Joe Biden Vs Donald Trump; US Presidential Candidate Popularity Race 2024 | बाइडेन का फिर मजाक उड़ा: मैक्रों की जगह दिवंगत फ्रेंच प्रेसिडेंट का जिक्र किया; नए पोल में ट्रम्प को दोगुनी बढ़त


लास वेगास16 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
बाइडेन का दावा है कि अमेरिका में बेरोजगारी और महंगाई दोनों तेजी से कम हो रहे हैं और इसका फायदा मिडिल क्लास को ज्यादा हो रहा है। (फाइल) - Dainik Bhaskar

बाइडेन का दावा है कि अमेरिका में बेरोजगारी और महंगाई दोनों तेजी से कम हो रहे हैं और इसका फायदा मिडिल क्लास को ज्यादा हो रहा है। (फाइल)

अमेरिकी राष्ट्रपति की मेंटल फिटनेस पर एक बार फिर सवालिया निशान लगे हैं। रविवार रात (भारत में सोमवार) नेवादा में डेमोक्रेटिक पार्टी के दौरान बाइडेन ने कई मिनिट तक फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रेंकोइस मिटरेंड से बातचीत का जिक्र किया। फ्रेंकोइस का 1996 में निधन हो चुका है।

इस बीच एनबीसी न्यूज का एक नया सर्वे सामने आया है। इसके मुताबिक- प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट की पॉपुलैरिटी रेस में इस वक्त बाइडेन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से दोगुने वोट से पिछड़ रहे हैं। ट्रम्प रिपब्लिकन पार्टी में भी सबसे आगे चल रहे हैं।

बाइडेन ने जिन फ्रेंकोइस मिटरेंड का जिक्र किया वो 1981 से 1995 के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति रहे। 1996 में उनका निधन हुआ।

बाइडेन ने जिन फ्रेंकोइस मिटरेंड का जिक्र किया वो 1981 से 1995 के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति रहे। 1996 में उनका निधन हुआ।

एक रैली में दो गलतियां

  • अमेरिकी वेबसाइट ‘द हिल’ की रिपोर्ट के मुताबिक- लास वेगास की इस रैली में बाइडेन ने दो गलतियां कीं। पहली- फ्रांस के उस राष्ट्रपति का जिक्र किया, जिसका 30 साल पहले निधन हो चुका है। दूसरी- उस इवेंट के बारे में भी कन्फ्यूज हो गए, जिसका वो जिक्र कर रहे थे। इतना ही नहीं वो फ्रांस को जर्मनी भी बोल गए।
  • प्रेसिडेंट बाइडेन ने कहा- हाल ही में मेरी मुलाकात फ्रेंच प्रेसिडेंट फ्रेंकोइस मिटरेंड से हुई। मैंने उनसे कहा- अमेरिका अब वर्ल्ड स्टेज पर वापसी कर चुका है। और जर्मन चांसलर मिटरेंड….माफ कीजिएगा फ्रांस… ने मेरी तरफ देखा और कहा…। रिपोर्ट के मुताबिक- यह पहली बार नहीं है जब बाइडेन ने ‘अमेरिका इज बैक’ का जिक्र किया हो। 2020 में इलेक्शन जीतने के बाद से ही बाइडेन इस स्लोगन को दोहराते आए हैं।
  • दरअसल, बाइडेन ब्रिटेन में 2021 में हुई जी-20 समिट के बारे में बताना चाहते थे, उस वक्त उन्होंने पद संभाला ही था। इस समिट के दौरान उनकी मुलाकात फ्रेंच प्रेसिडेंट एमैनुएल मैक्रों से हुई थी और उन्होंने मैक्रों को अमेरिकी ताकत का अहसास कराने के लिए ‘अमेरिका इज बैक’ स्लोगन सुनाया था।
पिछले साल प्लेन में सीढ़ियां चढ़ते-चढ़ते फिसलकर गिर गए जो बाइडेन।

