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मस्क पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X की नीतियों के उल्लंघन का आरोप लग रहा है। (फाइल फोटो)
टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रेसिडेंशिल कैंडिडेट कमला हैरिस का डीपफेक वीडियो शेयर किया है। इसमें कमला अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन का मजाक उड़ा रही हैं। साथ ही उनके बारे में निगेटिव बातें बोल रहीं हैं। मस्क द्वारा शेयर किए गए इस डीपफेक वीडियो को लेकर उनकी खूब आलोचना हो रही है। उनपर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X की नीतियों के उल्लंघन का आरोप लग रहा है।
दरअसल, मस्क ने मई में कहा था कि X में हमने एक अपडेट जारी किया है, जो किसी भी फर्जी इमेज की पहचान करेगा। इससे बढ़ते हुए डीपफेक मामलों को रोका जा सकता है।
मस्क के शेयर किए गए वीडियो में क्या है ऐसा?
कमला हैरिस का यह पैरोडी वीडियो @MrReaganUSA नाम के एक्स हैंडल से पोस्ट किया गया था, जिसे मस्क ने 27 जुलाई को शेयर किया। यह एक पैरोडी वीडियो है, जिसके बैकग्राउंड में AI जनरेटेड वॉयस ओवर चल रहा है।
इस वीडियो में कमला हैरिस कहती हैं कि मैं कमला हैरिस राष्ट्रपति पद के लिए आपकी डेमोक्रेट कैंडिडेट हूं, क्योंकि जो बाइडेन के फालतू के बयानों ने उनके बुढ़ापे को जाहिर कर दिया है। इसके लिए मैं उनका शुक्रिया करती हूं। मुझे इसलिए चुना गया, क्योंकि मैं डायवर्सिटी के मामले में सबसे ऊपर हूं।
फेक वीडियो में कमला हैरिस कहती हैं कि अगर आप मेरी कही किसी बात की आलोचना करते हैं, तो आप सेक्सिस्ट और रेसिस्ट दोनों हैं। हो सकता है कि मैं देश चलाने के बारे में कुछ भी नहीं जानती हूं लेकिन याद रखें, अगर आप डीप स्टेट पपेट हैं तो यह अच्छी बात है। मैंने चार साल डीप स्टेट पपेट बनकर जो बाइडेन के संरक्षण में बिताए हैं।
नेता-क्रिकेटर और बॉलीवुड एक्टर्स डीपफेक का शिकार हुए
1. अमित शाह का डीपफेक वीडियो, SC-ST का आरक्षण खत्म करने की बात करते दिखे
लोकसभा चुनाव के दौरान अमित शाह का यह वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वे जनसभा को संबोधित करते नजर आ रहे हैं। शाह ने कांग्रेस पर इसे वायरल करने का आरोप लगाया था।
27 अप्रैल को सोशल मीडिया पर अमित शाह का एक फेक वीडियो वायरल हुआ। इसे तेलंगाना कांग्रेस और CM रेवंत रेड्डी ने शेयर किया था। इसमें वे SC-ST और OBC के आरक्षण को खत्म करने की बात करते दिख रहे हैं। PTI की फैक्ट चैक यूनिट ने कहा कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए असंवैधानिक आरक्षण हटाने की बात कही थी। पूरी खबर पढ़ें…
2. सचिन तेंदुलकर का डीपफेक वीडियो, गेमिंग ऐप को प्रमोट करते दिखे
सचिन तेंदुलकर के इस वीडियो को उन्हीं की आवाज में डब किया गया था। सचिन की आवाज के हिसाब से उनके एक्सप्रेशन बदले गए थे।
पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का डीपफेक वीडियो जनवरी में वायरल हुआ था। इसमें वे ‘स्काईवर्ड एविएटर क्वेस्ट’ गेमिंग ऐप को प्रमोट करते नजर आ रहे थे। खुद सचिन ने सोशल मीडिया पर इस वीडियो को पोस्ट करके लिखा कि ये वीडियो नकली है और आपको धोखा देने के लिए बनाया गया है। टेक्नोलॉजी का इस प्रकार का दुरुपयोग बिल्कुल गलत है। पूरी खबर पढ़ें…
3. आलिया भट्ट का डीपफेक वीडियो, कैमरे के सामने मेकअप करती नजर आईं
