नई दिल्ली22 मिनट पहले
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PM मोदी ने बजट को देश के निर्माण का बजट बताया। विपक्ष ने बजट को आंडबर बताया और कहा कि सरकार ने 10 साल में किए वादे पूरे नहीं किए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का अंतरिम बजट पेश कर दिया है। वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि, ‘हमने अंतरिम बजट की परंपरा को जारी रखा है। अंतरिम बजट में किसी तरह की लोकलुभावन घोषणाएं नहीं की जाती हैं। इसलिए सरकार ने किसी तरह की घोषणाएं करने से परहेज किया है।’
इस बजट पर पीएम मोदी ने कहा, ‘ये बजट विकसित भारत के युवा, गरीब, महिला और किसान पर आधारित है। ये देश के निर्माण का बजट है। इसमें 2047 के भारत की नींव को मजबूत करने की गारंटी है। मैं निर्मला जी और उनकी टीम को बहुत बधाई देता हूं। इसमें भारत की यंग एस्पिरेशन का प्रतिबिंब है।’
भाजपा नेताओं ने बजट को लेकर पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की। रक्षा मंत्री ने कहा कि अंतरिम बजट से जो भी इंडिकेशन मिले हैं, उसके कारण हम 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य हासिल कर लेंगे। वहीं, विपक्ष बजट से नाखुश नजर आया है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि बजट में सिर्फ बड़े-बड़े शब्द बोलकर आडंबर किया गया, इसमें से कुछ ठोस निकलकर नहीं आया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार, एक फरवरी को मौजूदा मोदी सरकार का आखिरी बजट पेश किया। उन्होंने 58 मिनट लंबा भाषण दिया।
पढ़िए बजट को लेकर नेताओं के रिएक्शन…
बजट को लेकर फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की राय जानिए…
अंतरिम बजट में बड़े पॉलिसी चेंज की अनुमति नहीं
अंतरिम बजट में सरकार के पास मतदाताओं को गलत तरीके से प्रभावित करने वाले किसी भी बड़े पॉलिसी चेंज की अनुमति नहीं होती। हालांकि, संविधान सरकार को अंतरिम बजट में टैक्स रिजीम में बदलाव करने की शक्ति देता है। 2019 के अंतरिम बजट में भी सरकार ने 87A के तहत इनकम टैक्स रिबेट दी थी। इससे 5 लाख रुपए तक की सालाना इनकम टैक्स फ्री हो गई।
अब बीते 3 अंतरिम बजट में क्या घोषणाएं की गईं, उन्हें जान लेते हैं…