मुंबई14 घंटे पहलेलेखक: किरण जैन/अरुणिमा शुक्ला
- कॉपी लिंक
2009 से 2012 तक, कलर्स टीवी पर ‘उतरन’ शो आता था। इस शो में वीर सिंह बुंदेला का किरदार नंदीश सिंह संधू ने निभाया था। इस बार की स्ट्रगल स्टोरी में इन्हीं की कहानी है।
नंदीश 2007 से एक्टिंग फील्ड में एक्टिव हैं। उन्होंने टीवी शोज में काम करने के बाद फिल्मों में भी अपनी जगह बनाई। उन्हें सलमान खान की फिल्म ‘दबंग 2’ और ऋतिक रोशन की फिल्म ‘सुपर 30’ में भी देखा गया था। पिछले 3 साल में उन्हें OTT पर भी देखा गया है।
नंदीश के करियर में भी संघर्ष का चैप्टर शामिल है। राजस्थान के रहने वाले नंदीश होटल मैनेजमेंट करने के लिए मुंबई गए थे, लेकिन किस्मत ने ऐसी करवट ली कि यहां उनका एक्टिंग से परिचय हुआ।
इस फील्ड में पहचान बनाने के लिए उन्होंने बहुत स्ट्रगल किया। गुजारे के लिए उन्हें कॉल सेंटर में भी काम करना पड़ा। एक वक्त ऐसा भी आया कि नंदीश के अकाउंट में एक रुपया तक नहीं बचा। हालांकि, इन हालातों से वे लड़ते गए और आज OTT पर अपनी अलग पहचान बना रहे हैं।
पढ़िए नंदीश सिंह संधू की संघर्ष की कहानी उन्हीं की जुबानी…
आर्म्ड फोर्स में पायलट बनना चाहते थे
नंदीश का जन्म राजस्थान के भरतपुर में हुआ था, यहां उनका ननिहाल था। वहीं उनकी परवरिश राजस्थान के धौलपुर में हुई। यहां उनके दादा-दादी समेत भरा-पूरा परिवार था। बचपन के दिनों के बारे में नंदीश ने कहा, ‘जूनियर स्कूल के बाद मेरी आगे की पढ़ाई धौलपुर के मिलिट्री स्कूल से हुई। इसी का असर था कि मैंने भी आर्म्ड फोर्स में पायलट बनने का सपना देखा। इसके लिए मैं बहुत जुनूनी था, लेकिन कुछ मेडिकल वजहों से ऐसा हो नहीं पाया।’
मुंबई आने पर ताज होटल में काम किया, फिर मॉडलिंग का रुख किया
नंदीश ने आगे कहा कि वे धौलपुर जैसी छोटी जगह पर नहीं रहना चाहते थे। पहला ख्वाब तो पूरा नहीं हो सका, इसलिए कुछ बेहतर कर जाने की चाहत में मुंबई आ गए। इस सफर के बारे में उन्होंने बताया, ‘मैं हमेशा से मुंबई जाना चाहता था। मेरे लिए यह ड्रीम सिटी थी।
12वीं के दौरान मेरी दिलचस्पी होटल मैनेजमेंट में जागी। इस सपने को साकार करने के लिए मुंबई से बेस्ट कोई दूसरी जगह नहीं हो सकती थी, इसलिए यहां आना हुआ। मुंबई में मैंने होटल मैनेजमेंट में ग्रेजुएशन किया। फिर ताज होटल में बतौर ट्रेनी काम करने लगा।
कुछ समय बाद मेरा मन इस काम से भर गया। मैं जिस सुकून की तलाश में इस काम से जुड़ा था, वो मुझे मिला ही नहीं। आखिरकार मैंने ये नौकरी 7 महीने बाद छोड़ दी और कुछ लोगों की सलाह पर मॉडलिंग करने लगा।’
नंदीश (क्रीम शेरवानी में) ने सलमान खान की फिल्म ‘दबंग 2’ में काम किया था। फिल्म में वे गाने ‘दगा बाज रे’ गाने में दिखाई दिए थे। इसमें उनके साथ रश्मि देसाई भी नजर आई थीं।
गुजारे के लिए कॉल सेंटर में काम किया
मुंबई आने पर नंदीश को भी संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘मैं 2005 के आस-पास मुंबई आया था। यहां आने पर मैंने भी स्ट्रगल किया। मेहनत तो जी-जान लगाकर करता, लेकिन उसके मुताबिक सफलता जल्दी नहीं मिलती थी। मैं शुरुआत में मुंबई में 10X10 के कमरे में 4-5 दोस्तों के साथ रहा। डेढ़ साल यहां रहने के बाद मैंने ये जगह छोड़ दी और दूसरी जगह शिफ्ट हो गया।
गुजारे के लिए हमेशा घरवालों से पैसे नहीं मांग सकता था। इस कारण मैं दिन में मॉडलिंग करता और रात में कॉल सेंटर में नौकरी करता। यहां मेरी सैलरी 9 हजार रुपए थी, लेकिन हाथ में 7 हजार के आस-पास आते थे। वहीं मॉडलिंग में पहला पे चेक 800 रुपए का मिला था। ये जिंदगी की पहली कमाई थी, जो मैंने दादा जी को दे दी थी। उन्होंने ये चेक ताउम्र अपने पास संभाल कर रखा।’
