Kamala took control of the party in 48 hours | कमला ने सिर्फ 48 घंटे में कंट्रोल में ली पार्टी: विरोधियों के पास 27 मिनट थे, भारतवंशी हैरिस ने उम्मीदवार बनने के लिए क्या-क्या किया


कुछ ही क्षण पहले

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तारीख 21 जुलाई, रविवार की सुबह अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस अपने करीबियों और सलाहकारों को अपने घर नेवल ऑब्जर्वेट्री पर बुलाती हैं। सभी लोगों को शॉर्ट नोटिस पर बिना कोई जानकारी दिए आने के लिए कहा गया।

राष्ट्रपति बाइडेन कमला हैरिस को सुबह ही बता चुके थे कि वो राष्ट्रपति दौड़ से अपना नाम वापस ले रहे हैं। कमला हैरिस ने अपनी टीम को तैयार कर लिया था। जैस ही बाइडेन ने दोपहर 1 बजकर 46 मिनट पर आधिकारिक तौर पर अपने नाम वापस लेने के बारे में बताया, कमला हैरिस और उनकी टीम अपने मिशन के लिए तैयार थी। उन 48 घंटों में कहानी जिनमें कमला ने पूरी पार्टी को अपनी तरफ कर लिया…

डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं के साथ बातचीत करते हुए अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस

डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं के साथ बातचीत करते हुए अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक कमला हैरिस की टीम ने प्रमुख डेमोक्रेटिक नेताओं की लिस्ट तैयार कर रखी थी, जिन्हें कॉल किया जाना था। स्नीकर्स और स्वेटशर्ट पहने हुए कमला हैरिस ने एक-एक करके डेमोक्रेटिक पार्टी के ताकतवर नेताओं को फोन करना शुरु किया।

फोन पर बात करते-करते कमला हैरिस को दिन से रात हो गई थी। उन्होंने जिन नेताओं को फोन किया उनमें से पांच ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि कमला ने उनसे कहा कि “मैं अभी के अभी आपकी राय जानकर रहूंगी।’ दरअसल, कमला हैरिस ये जानने की कोशिश कर रही थीं कि उनके राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के केस में उन्हें कितने नेताओं का समर्थन हासिल होगा।

हैरिस ने पार्टी के दिग्गज नेताओं को साधा
कमला ने पार्टी के पूर्व राष्ट्रपतियों, अपने प्रतिद्वंदियों जिनमें मिशीगन के गर्वनर ग्रेचेन व्हिटमर, इलिनोइस के गर्वनर जेबी प्रित्जकर और पेंसिल्वेनिया के जोश शपिरो से फोन पर बात की। इनके अलावा उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के कई कांग्रेस सदस्यों को भी फोन किया।

पार्टी को अपनी तरफ करने के लिए कमला का जोश देखने लायक था। बाइडेन की वजह से पार्टी में इसी जोश की कमी दिख रही थी। डोनाल्ड ट्रम्प से फर्स्ट प्रेसिडेंशियल डिबेट हारने के बाद बाइडेन की उम्मीदवारी अधर में लटकी हुई थी, फिर भी उन्होंने पहले 10 दिनों में सिर्फ कांग्रेस के 20 डेमोक्रेट नेताओं को कॉल किया। दूसरी तरफ कमला हैरिस ने 10 घंटों में ही 100 से ज्यादा कॉल कर दिए थे।

जब हैरिस फोन कॉल कर रही थीं, उसी दौरान एक और टीम बनाई गई। इस टीम में कमला के करीबियों और बाइडेन-हैरिस का चुनाव अभियान देख रहे डेलीगेशन को शामिल किया गया। इन्हें एक ऑपरेशन दिया गया। इसका मकसद उन लोगों को साधना था जो राष्ट्रपति उम्मीदवार का चयन करने वाले थे।

48 घंटों के अंदर ही कमला हैरिस ने अपने प्रतिद्वंदियों का मैदान से सफाया कर दिया था। पार्टी से नामांकन के लिए जरूरी प्रतिनिधियों का समर्थन भी हासिल कर लिया। साथ ही 100 मिलियन डॉलर से अधिक का चंदा जुटाया, जिसे जुटाने में बाइडेन को महीनों लग गए थे।

राष्ट्रपति बाइडेन ने 21 जुलाई को राष्ट्रपति रेस से अपना नाम बाहर कर लिया था। साथ ही कमला हैरिस का नाम आगे किया

राष्ट्रपति बाइडेन ने 21 जुलाई को राष्ट्रपति रेस से अपना नाम बाहर कर लिया था। साथ ही कमला हैरिस का नाम आगे किया

हैरिस की दावेदारी ने पार्टी में नई जान फूंकी
इस पूरे घटनाक्रम ने कमला हैरिस के शुरुआती प्रभुत्व और उत्साह को दिखाया। इसने डेमोक्रेटिक पार्टी के अंदर एक नई जान फूंकी, जिसकी बाइडेन के प्रेसिडेंशियल डिबेट हारने के बाद से कमी दिख रही थी। साथ ही पार्टी के नेताओं को चैन की सांस लेने का मौका भी दिया।

डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के पूर्व चेयरमैन ने न्यूयॉर्क टाइम्स से कहा कि ये पूरी तरह से एक सोची-समझी प्लानिंग का हिस्सा था। मुझे ये मानना पड़ेगा कि मैं खुद अचंभित था कि ये सब इतनी तेजी से कैसे हो रहा है।

कमला हैरिस शुरुआत से ही बाइडेन के राष्ट्रपति रेस से बाहर आने के बाद सबसे प्रबल उम्मीदवार थी। कमला हैरिस को उम्मीदवारी से मना करने का मतलब था कि डेमोक्रेटिक पार्टी के सबसे मजबूत वोट बैंक यानी अश्वेत महिलाओं का समर्थन खो देना।

कमला हैरिस ने कैसे अपनी उम्मीदवारी को पुख्ता किया
रॉबी मूक जिन्होंने 2016 में हिलेरी क्लिंटन का चुनावी अभियान संभाला था, वो कमला की दावेदारी का क्रेडिट बाइडेन के रेस से बाहर होने के बाद के 48 घंटों को देते हैं। इस दौरान कमला ने पार्टी का पूरा कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया था।

डेमोक्रेटिक पार्टी के शीर्ष नेताओं ने हैरिस से जुड़ी चिंताओं को दूर करने का फैसला किया। रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं ने उनकी कई पुरानी क्लिप्स को वायरल करना शुरू कर दिया था। जिससे उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता था। इनमें कमला हैरिस का अवैध प्रवासियों को अपराधी न बताना प्रमुख था।

कमला हैरिस के संभावित प्रतिद्वंदियों के पास सिर्फ 27 मिनट का ही समय था, जिसमें वे अपनी दावेदारी पेश कर सकते थे। दोपहर 1 बजकर 46 मिनट पर बाइडेन ने खुद के हटने की बात कही थी। इसके 27 मिनट बाद 2 बजकर 13 मिनट पर उन्होंने कमला हैरिस के नाम का समर्थन कर दिया था।

बाइडेन का कमला हैरिस को समर्थन देना उनके लिए काफी मददगार साबित हुआ। इससे कमला हैरिस को बाइडेन-हैरिस कैंपेन के लिए मिले 96 मिलियन डॉलर का रास्ता भी साफ हो गया। साथ ही उन्हें एक 1300 लोगों की टीम भी मिली। जबकि उनके किसी प्रतिद्वंदी के पास कैंपेन को मैनेज करने के लिए इतनी बड़ी टीम नहीं थी।

फेडरल इलेक्शन कमीशन के रिकॉर्ड के मुताबिक ट्रांजिशन के लिए पेपरवर्क के तौर पर पहला काम शाम 4 बजकर 48 मिनट पर पूरा हो गया था।

तीन हफ्तों तक बाइडेन की मानसिक स्थिति के बारे में उठ रहे सवालों, पार्टी के अंदर मची अंदरूनी कलह और अराजकता के बाद, डेमोक्रेट पार्टी कमला के नाम पर फिर से एकजुट होने के प्रयासों में जुट गई थी। ट्रम्प पर दोबारा फोकस करने के लिए डेमोक्रेट्स के पास कमला हैरिस ही एकमात्र जरिया थीं।

बाइडेन ने रेस हटने के 27 मिनट बाद ही कमला के नाम का समर्थन कर दिया था

बाइडेन ने रेस हटने के 27 मिनट बाद ही कमला के नाम का समर्थन कर दिया था

बिल क्लिंटन और हिलेरी ने किया समर्थन
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक बाइडेन ने पीछे हटने के ऐलान से पहले पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ निजी बातचीत की थी। इस बातचीत में पार्टी की एकजुटता को बनाए रखने पर जोर दिया गया। इस बातचीत से जुड़े हुए दो लोगों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि क्लिंटन दंपती ने कहा कि जितनी तेजी से पार्टी एकजुट होती है ट्रम्प के खिलाफ जीतने के मौके उतने बढ़ेंगे।

कमला हैरिस ने बाइडेन के समर्थन के एक घंटे के अंदर ही क्लिंटन दंपती को अलग-अलग फोन लगाकर बात की। इसके बाद क्लिंटन दंपती ने एक संयुक्त बयान जारी कर पार्टी से एकजुट होने का अनुरोध किया। इसके बाद पार्टी में कमला हैरिस के समर्थन की बाढ़ आ गई।

हालांक अभी कई प्रमुख डेमोक्रेटिक नेताओं ने कमला हैरिस का समर्थन नहीं किया है। जिनमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी शामिल हैं। ओबामा को कमला हैरिस ने रविवार दोपहर को ही फोन कर दिया था। इसके अलावा रिप्रेजेंटेटिव जॉइस बिएटी ने कमला हैरिस का खुलकर विरोध किया है।

कमला हैरिस को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का भी समर्थन प्राप्त हुआ

कमला हैरिस को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का भी समर्थन प्राप्त हुआ

