शेयर बेच रहे हैं।

मैक्सिमम 806 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते हैं रिटेल निवेशक
टॉलिन्स टायर्स लिमिटेड ने इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹228-₹240 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 62 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹240 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,880 इन्वेस्ट करने होंगे।

वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 806 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹193,440 इन्वेस्ट करने होंगे।

IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।

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