लंदन3 मिनट पहले
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ऋषि सुनक ने लंदन स्थित 10 डाउनिंग स्ट्रीट में कैबिनेट मीटिंग के बाद चुनाव की तारीख का ऐलान किया था।
ब्रिटेन में भारतवंशी पीएम ऋषि सुनक और उनकी कंजरवेटिव पार्टी का जल्द चुनाव का दांव फेल होता दिख रहा है। एक सप्ताह बाद 4 जुलाई को होने वाली वोटिंग से पहले अधिकांश सर्वे में कंजरवेटिव पार्टी के सफाए की भविष्यवाणी कर रहे हैं।
द इकोनोमिस्ट के सर्वे में सुनक की पार्टी को सबसे ज्यादा 117 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। वहीं, सावंता-गार्जियन के सर्वे में दावा किया गया है कि कंजरवेटिव पार्टी 53 सीटों पर ही सिमट सकती है। जो 2019 के चुनाव की 365 सीटों की तुलना में बेहद कम है।
वहीं, 650 सीटों वाले सदन में कीर स्टारमर की लेबर पार्टी को सबसे कम 425 और अधिकतम 516 सीटें मिलने का अनुमान है। 7 सर्वे के औसत में भी सुनक को 95 और स्टारमर को 453 सीटें मिलती दिख रही है।
अब सुनक के जल्द चुनाव कराने के दांव पर सवाल उठने लगे हैं। जब वे लोकप्रियता के मामले में लेबर पार्टी से 20 अंक पीछे थे, तो समय पूर्व चुनाव घोषित क्यों किए?
चुनाव के दौरान… अपनी सीट हार सकते हैं सुनक, ऐसा हुआ तो वे पहले प्रधानमंत्री होंग
सावंता के सर्वे में दावा किया गया कि इस चुनाव में पीएम सुनक खुद अपनी ही सीट हारने वाले हैं। सर्वे में दावा किया गया है कि पीएम सुनक खुद अपनी रिकमोंड सीट (यॉर्कशायर) भी हार सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो वे ब्रिटेन के पहले पीएम होंगे, जिनके साथ ऐसा होगा। वहीं, पूर्व मंत्री लॉर्ड गोल्डस्मिथ ने आरोप लगाया कि सुनक संभावित हार के बाद अमेरिका शिफ्ट हो जाएंगे। हालांकि, कंजरवेटिव पार्टी और पीएम सुनक ने खंडन किया है।
ब्रिटिश PM ऋषि सुनक और लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर के बीच बुधवार रात अहम टीवी डिबेट हुई।
चुनाव के बाद… लेबर पार्टी ने कहा- भारत से रिश्ते रि-लॉन्च होंगे, फ्री ट्रेड एग्रीमेंट प्राथमिकता
स्टारमर की लेबर पार्टी के सांसद और शैडो विदेश मंत्री डेविड लैमी ने कहा है कि अगर हम सत्ता में आते हैं तो भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर प्राथमिकता से काम करेंगे। लंदन में इंडिया ग्लोबल फोरम में डेविड ने कहा सुनक की पार्टी 2010 से सत्ता में है। अब तक कई दिवाली बीत चुकी हैं, लेकिन उन्होंने भारत से एफटीए साइन नहीं किया। हमें भारत के साथ अपने रिश्तों को री-लॉन्च करने की जरूरत है। लेबर पार्टी इसके लिए तैयार है।
पार्टियों के मुद्दे और वादे…
कंजरवेटिव: कानूनी प्रवासियों की लिमिट तय करेंगे, गैर कानूनी को रवांडा भेजेंगे
कानूनी रूप से ब्रिटेन आने वाले प्रवासियों के लिए लिमिट तय करना गैर-कानूनी रूप से ब्रिटेन आने वाले लोगों और शरणार्थियों को रवांडा भेजना। ब्रेग्जिट के बाद यूरोप के साथ संबंधों को मजबूत करना। देश के रक्षा बजट खर्च बढ़ाकर जीडीपी के 2.5% बराबर करना। एनएचएस के तहत 92 हजार नर्सों और 28 हजार डॉक्टरों की भर्ती होगी।
लेबर पार्टी: स्टूडेंट्स के लिए वेलकम पॉलिसी, यूरोप से रिश्ते मजबूत करेंगे
लेबर पार्टी स्टूडेंट्स और टेक्नोक्रेट्स के लिए वेलकम पॉलिसी की घोषणा की है। शरणार्थियों को रवांडा भेजने की सुनक सरकार की नीति को खत्म करेंगे। रोजगार बढ़ाने के लिए नई इंडस्ट्रीयल पॉलिसी। टैक्स बढ़ाने की बजाय वेल्थ क्रिएशन पर फोकस किया जाएगा। अवैध प्रवासियों को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा मजबूत करेंगे। यूरोप से रिश्ते सुधारेंगे। एनएचएस में वेटिंग कम करेंगे। कैंसर स्क्रीनिंग बढ़ाएंगे।
डिबेट के दौरान अवैध प्रवासन के मुद्दे पर सुनक ने स्टार्मर को निशाने पर लिया।
कंजरवेटिव पार्टी में सुनक की जगह लेने के लिए लॉबिंग तेज हुई
ब्रिटेन में चुनावों के बाद कंजरवेटिव पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा अभी से शुरू हो गई है। कई नेताओं ने पार्टी की कमान संभालने के लिए लॉबिंग शुरू कर दी, इनमें से कई सुनक विरोधी खेमे से जुड़े हुए हैं। ये 5 नाम सबसे आगे हैं। इनमें पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन, पूर्व गृहमंत्री प्रीति पटेल, राज्य मंत्री केमी बेडनॉच, पूर्व गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन और वर्तमान गृहमंत्री जेम्स क्लेवरली शामिल हैं।
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