2 मिनट पहले
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रूसी जासूस मानी जाने वाली ह्वाल्दिमीर व्हेल की नार्वे के करीब मौत हो गई। मौत का कारण अभी तक पता नहीं चला है।
रूस की जासूस मानी जाने वाली सफेद बेलुगा व्हेल ‘ह्वाल्दिमिर’ की मौत हो गई है। BBC के मुताबिक 31 अगस्त को नॉर्वे के रिसाविका खाड़ी में मछली पकड़ने गए पिता-पुत्र को व्हेल का शव तैरता हुआ मिला।
14 फीट लंबी इस व्हेल की उम्र लगभग 15 साल थी। वजन 1,225 किलो था। इसके शव को क्रेन की मदद से निकाला गया। अभी मौत की वजह का पता नहीं चला है मगर आशंका जताई जा रही है कि किसी बड़ी नाव की टक्कर से मौत हुई होगी। इसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
ह्वाल्दिमिर व्हेल के बारे में दुनिया को पहली बार 2019 में पता चला था। इसे रूस से 415 किमी दूर नॉर्वे में इंगोया द्वीप के तट पर देखा गया था। बेलुगा व्हेल इस इलाके में नहीं मिलती, इसलिए इस पर नजर रखा जाने लगा।
ह्वाल्दिमिर नॉर्वे में पहली बार अप्रैल 2019 में देखा गया था। इसके गले पर पट्टा लगा हुआ था।
पट्टे पर सेंट पीटर्सबर्ग लिखा हुआ था। यह रूस में मॉस्को के बाद दूसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर है।
पुतिन के नाम पर रखा गया व्हेल का नाम
व्हेल को करीब से देखने पर उसके गले में एक पट्टा देखा गया था। शरीर पर कैमरे के साथ मशीनें भी लगी हुई थीं जिस पर रूसी शहर सेंट पीटर्सबर्ग का नाम लिखा हुआ था। रूसी नौसेना को व्हेल को ट्रेनिंग देने के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि इसे रूस का जासूसी व्हेल माना जाने लगा।
ह्वाल्दिमिर के बारे में पश्चिमी मीडिया में दावा किया गया कि यह जानवरों को जासूस बनाने वाले रूसी प्रोजेक्ट का हिस्सा थी। हालांकि, रूस ने कभी भी इसे नहीं माना। व्हेल को नॉर्वे में ह्वाल कहा जाता है। इसके बाद ह्वाल और रूसी राष्ट्रपति के नाम को मिलाकर इसे सोशल मीडिया पर ह्वाल्दिमिर जासूस व्हेल कहा जाने लगा।
बेलुगा व्हेल आम तौर पर ठंडे आर्कटिक महासागर में रहती हैं। लेकिन ह्वाल्डिमिर इंसानों के बीच आसानी से रह लेती थी। वह इंसानों के साथ डॉल्फिन की तरह खेलती थी। ऐसे में विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया कि ह्वाल्दिमीर ने इंसानी कैद में काफी वक्त गुजारा होगा इसलिए वह इंसानों के साथ रहने की आदी हो चुकी है।
ह्वाल्दिमिर को इंसानों के साथ खेलना पसंद था।
ह्वाल्डिमिर नॉर्वे के लोगों के साथ घुल-मिल गई थी। वह हाथ के इशारे पर भी रिएक्ट करती थी।
शांत स्वभाव की थी ह्वाल्डिमिर, इंसानों के साथ खेलती थी
ह्वाल्डिमिर की हिफाजत करने वाली नॉर्वे की एक NGO मरीन माइंड ने बताया कि पिछले कुछ सालों में उसे कई तटीय इलाकों में देखा गया था। हमें जल्द ही पता चल गया कि वो बहुत शांत स्वभाव का है। उसे लोगों के साथ खेलना पसंद था।
NGO ने कहा कि ह्वाल्डिमिर को लोगों के साथ खेलना पसंद था। उसे नॉर्वे में हजारों लोग प्यार करते थे। उसकी मौत दिल तोड़ने वाली है। मरीन माइंड ने कहा कि मरने से एक दिन पहले शुक्रवार को वह हमें आखिरी बार दिखी थी। वह तब सामान्य नजर आई। यही वजह है कि हम उसके मौत की वजह जानना चाहते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक ह्वाल्डिमिर की मौत समय से बहुत पहले हो गई है। आम तौर पर बेलुगा व्हेल की औसत उम्र 60 साल मानी जाती है। हालांकि उसके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं।
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