2 मिनट पहले
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मोहम्मद यूनुस ने PM मोदी से फोन पर बातचीत के दौरान कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों की रिपोर्ट को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।
बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस ने शुक्रवार शाम को PM नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। यूनुस ने बांग्लादेश में हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर PM मोदी को जानकारी दी।
यूनुस ने PM मोदी से कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों की रिपोर्ट को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। उन्होंने स्थिति को जांचने के लिए भारतीय पत्रकारों को देश का दौरा करने के लिए और मौके से घटना की रिपोर्टिंग करने के लिए आमंत्रित किया है।
PM मोदी के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाने पर अंतरिम सरकार के मुखिया यूनुस ने कहा कि उनकी सरकार अल्पसंख्यकों समेत देश के सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए कमिटेड है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में स्थिति अब नियंत्रण में है और देश में जनजीवन सामान्य हो रहा है।
एक्ट्रेस रोकेया प्राची पर हमला
बांग्लादेश में एक्ट्रेस रोकेया प्राची पर हमला हुआ है। बांग्ला अखबार द डेली स्टार के मुताबिक नेशनल अवार्ड से सम्मानित अभिनेत्री प्राची बुधवार शाम को बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की बरसी पर कैंडल लाइट प्रोटेस्ट करने पहुंची थीं।
वे धनमंडी-32 में बंगबंधु के पुराने आवास पर छात्र आंदोलन के दौरान हुए हिंसा की जांच की मांग कर रही थीं, तभी 30 से 40 लोगों ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने कपड़े फाड़ दिए। थप्पड़ मारा और धक्का देकर गिराने की कोशिश की।
इंडिया टुडे से बात करते हुए एक्ट्रेस प्राची ने कहा कि उन्हें पीटने वाले जमात और BNP के कार्यकर्ता थे। वहां मौजूद दूसरी महिलाओं के साथ भी हिंसा की गई। प्राची ने कहा कि देश में जैसे हालात हैं, उन्हें नहीं पता कि वे कल जिंदा बच पाएंगी या नहीं। उन्हें इस नई-नई मिली आजादी में कुछ भी ठीक नहीं लग रहा।
रोकेया प्राची अवामी लीग की मेंबर हैं। उन्हें अभिनय के लिए नेशनल अवार्ड भी मिल चुका है।
आरक्षण के मुद्दे पर सरकार गिराई, अब हिंसा कर रहे
प्राची ने कहा कि वो अवामी लीग की मेंबर हैं इसलिए उन पर हमला हुआ। वह 1971 के बारे में सुन चकी हैं मगर ये उससे भी बड़ा है। कई हिंदुओं पर हमले हुए हैं। देश को आजाद कराने वाले बंगबंधु की निशानियों को मिटाया जा रहा है। वे राष्ट्रगान को बदलना चाहते हैं। उन्होंने आरक्षण के मुद्दे का सहारा लेकर ये सब किया है।
प्राची ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि देश कौन चला रहा है। वे सिर्फ हत्याएं कर रहे हैं और शवों को लटका रहे हैं। आज जो कुछ हो रहा है वह बांग्लादेश की जड़ों को मिटाने की कोशिश है। मैं बंदूक की नोक पर भी अब किसी चीज से समझौता नहीं करूंगी।
अभिनेत्री पर हुए हमले की बांग्लादेश के अभिनेता-अभिनेत्रियों ने निंदा की है। प्राची 90 के दशक में फिल्मों में आई थीं। उन्होंने कई बड़ी फिल्मों में काम किया। वह डायरेक्शन और प्रोडक्शन में भी सक्रिय रह चुकी हैं।
सुबोर्ना मुस्तफा महिलाओं के लिए रिजर्व सीट से 2019 में सांसद चुनी गई थीं।
अभिनेत्री सुबोर्ना पर भी हमला, पिछले कार्यकाल में सांसद थीं
बांग्लादेश में एक और अभिनेत्री सुबोर्ना मुस्तफा पर भी हमला हुआ है। ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक सुबोर्ना बुधवार रात को अपने घर पर थीं तभी कुछ लोगों ने घर में घुसकर हमला कर दिया। फिलहाल वह सुरक्षित हैं। सुबोर्ना 80 के दशक की फेमस एक्ट्रेस रही हैं। वे कई फिल्मों में और टीवी सीरियल्स में काम कर चुकी हैं।
सुबोर्ना को देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान भी मिल चुका है। वह बाद में शेख हसीना की पार्टी से जुड़ गईं। वे 2019 से 2024 तक अवामी लीग पार्टी की सांसद रह चुकी हैं। इससे पहले देश में पसरी हिंसा के बीच 5 अगस्त को अभिनेता शांतो खान और उनके पिता सलीम खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। सलीम खान फिल्म निर्माता थे और शेख हसीना की पार्टी से जुड़े थे।
अपनी राजनीतिक पार्टी बनाएंगे छात्र नेता
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाने वाले छात्रों के नेता खुद की राजनीतिक पार्टी बनाएंगे। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक चार छात्र नेताओं ने कहा कि उनका टारगेट फिर से शेख हसीना की पार्टी को सत्ता में आने से रोकना है।
बांग्लादेश में पिछले कुछ दशक में शेख हसीना की अवामी लीग और खालिदा जिया की BNP पार्टी ही सरकार बनाती रही है। छात्रों ने कहा कि वे इस 2 पार्टी वाले सिस्टम को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे सुधारों को लागू करने के लिए खुद की नई पार्टी बनाने पर विचार कर रहे हैं।
बांग्लादेश में शेख हसीना के समर्थकों को छात्रों ने पीटा, मुजीबुर्रहमान की बरसी मनाने आए थे
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में गुरुवार को अवामी लीग के कार्यकर्ताओं पर हमले हुए। ये सभी देश के पहले राष्ट्रपति और हसीना के पिता शेख मुजीबुर्रहमान की बरसी मनाने के लिए इकट्ठा हुए थे।
15 अगस्त 1975 को शेख मुजीबुर्रहमान की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से हर साल इस तारीख को उन्हें बड़े पैमाने पर श्रद्धांजलि दी जाती रही है। आज झड़पों के डर से कई लोग घरों के अंदर ही रहे। शहर भर में दुकानें बंद रहीं। इसी बीच शेख मुजीबुर्रहमान को श्रद्धांजलि देने आए आवामी लीग के समर्थकों पर छात्रों ने लाठियों से हमला किया। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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