कुछ ही क्षण पहले
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फ्रांस में भारतीय दूतावास ने गणतंत्र दिवस का रीसैप्शन रखा था। इस दौरान UPI की फॉर्मल लॉन्चिंग हुई।
फ्रांस में UPI लॉन्च हो गया है। इस पर प्रधानमंत्री ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- यह देखकर बहुत अच्छा लगा। खुशी हुई। यह UPI को ग्लोबल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिलेगा।
फ्रांस में भारतीय दूतावास ने 2 फरवरी 2024 को पेरिस के एफिल टावर पर यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को औपचारिक रूप से लॉन्च किया। अब लोग UPI के जरिए एफिल टावर के टिकट बुक कर सकेंगे।
फ्रांस में भारतीय दूतावास ने गणतंत्र दिवस का रीसैप्शन रखा था। इस दौरान UPI की फॉर्मल लॉन्चिंग हुई।
UPI की लॉन्चिंग के दौरान भारत और फ्रांस के टॉप अफसर मौजूद रहे।
मैक्रों की भारत यात्रा के बाद हुई लॉन्चिंग
यह लॉन्चिंग फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की भारत यात्रा के बाद हुई है। 25 जनवरी को मैक्रों जयपुर पहुंचे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें UPI पेमेंट डिजिटल सिस्टम के बारे में जानकारी दी थी। उन्हें पेमेंट करना सिखाया था। इसके अलावा दोनों लीडर्स ने चाय पी थी। इसका पेमेंट राष्ट्रपति मैक्रों ने किया था।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति UPI पेमेंट के मुरीद हो गए थे। 26 जनवरी को मैक्रों ने स्टेट डिनर के दौरान कहा- मैं जयपुर में PM मोदी के साथ पी गई चाय को कभी नहीं भूल सकता क्योंकि उसका पेमेंट UPI से किया गया था। वो मेरे लिए बहुत खास था। वो चाय हमारी दोस्ती, गर्मजोशी, परंपरा और इनोवेशन का सबसे बेहतरीन उदाहरण था।
25 जनवरी को मोदी-मैक्रों ने चाय पी। इसका डिजिटल पेमेंट मोदी के फोन से मैक्रों ने किया। फुटेज में मैक्रों के हाथ में फोन दिख रहा है। उन्होंने QR कोड स्कैन किया था।
फ्रांस और भारत के बीच डिजिटल पेमेंट को लेकर करार
जुलाई 2023 में फ्रांस के दौरे पर भारतीय समुदाय से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था- फ्रांस और भारत के बीच डिजिटल पेमेंट को लेकर करार हुआ है। इसके तहत फ्रांस में भारत के UPI से पेमेंट की जा सकेंगी। उन्होंने कहा था- जल्द फ्रांस में भारतीय पर्यटक रुपए में भुगतान कर सकेंगे।
NCPI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) और फ्रांस की लाइरा कलेक्ट ने फ्रांस और यूरोप में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को लागू करने के लिए एक समझौते पर साइन किए थे।
ला सीन म्यूजिकल में भारतवंशियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-फ्रांस के बीच डिजिटल पेमेंट करार के बारे में जानकारी दी थी।
UPI 2016 में लॉन्च हुआ था
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI को 2016 में लॉन्च किया गया। इसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बनाया है। इसने आसान तरीके से सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी। इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था। वॉलेट में KYC जैसी झंझट है, जबकि UPI में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता।
UPI को NCPI ऑपरेट करता है
भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI, जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती हैं। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मेंडेटरी किया था।
दिसंबर 2023 में 1200 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शंस हुए
हाल ही में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने युगांडा और नाइजीरिया के दौरे पर कहा कि भारत में सिर्फ एक महीने में इतने कैशलेस ट्रांजैक्शन हुए, जितने अमेरिका 3 साल में करता है। दिसंबर, 2023 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए 1200 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शंस हुए। यह लेन-देन 18.23 लाख करोड़ रुपए का था।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने ये आंकड़े जारी करते हुए बताया कि इससे पहले नवंबर में 17.40 लाख करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ था। यानी लोगों को यह पेमेंट मोड खूब भा रहा है।