लंदन1 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
ब्रिटेन में 650 सीटों पर चुनाव हुए। किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए कम से कम 326 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी।
ब्रिटेन में 4 जुलाई को आम चुनाव के लिए वोटिंग हुई। ऐतिहासिक आम चुनाव के बाद आज शुक्रवार सुबह देशभर में लगभग 40 हजार मतदान केंद्रों पर मतों की गिनती शुरू हो गई है।
ब्रिटेन में 1945 के बाद पहली बार जुलाई में चुनाव हुए। शुरुआती रुझानों में सुनक की पार्टी को बड़ा झटका लगा है। वहीं लेबर पार्टी को कई सीटों पर बढ़त मिली है। अंतिम परिणाम आने में कुछ घंटे और लग सकते हैं।
न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव परिणाम से पहले गुरुवार को लंदन के शेयर बाजार और पाउंड में डॉलर के मुकाबले बढ़त दर्ज की गई। इसकी वजह कंजर्वेटिव पार्टी की हार मानी जा रही है।
ब्रिटेन में 650 सीटों पर चुनाव हुए। किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए कम से कम 326 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी। PM ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी बीते 14 सालों से सत्ता में थी। हालांकि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में लगातार उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई थी। कंजर्वेटिव पार्टी ने पिछले 5 सालों में 4 बार प्रधानमंत्री बदल डाला।
इस बार ब्रिटेन में राजनीतिक दलों ने सबसे अधिक भारतवंशी उम्मीदवारों को टिकट दिया था। इस बार कुल 107 ब्रिटिश इंडियन कैंडिडेट्स को टिकट मिला। लेबर पार्टी ने सबसे अधिक 33 उम्मीदवारों को टिकट दिया। वही, कंजर्वेटिव पार्टी ने कुल 30 उम्मीदवारों को टिकट दिया।
2019 में 67.3% वोटिंग हुई थी। तब सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को 365, कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी को 202 और लिबरल डेमोक्रेट्स को 11 सीटें मिलीं थीं। इस बार लगभग सभी सर्वे में कंजर्वेटिव पार्टी की करारी हार की आशंका जताई गई थी। यूगोव के सर्वे में लेबर पार्टी को 425, कंजर्वेटिव को 108, लिबरल डेमोक्रेट को 67, SNP को 20 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।
Disclaimer:* The following news is sourced directly from our news feed, and we do not exert control over its content. We cannot be held responsible for the accuracy or validity of any information presented in this news article.
Source link