इस्लामाबाद2 घंटे पहले
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रेहान जेब खान पिछली बार खैबर से चुनाव जीते थे। (फाइल)
पाकिस्तान में 8 फरवरी को होने वाले नेशनल और असेंबली इलेक्शन के पहले हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं। बुधवार शाम पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के एक कैंडिडेट की हत्या कर दी गई। घटना खैबर पख्तूख्वा के बाजौर जिले की है। मारे गए कैंडिडेंट का नाम रेहान जेब खान है।
रेहान को इमरान की पार्टी ने समर्थन दिया है और वो नेशनल असेंबली की सीट नंबर 8 से उम्मीदवार थे। हमलावर एक बाइक पर आए थे और फायरिंग के बाद फरार हो गए। ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक- पुलिस को अब तक हमलावरों के बारे में कोई सुराग नहीं मिला है।
कैम्पेन के लिए बाजार पहुंचे थे रेहान
- जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक- रेहान युवा नेता थे और बुधवार को एक लोकल मार्केट में कैम्पेन के लिए पहुंचे थे। उनके साथ कई समर्थक भी थे। यह बाजार सादिकाबाद फाटक बाजार कहलाता है। इसी दौरान दो लोग एक बाइक पर आए। रेहान पर फायरिंग की और फरार हो गए।
- रिपोर्ट के मुताबिक- हाल के दिनों में बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी हमले तेज हो गए हैं। बलूचिस्तान में बलोच लिबरेशन आर्मी और खैबर में पाकिस्तान तालिबान हमले कर रहे हैं।
- इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सीनेट में कुछ दिन पहले 8 फरवरी को होने वाले इलेक्शन को टालने की मांग की गई थी। हालिया दिनों में आतंकी और हिंसा की बढ़ती घटनाएं किसी साजिश की तरफ इशारा कर रही हैं। इलेक्शन कमीशन ऑफ पाकिस्तान और इंस्पेक्टर जनरल पुलिस ने बुधवार की घटना पर तफ्सीली रिपोर्ट तलब की है।
एक और हत्या
- बुधवार को ही एक और सियासी कत्ल हुआ। बलूचिस्तान की ताकतवर सियासी जमात अवामी नेशनल पार्टी के सीनियर लीडर जहूर अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
- पुलिस के मुताबिक- घटना के वक्त जहूर कुछ और नेताओं के साथ एक मीटिंग के लिए जा रहे थे। उनको काफी करीब से गोलियां मारी गईं। उन्होंने मौके पर दम तोड़ दिया।
- इसके अलावा, क्वेटा में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की रैली पर ग्रेनेड अटैक हुआ।
अब भी चुनाव टलने के कयास
- पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा है कि देश में 8 फरवरी को होने वाले इलेक्शन टलने का विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा- हमें मालूम है कि सीनेट के कुछ मेंबर्स इसकी मांग कर रहे हैं, लेकिन ये फैसला खतरनाक हो सकता है।
- दूसरी तरफ, कुछ दिन पहले इलेक्शन कमीशन ने सुप्रीम कोर्ट को बता चुका है कि वो चुनाव कराने के लिए पूरी तरह तैयार है और अब तक ऐसी कोई दिक्कत सामने नहीं आई है, जिसकी वजह से चुनाव टाले जाएं।पिछले दिनों ‘जियो न्यूज’ को दिए इंटरव्यू में शाहबाज शरीफ ने कहा था- अगर अब जबकि इलेक्शन में चंद दिन ही बचे हैं, इसे टाला जाता है तो मुल्क के लिए बहुत मुश्किल और खतरनाक फैसला होगा। हम इसका सड़कों पर भी विरोध करेंगे।
- 16 महीने सरकार चला चुके शाहबाज ने कहा- मैं नहीं जानता कि सीनेट के कुछ मेंबर्स इलेक्शन क्यों नहीं चाहते। मैं सिर्फ इतना जानता हूं कि अगर इलेक्शन हुए तो पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) फुल मेजॉरिटी हासिल करेगी और सरकार बनाएगी। नवाज शरीफ फिर प्रधानमंत्री बनेंगे। हम चाहते हैं कि पाकिस्तान में सियासी स्थिरता आए और मुल्क दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चले।
- एक सवाल के जवाब में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा- कुछ लोग कह रहे हैं कि ईरान और पाकिस्तान के बीच बड़ी जंग छिड़ सकती है और मुल्क की इकोनॉमी भी अच्छी नहीं है। मेरा उनसे सवाल है कि क्या ये हालात हमारे तीन बॉर्डर्स पर आज पैदा हुए हैं? ये लंबे वक्त से हैं और चुनाव टालने के लिए ये बहाना दुनिया में हमारी पोजिशन खराब ही करेगा।
PTI ने नेशनल असेंबली की 272 सीटों में से 266 पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इमरान अगस्त 2023 से जेल में हैं। (फाइल)
इमरान की पार्टी पर लग सकता है बैन
- पाकिस्तान में 8 फरवरी 2024 को होने वाले जनरल और असेंबली इलेक्शन से पहले या बाद में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) पर बैन लग सकता है।
- इमरान खान और उनकी पार्टी के कई नेताओं पर सीक्रेट लेटर चोरी केस (साइफर गेट) और 9 मई 2023 की हिंसा के मामले में चल रहे तमाम केसेज की या तो सुनवाई चल रही है या फैसला आ चुका है। तीन केस में खान को सजा हो चुकी है। अगर 9 मई हिंसा में खान और पार्टी फंसते हैं तो बहुत मुमकिन है कि इनकी पार्टी को ही बैन कर दिया जाए।
- पाकिस्तान के अखबार ‘द न्यूज’ की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। PTI ने अब तक इस पर रिएक्शन नहीं दिया है। बहरहाल, ऐसा हुआ तो नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) को बिल्कुल आसान जीत मिल जाएगी और ये एक तरह से वॉकओवर ही होगा।
- रिपोर्ट के मुताबिक- पिछले साल शाहबाज शरीफ की अगुआई में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDM) की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की थी। इसमें PTI को बैन किए जाने की मांग की गई थी। इसके बाद यह मामला टलता रहा। अब अनवार उल हक काकड़ प्रधानमंत्री हैं और उनकी केयरटेकर सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट से PTI पर बैन की मांग की है।
- PTI पर आरोप है कि 2003 में उसने दूसरे देशों से चंदा हासिल किया और पाकिस्तान के संविधान के हिसाब से यह देशद्रोह होने के साथ ही गैरकानूनी भी है। इस केस की सुनवाई भी तेज हो गई है।