पिछले साल प्लेन में सीढ़ियां चढ़ते-चढ़ते फिसलकर गिर गए जो बाइडेन।

मैक्रों से चिढ़ गए थे बाइडेन

  • बाइडेन जिस बातचीत का जिक्र वोटर्स के सामने कर रहे थे, उसमें मैक्रों की एक बात पर अमेरिकी राष्ट्रपति चिढ़ गए थे। दरअसल, हुआ ये कि जब बाइडेन ने मैक्रों के सामने यह जताना चाहा कि उनके प्रेसिडेंट बनने के साथ ही अमेरिका एक बार फिर वर्ल्ड सुपर पॉवर बनेगा तो मैक्रों ने इस पर चुटकी ली। मैक्रों ने कहा था- कल्पना कीजिए कि अगर ब्रिटेन की संसद पर हजारों लोग हमला कर दें और दो लोगों को मार डालें तो क्या रिएक्शन होगा? वो प्राइम मिनिस्टर का इलेक्शन प्रोसेस रोक दें तो क्या होगा।
  • दरअसल, मैक्रों उस वक्त ताजा-ताजा राष्ट्रपति चुने गए बाइडेन को यह इशारा कर रहे थे कि ट्रम्प समर्थकों ने अमेरिकी संसद (कैपिटॉल हिल) पर हमला किया था तो अमेरिका उन्हें रोक नहीं सका था। जब आप अपनी संसद की हिफाजत नहीं कर सकते तो सुपर पॉवर होने का दावा क्यों करते हैं।
  • बहरहाल, बाइडेन ने जिन फ्रेंकोइस मिटरेंड का जिक्र किया वो 1981 से 1995 के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति रहे। 1996 में उनका निधन हुआ।
बाली में G20 समिट के दौरान सीढ़ियां चढ़ते हुए गिरने से बाल-बाल बचे थे बाइडेन।

बाली में G20 समिट के दौरान सीढ़ियां चढ़ते हुए गिरने से बाल-बाल बचे थे बाइडेन।

नए पोल में ट्रम्प का पलड़ा भारी

  • अमेरिकी न्यूज चैनल ‘एनबीसी न्यूज’ के हालिया पोल के मुताबिक- प्रेसिडेंट बाइडेन इस वक्त रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बनने की रेस में सबसे आगे चल रहे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से दोगुने वोटों से पीछे हैं।
  • इस सर्वे में अलग-अलग टॉपिक्स पर सवाल पूछे गए थे और खास बात ये है कि बाइडेन हर मुद्दे पर ट्रम्प से पीछे नजर आए। अमेरिका में अवैध अप्रवासन यानी इल्लीगल इमीग्रेशन का मुद्दा छाया हुआ है। खास तौर पर मैक्सिको बॉर्डर से आने वाले लोगों को लेकर अमेरिकी अपनी सरकार से खासे नाराज हैं। उनका आरोप है कि इससे ड्रग स्मगलिंग और दूसरे क्राइम तेजी से बढ़े हैं।
  • इस मुद्दे पर बाइडेन को सिर्फ 23% वोट मिले। दूसरी तरफ, ट्रम्प 46% वोट के साथ बहुत आगे थे। इकोनॉमी, फॉरेन पॉलिसी और एजुकेशन के मुद्दे पर भी बाइडेन इस वक्त ट्रम्प से पीछे चल रहे हैं।
बाइडेन को पिछले साल इस तरह के नोट्स के साथ देखा गया था। इसमें उन्हें बताया गया था कि क्या बोलना है और कितनी देर बोलना है। बैठने-उठने के इंस्ट्रक्शन्स भी थे।

बाइडेन को पिछले साल इस तरह के नोट्स के साथ देखा गया था। इसमें उन्हें बताया गया था कि क्या बोलना है और कितनी देर बोलना है। बैठने-उठने के इंस्ट्रक्शन्स भी थे।

