Iran executes 29, a day after protester’s hanging | ईरान में 29 लोगों को एक ही दिन फांसी: इनमें 2 अफगान नागरिक भी शामिल, हत्या, रेप और ड्रग्स की तस्करी के दोषी थे


2 मिनट पहले

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ईरान में सबसे ज्यादा ड्रग की तस्करी के मामले में मौत की सजा सुनाई जाती है। (तस्वीर-फाइल) - Dainik Bhaskar

ईरान में सबसे ज्यादा ड्रग की तस्करी के मामले में मौत की सजा सुनाई जाती है। (तस्वीर-फाइल)

ईरान में बुधवार को 29 लोगों को फांसी की सजा दी गई। तेहरान के बाहर गेजलहसर जेल में 26 लोगों को औक बाकी 3 लोगों को करज शहर की जेल में फांसी दी गई। AFP के मुताबिक नॉर्वे की एक ह्यूमन राइट संस्था ने ये दावा किया है।

जिन लोगों को फांसी दी गई उनमें दो अफगान नागरिक भी शामिल हैं। उन पर हत्या, नशीले पदार्थों की तस्करी और रेप के आरोप थे। अमेरिका स्थित ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स न्यूज एजेंसी (HRANA) और सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स इन ईरान (CHRI) ने भी गेजलहसर जेल में कम से कम दो दर्जन लोगों को फांसी दिए जाने की पुष्टि की है।

ईरान पर बार-बार आरोप लगाया जाता है कि 2022 के विरोध प्रदर्शनों में शामिल लोगों के लिए मौत की सजा दी जा रही है ताकि लोगों के बीच डर पैदा किया जा सके।

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में ईरानी मिशन के सामने फांसी की सजा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते लोग। तस्वीर मार्च 2024 की है।

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में ईरानी मिशन के सामने फांसी की सजा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते लोग। तस्वीर मार्च 2024 की है।

ईरान में फांसी की सजा के मामले बढ़े
ईरान से जुड़ी ह्यूमन राइट संस्था IHR के डायरेक्टर महमूद अमीरी मोगद्दम ने कहा कि इंटरनेशनल कम्युनिटी का इस पर अधिक ध्यान नहीं है। इस वजह से आने वाले महीने में सैकड़ों लोगों को ईरानी सरकार फांसी दे सकती है। उन्होंने ये भी कहा कि 2009 के बाद ये पहली बार जब इतनी बड़ी संख्या में लोगों को फांसी दी जा रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले ह्यूमन राइट्स ग्रुप्स ने मंगलवार को ईरान में एक शख्स को फांसी दिए जाने की आलोचना की थी। शख्स को एक रिवोल्यूशनरी गार्ड की हत्या का दोषी पाया गया था। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उसे यातना देकर कबूल कराया गया था।

फांसी की सजा पाने वाले शख्स का नाम गेलमरेजा रसाई है। महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान में शुरू हुए प्रदर्शन से जुड़ा वो दसवां शख्स है जिसे फांसी दी गई है।

महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान में हुए थे प्रदर्शन
22 साल की कुर्द समुदाय की महसा अमिनी को 13 सितंबर 2022 को तेहरान में गिरफ्तार किया गया था। दरअसल उसने हिजाब नहीं पहना था। गिरफ्तारी के 3 दिन बाद, यानी 16 सितंबर को उसकी मौत हो गई। इसके बाद मामला सुर्खियों में आया।

एमनेस्टी के मुताबिक साल 2023 में चीन, ईरान, सऊदी अरब, सोमालिया और अमेरिका में सबसे ज्यादा लोगों को मौत की सजा सुनाई गई। इनमें से सबसे ज्यादा ईरान में 853 लोगों और उसके बाद सऊदी अरब में 172 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई।

एमनेस्टी दावा करता है कि चीन में सबसे अधिक लोगों को मौत की सजा दी जाती है लेकिन इससे सही साबित करने के लिए उसके पास कोई आंकड़ा नहीं है।

मौत की सजा खत्म करने वाले देशों में बढ़ोतरी
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक साल 1991 में 48 देश ऐसे थे जहां मौत की सजा का प्रावधान नहीं था। 2023 में ये आंकड़ा बढ़कर 112 हो गई। 9 देश ऐसे हैं जहां सिर्फ गंभीर जुर्म के लिए मौत की सजा दी जाती है। 23 देश ऐसे हैं जहां मौत की सजा का प्रावधान है मगर पिछले एक दशक में किसी को मौत की सजा नहीं दी गई है।

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