आलिया के डीपफेक वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स ने रिएक्शन देते हुए लिखा- मुझे लगा ये वाकई आलिया हैं।
आलिया भट्ट का डीपफेक 15 जून को वायरल हुआ। ये दूसरी बार है जब आलिया का डीपफेक वीडियो सामने आया है। समीक्षा अवतार नाम की एक यूजर ने इंस्टाग्राम पर वीडियो अपलोड किया। इस वीडियो को अब तक 17 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है। वीडियो में आलिया भट्ट को ब्लैक कुर्ता पहने मेकअप करते दिखाया गया है। पूरी खबर पढ़ें…
4. नवंबर में रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था
इस फेक वीडियो में AI टेक्नोलॉजी से एक इन्फ्लूएंसर के चेहरे पर रश्मिका का चेहरा मोर्फ किया गया था।
पिछले साल नवंबर में एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हआ था, जिसमें AI टेक्नोलॉजी से एक इन्फ्लूएंसर के चेहरे पर रश्मिका का चेहरा मोर्फ किया गया था। सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने रश्मिका के इस फेक वीडियो को असली समझ लिया क्योंकि उसमें चेहरे के एक्सप्रेशन बिल्कुल रियल लग रहे थे। पूरी खबर पढ़ें…
डीपफेक होता क्या है और कैसे बनाया जाता है?
डीपफेक शब्द पहली बार 2017 में यूज किया गया था। तब अमेरिका के सोशल न्यूज एग्रीगेटर Reddit पर डीपफेक आईडी से कई सेलिब्रिटीज के वीडियो पोस्ट किए गए थे। इसमें एक्ट्रेस एमा वॉटसन, गैल गैडोट, स्कारलेट जोहानसन के कई पोर्न वीडियो थे।
किसी रियल वीडियो, फोटो या ऑडियो में दूसरे के चेहरे, आवाज और एक्सप्रेशन को फिट कर देने को डीपफेक नाम दिया गया है। ये इतनी सफाई से होता है कि कोई भी यकीन कर ले। इसमें फेक भी असली जैसा लगता है। इसमें मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लिया जाता है। इसमें वीडियो और ऑडियो को टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया जाता है।
AI और साइबर एक्सपर्ट पुनीत पांडे बताते हैं कि अब रेडी टु यूज टेक्नोलॉजी और पैकेज उपलब्ध है। अब इसे कोई भी उपयोग कर सकता है। वर्तमान टेक्नोलॉजी में अब आवाज भी इम्प्रूव हो गई है। इसमें वॉयस क्लोनिंग बेहद खतरनाक हो गई है।
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मोदी बोले- डीपफेक डिजिटल युग के लिए खतरनाक:एक वीडियो में मुझे गरबा गीत गाते दिखाया गया, ऐसे कई वीडियो मिल जाएंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीपफेक टेक्नोलॉजी को खतरनाक बताया। उन्होंने 17 नवंबर को कहा कि एक वीडियो में मुझे गरबा गीत गाते दिखाया गया है, ऐसे कई वीडियो ऑनलाइन पड़े हुए हैं। मोदी ने यह भी कहा कि डीपफेक डिजिटल युग के लिए एक खतरा है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
भास्कर एक्सप्लेनर- डीपफेक क्या है, जिससे रश्मिका का वीडियो बना:AI के लिए महज कुछ सेकेंड का काम; इसके शिकार लोग क्या करें
डीपफेक वीडियो वारयल होने के बाद रश्मिका ने लिखा, ‘ईमानदारी से कहूं तो ऐसा कुछ न केवल मेरे लिए, बल्कि हममें से हर एक के लिए बेहद डरावना है। अगर मेरे साथ ये तब हुआ होता, जब में स्कूल या कॉलेज में थी, तो मैं इससे निपटने का सोच भी नहीं सकती थी।’ डीप फेक क्या है, कैसे काम करता है और इससे निपटने के लिए कौन-से कानून हैं, भास्कर एक्सप्लेनर में पढ़ें…
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