बाइडेन ब्लंडर और स्लीपी जो

  • डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी रिपब्लिकन पार्टी के नेता प्रेसिडेंट बाइडेन के लिए कई ‘बाइडेन ब्लंडर’ और ‘स्लीपी जो’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल उनकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर तंज करने के लिए करते रहे हैं। बाइडेन को गलतियों के लिए घेरा जाता रहा है। कभी उनके विमान की सीढियां चढ़ते हुए लड़खड़ा कर गिरने पर विवाद हुआ तो कभी यूक्रेनियन को ईरानियन कह देने पर उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
  • बाली G20 समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का एक फोटो वायरल हुआ था। इस समिट में उनके हाथ में एक कागज था। इस पर तफ्सील से लिखा था कि उन्हें समिट हॉल में क्या-क्या करना है। मसलन, कहां बैठना है- कब और कितनी देर बोलना है। इतना ही नहीं फोटो सेशन में कहां खड़ा होना है, इसके नोट्स भी थे। जिससे उनकी फिटनेस को लेकर काफी सवाल खड़े हो गए थे।
बाइडेन ने इस साल के शुरुआत में कहा था कि उन्हें सिर्फ काम से आंका जाना चाहिए। (फाइल)

बाइडेन ने इस साल के शुरुआत में कहा था कि उन्हें सिर्फ काम से आंका जाना चाहिए। (फाइल)

ट्रम्प ने बाइडेन का बताया था ‘अनफिट फॉर प्रेसिडेंसी’

  • जून 2022 में भी एक प्रोग्राम के दौरान बाइडेन के हाथ में ऐसा ही नोट नजर आया था। पिछले महीने एक फंक्शन में वो एक ऐसे सांसद को स्टेज से नाम लेकर पुकार रहे थे, जिसका दो दिन पहले ही निधन हुआ था। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प कई बार बाइडेन को ‘अनफिट फॉर प्रेसिडेंसी’ कहते रहे हैं।
  • अप्रैल 2023 में भी बाइडेन हंसी की वजह बने थे। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के सवालों का जवाब देने पहुंचे बाइडेन के हाथ में एक कागज नजर आया था। इसमें लिखा था कि सवाल क्या पूछे जाएंगे और प्रेसिडेंट को उनका जवाब क्या देना है।
रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बनने का ऐलान कर चुकीं भारतीय मूल की निक्की हेली बाइडेन और ट्रम्प दोनों की ज्यादा उम्र पर सवाल उठाती रही हैं। (फाइल)

रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बनने का ऐलान कर चुकीं भारतीय मूल की निक्की हेली बाइडेन और ट्रम्प दोनों की ज्यादा उम्र पर सवाल उठाती रही हैं। (फाइल)

मेंटल हेल्थ पर सवालिया निशान और चुनाव लड़ने की तैयारी

  • बाइडेन की मेंटल हेल्थ पर तब से सवाल उठते रहे हैं, जब वो बराक ओबामा एडमिनिस्ट्रेशन में वाइस प्रेसिडेंट थे। वो 2024 में फिर प्रेसिडेंशियल इलेक्शन लड़ेंगे। बाइडेन की उम्र इस वक्त 81 साल है।
  • रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बनने का ऐलान कर चुकीं भारतीय मूल की निक्की हेली ने पिछले साल बाइडेन का नाम लिए बिना कहा था- पार्टी कोई भी हो, अब देश की कमान यंग जेनरेशन के हाथ में होनी चाहिए। हर नेता जिसकी उम्र 75 साल हो चुकी हो, उसकी मेंटल हेल्थ का टेस्ट होना चाहिए। आखिर, वो अमेरिका जैसे महान देश को रिप्रेजेंट करता है।
  • हेली ने किसी का नाम तो नहीं लिया था, लेकिन उनके निशाने पर बाइडेन और डोनाल्ड ट्रम्प दोनों थे। निक्की की मांग पर बाइडेन ने कहा- मुझे उम्र से नहीं, काम से आंका जाना चाहिए। पत्नी जिल ने कहा- निक्की सिर्फ बकवास कर रही हैं। खास बात यह है कि निक्की हेली ने जिस मेंटल और फिजिकल टेस्ट की मांग की, उसका समर्थन खुद ट्रम्प भी कर चुके हैं। ट्रम्प ने कहा था- इसमें क्या गलत है? ये टेस्ट तो होने ही चाहिए। कम से कम अमेरिका अपने प्रेसिडेंट की वजह से शर्मसार तो नहीं होगा।

खबरें और भी हैं…



Source link

Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *