Manish Sisodia | Delhi Liquor Policy Scam Manish Sisodia Custodial Parole | बीमार पत्नी से हफ्ते में एक बार मिलेंगे मनीष सिसोदिया: दिल्ली राउज एवेन्यू कोर्ट ने परमिशन दी; सीमा सिसोदिया मल्टीपल स्केलेरोसिस से पीड़ित हैं


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नई दिल्ली1 घंटे पहले

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दिल्ली शराब घोटाले मामले में CBI ने मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया गया था। - Dainik Bhaskar

दिल्ली शराब घोटाले मामले में CBI ने मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया गया था।

दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार (5 फरवरी) को AAP नेता मनीष सिसोदिया को कस्टडी पैरोल में सप्ताह में एक बार अपनी बीमार पत्नी से मिलने की अनुमति दे दी है। इस दौरान डॉक्टर भी उसने मिल सकेंगे। यह व्यवस्था कोर्ट के अगले आदेश तक जारी रहेगी।

कोर्ट ने कहा कि सिसोदिया की नियमित जमानत पर अगली सुनवाई 12 फरवरी को दोपहर 2 की जाएगी। दिल्ली के शराब नीति घोटाले में मनीष सिसोदिया को CBI ने 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था।

सिसोदिया ने 1 मार्च 2023 को दिल्ली के डिप्टी CM पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें तिहाड़ जेल में कैद हुए 341 दिन हो चुके हैं। 30 अक्टूबर 2023 को उनकी जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी।

मनीष सिसोदिया ने 1 मार्च 2023 को दिल्ली के डिप्टी CM पद से इस्तीफा दे दिया था।

मनीष सिसोदिया ने 1 मार्च 2023 को दिल्ली के डिप्टी CM पद से इस्तीफा दे दिया था।

मल्टीपल स्केलेरोसिस से पीड़ित हैं सीमा सिसोदिया
मनीष सिसोदिया की पत्नी सीमा सिसोदिया मल्टीपल स्केलेरोसिस नाम की बीमारी से पीड़ित हैं। मल्टीपल स्केलेरोसिस एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है। इसमें दिमागी नसों की कवरिंग किसी वजह से निकल जाती है। यह सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। इस वजह से कई तरह की दिक्कतें आने लगती हैं। कई बार बॉडी पार्ट्स सुन्न पड़ जाते हैं या आपस में कोऑर्डिनेट नहीं कर पाते। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति डिप्रेशन का भी शिकार हो सकता है।

जून 2023 में जब घर पहुंचे थे तो पत्नी हॉस्पिटल में थीं
जून 2023 में जब सिसोदिया को पत्नी से मिलने की परमिशन मिली थी, तब वे उनसे नहीं मिल सके थे। सिसोदिया के घर पहुंचने से पहले ही उनकी पत्नी की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

कोर्ट ने उन्हें हॉस्पिटल जाने की परमिशन नहीं दी थी। इस वजह से जमानत मिलने के बावजूद सिसोदिया अपनी पत्नी से नहीं मिल सके और 7 घंटे बाद वापस तिहाड़ जेल पहुंच गए थे।

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1. नवंबर 2021 को नई शराब नीति लागू हुई
दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने 22 मार्च 2021 को नई शराब नीति का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस नीति से शराब की दुकानें निजी हाथों में चली जाएंगी। सिसोदिया से जब नई नीति लाने का मकसद पूछा गया तो उन्होंने दो तर्क दिए। पहला- माफिया राज खत्म होगा। दूसरा- सरकारी खजाना बढ़ेगा।

17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति 2021-22 लागू कर दी गई। इससे शराब कारोबार से सरकार से बाहर हो गई और ये बिजनेस निजी हाथों में चला गया। कई बड़े डिस्काउंट देने से शराब की जमकर बिक्री हुई। इससे सरकारी खजाना तो बढ़ा, लेकिन इस नई नीति का विरोध होने लगा।

2. जुलाई 2022 में शराब नीति में घोटाले का आरोप लगा
8 जुलाई 2022 को दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने नई शराब नीति में घोटाला होने का आरोप लगाया। उन्होंने इससे जुड़ी एक रिपोर्ट एलजी वीके सक्सेना को रिपोर्ट सौंपी। इसमें बताया गया कि सिसोदिया ने लाइसेंसधारी शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया। उधर, LG ने भी कहा है कि उनकी और कैबिनेट की मंजूरी के बिना ही शराब नीति में बदलाव कर दिए।

3. अगस्त 2022 को CBI और ED ने केस दर्ज किया
एलजी सक्सेना ने मुख्य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर CBI जांच की मांग की। 17 अगस्त 2022 को जांच एजेंसी ने केस दर्ज किया। इसमें मनीष सिसोदिया, तीन रिटायर्ड सरकारी अफसर, 9 बिजनेसमैन और दो कंपनियों को आरोपी बनाया गया। सभी पर भ्रष्टाचार से जुड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज किया।

19 अगस्त को सिसोदिया के घर और दफ्तर समेत सात राज्यों के 31 ठिकानों पर छापेमारी की। इस पर सिसोदिया ने दावा किया कि सीबीआई को कुछ नहीं मिला। इधर, 22 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने CBI से मामले की जानकारी लेकर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर लिया।

4. जुलाई 2022 सरकार ने नई नीति को रद्द किया
विवाद बढ़ता देख 28 जुलाई 2022 को दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति को रद्द कर दिया। फिर से पुरानी नीति लागू करने का फैसला लिया। 31 जुलाई को सरकार ने कैबिनेट नोट में बताया कि शराब की ज्यादा बिक्री के बाद भी सरकार की कमाई कम हुई, क्योंकि खुदरा और थोक कारोबारी शराब के धंधे से हट रहे थे।

5. फरवरी 2023 में CBI ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया
सिसोदिया के पास एक्साइज डिपार्टमेंट था, इसलिए उन्हें कथित तौर पर इस घोटाले का मुख्य आरोपी बनाया गया। कई बार पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने 26 फरवरी को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल वे जेल में हैं। CBI ने सिसोदिया पर आरोप लगाया कि एक्साइज मिनिस्टर होने के नाते उन्होंने मनमाने और एकतरफा फैसले लिए, जिससे खजाने को भारी नुकसान पहुंचा और शराब कारोबारियों को फायदा हुआ।

4 अक्टूबर 2023 को AAP नेता संजय सिंह गिरफ्तार किए गए
आबकारी नीति केस में ही ED ने 4 अक्टूबर 2023 को AAP सांसद संजय सिंह को भी अरेस्ट किया। उनके दिल्ली वाले घर पर सुबह 7 बजे ED की टीम पहुंची थी। करीब10 घंटे तक चली छापेमारी के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। 5 अक्टूबर 2023 को उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था।

जनवरी 2023 में ED ने अपनी चार्जशीट में संजय सिंह का नाम जोड़ा था। इसको लेकर संजय सिंह ने काफी हंगामा मचाया था। ED की चार्जशीट में संजय सिंह पर 82 लाख रुपए का चंदा लेने का जिक्र है।

दिल्ली शराब नीति केस में ED की दूसरी सप्लिमेंट्री चार्जशीट 2 मई को जारी की गई थी। जिसमें आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा का भी नाम सामने आया था। हालांकि उन्हें आरोपी नहीं बनाया गया है। पूरी खबर पढ़ें…

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