कमला के समर्थन के बाद रिपब्लिकन पार्टी ने स्ट्रैटजी बदली
कमला के लिए पार्टी में समर्थन इतना व्यापक था कि विरोधी रिपब्लिकन पार्टी को भी अपनी स्ट्रैटेजी बदलनी पड़ी। ट्रम्प की पार्टी पहले कमला के समर्थन वाले लोगों को ट्रैक कर रही थी लेकिन उनकी संख्या बढ़ने की वजह से उनकी लिस्ट बनाना शुरू किया जो कमला के समर्थन में नहीं थे।

कमला हैरिस के नाम की घोषणा के बाद अब तक उन्होंने 162 मिलियन डॉलर का चंदा इकट्ठा कर लिया है। हैरिस के प्रबल प्रतिद्वंदियों ने उनका समर्थन कर दिया है।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, व्हाइट हाउस में काम करने वाले और हैरिस के कैंपेन से जुड़़े कई लोगों का मानना है कि उनके नाम की घोषणा पार्टी को चुनाव अभियान में बढ़त दिलाएगी। हैरिस चुनावी कैंपेन की लीडरशिप में कोई बदलाव नहीं करना चाह रही हैं। हालांकि वो अपने एक सलाहकार को कैंपेन की टॉप बॉडी में शामिल कर सकती हैं।

कमला की टीम ने पिज्जा खाकर रातभर काम किया
कमला हैरिस की टीम उनके आवास पर रात भर काम करती रही। टीम के सदस्यों ने रात में एक स्थानीय फूड चैन से पिज्जा और सलाद ऑर्डर किया। अगली रात तक बाइडेन के नाम वापस लेने के 36 घंटे बाद ही कमला हैरिस को पार्टी के 4 हजार प्रतिनिधियों में से 3100 का समर्थन हासिल हो गया था।

बाइडेन के हटने के 48 घंटे पूरे होने से पहले तक कमला हैरिस ने पार्टी पर अपना दबदबा बना लिया था। उन्हें मंगलवार की दोपहर दो डेमोक्रेटिक नेताओं सीनेटर चक शूमर और प्रतिनिधि हकीम जेफरीज ने भी अपना समर्थन दे दिया था। तब तक हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी के नए चेहरे के रूप में मिल्वौकी पहुंच गई थी।

बराक ओबामा ने अब तक क्यों नहीं किया कमला हैरिस का समर्थन
अमेरिकी राष्ट्रपति रेस से जो बाइडेन के हटने के बाद, कमला हैरिस का डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनना तय है। अब तक कई डेमोक्रेटिक नेताओं ने कमला हैरिस का पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर समर्थन किया है। हालांकि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अब तक दूरी बनाई हुई है।

न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक ओबामा, कमला हैरिस की उम्मीदवारी से खुश नहीं हैं। बाइडेन के परिवार के एक सदस्य ने बात करते हुए बताया कि ओबामा का मानना है कि कमला हैरिस नहीं जीत पाएंगी।

ओबामा ने 2016 में कमला हैरिस को सीनेट का सदस्य बनने के लिए अपना समर्थन दिया था

ओबामा ने 2016 में कमला हैरिस को सीनेट का सदस्य बनने के लिए अपना समर्थन दिया था

वो वजहें जिनके चलते ओबामा ने अभी तक कमला हैरिस का समर्थन नहीं किया है…

बॉर्डर मैनेजमेंट को लेकर कमला से नाराज है ओबामा
एक सोर्स ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया कि ओबामा के मुताबिक- “कमला हैरिस के बॉर्डर की जिम्मेदारी होते हुए भी बॉर्डर का दौरा नहीं किया। वो कहती हैं कि अवैध प्रवासियों का हेल्थ इंश्योरेंस होना चाहिए।

वो अपने सामने मौजूद चुनौतियों की पहचान नहीं कर पाती हैं। जब आप एक राष्ट्रपति पद के लिए लड़ रहे होते है तो इस बात का ध्यान रखना होता है कि आपको क्या कहना है और क्या नहीं कहना है।”

अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर ओबामा कमला से नाराज हैं

अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर ओबामा कमला से नाराज हैं

एरिजोना के सीनेटर को उम्मीदवार बनाना चाहते थे ओबामा
सोर्स के मुताबिक बाइडेन के उम्मीदवारी से पीछे हटाना चाहते थे। इसी प्लान के तहत अभिनेता जॉर्ज क्लूनी ने लेख लिखा था जिसमें, जिसमें बाइडेन को रेस से अलग हटने के लिए कहा गया था। ओबामा चाहते थे कि अगले महीने होने वाली डेमोक्रेटिक नेशनल कंवेशन में एरिजोना के सीनेटर मार्क केली को उम्मीदवार के तौर पर चुना जाए।

फिलहाल ओबामा गुस्से में हैं क्योंकि चीजें उनके मुताबिक नहीं चल रही हैं। इसीलिए वो कमला हैरिस के समर्थन में नहीं आए हैं। हालांकि NBC न्यूज ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में दावा किया कि जल्द ही ओबामा भी हैरिस के समर्थन में नजर आने वाले हैं। वो लगातार फोन पर कमला हैरिस के साथ कनेक्ट में बने हुए हैं।

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