दिन भर ऑडिशन के लिए दर-दर भटकते, बस-ऑटो तक के पैसे नहीं थे
मॉडलिंग की वजह से नंदीश को एक्टिंग का कीड़ा भी लग गया था। इस बारे में उनका कहना है, ‘मॉडलिंग करते वक्त ही मैंने ऑडिशन देना शुरू कर दिया था। इधर कॉल सेंटर में भी नौकरी कर रहा था। इंडस्ट्री में मेरा कोई गॉडफादर तो था नहीं कि एक ही ऑडिशन में ब्रेक मिल जाए।
फर्स्ट ब्रेक मिलने से पहले बहुत सारे रिजेक्शन फेस किए। कोई भी ऑडिशन देने के बाद इस उम्मीद में रहता कि काम तो मिल ही जाएगा, लेकिन होता इसके विपरीत था। हर बार NOT FIT कहकर रिजेक्ट कर दिया जाता था। ये शब्द सुई जैसा चुभने लगा था। हालांकि, वक्त के साथ रिजेक्शन को फेस करना सीख गया।
ऑडिशन देने जाने में भी स्ट्रगल करना पड़ा। दरअसल, उस वक्त बस या ऑटो के किराए तक के पैसे नहीं होते थे। ऐसे में लोकल ट्रेन में धक्के खाकर ऑडिशन देने जाता। दिन भर का संघर्ष यहां खत्म नहीं होता था। फिर रात में कॉल सेंटर भी जाना होता था। इस कारण नींद भी पूरी नहीं हो पाती थी। कभी 3 घंटे तो कभी 4 घंटे ही सो पाता था।’
नंदीश ने बताया कि उन्होंने 2 साल तक कॉल सेंटर में काम किया था।
टीवी शो उतरन ने दिलाई असल पहचान और शोहरत
नंदीश ने बताया कि 3 साल के संघर्ष के बाद उन्हें 2007 में टीवी शोज में काम मिलने लगा था। हालांकि शुरुआत में वे किसी शोज के 3 एपिसोड में देखे गए तो किसी के 4 एपिसोड में दिखे। उन्हें पहला बड़ा रोल उस साल के अंत में टीवी शो ‘कस्तूरी’ में मिला, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि शो ‘उतरन’ ने नंदीश को मेजर ब्रेक दिया।
इस बारे में उन्होंने कहा, ‘टीवी शो ‘उतरन’ में काम मिलने से जिंदगी आसान हो गई। पैसे आने लगे थे। अच्छे-अच्छे शोज के ऑफर मिलने लगे थे। इसी शो की बदौलत मैंने घर और गाड़ी खरीद ली।
हालांकि, कुछ समय बाद मुझे एहसास हुआ कि लंबे समय तक इस शो से जुड़े रहने की वजह से मेरी ग्रोथ रुक गई थी। मैं कुछ बेहतर करना चाहता था, लेकिन कोई ऑप्शन नजर नहीं आ रहा था। शो उतरन के बाद मैंने 2-3 टीवी शोज और किए, लेकिन इसके बाद मैंने 2015 में टीवी शोज से ब्रेक ले लिया।’
ब्रेक लेने की वजह से तंगी का दौर आया
नंदीश ने 2015 से लेकर 2017 तक ब्रेक लिया था। वे टीवी शो की बजाय फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाना चाहते थे। इस फैसले के कारण एक वक्त ऐसा आया कि अकाउंट में एक भी रुपया नहीं बचा। नंदीश कहते हैं, ‘ब्रेक लेने के बाद 2016 में कोई प्रॉब्लम नहीं फेस करनी पड़ी। पूरा साल आसानी से बीत गया। इस वक्त घर, गाड़ी सबकी EMI भरनी थी। सेविंग अच्छी-खासी थी, इसलिए कोई परेशानी नहीं हुई। हालांकि, 2017 से दिक्कतें आनी शुरू हो गईं।
एक पल ऐसा भी आया कि अकाउंट में एक रुपया तक नहीं बचा। कई लोगों ने ब्रेक लेने वाले फैसले को गलत भी ठकराया। यहां तक की पेरेंट्स ने भी सवाल उठाया कि इतने खर्च हैं, कोई काम भी नहीं है, सब मैनेज कैसे होगा। लोगों की ये बातें मुझे परेशान करने लगीं। उस वक्त सिर्फ 1-2 दोस्त ही ऐसे थे जिन्होंने सपोर्ट किया और कहा कि मैंने जो भी किया है, वो सही किया है।’
टीवी एक्टर होना बना अभिशाप
ऐसा नहीं था कि इन 2 सालों में नंदीश ने काम पाने की कोशिश नहीं की। हालात ही ऐसे थे कि जहां भी काम मांगने जाते, रिजेक्शन का ही सामना करना पड़ता। वे कहते हैं, ‘अपने हिसाब से काम नहीं मिलने की वजह यही रही कि मैं टीवी एक्टर था। हर फिल्ममेकर टीवी एक्टर होने की वजह से काम देने से कतराते थे। इस कारण ना जाने कितने अच्छे ऑफर्स हाथ से निकल गए।
देर से ही सही, लेकिन इस फैसले ने मुझे वह काम दिलाया जिसकी मुझे तलाश थी। वक्त के साथ लोगों को लगने लगा कि अगर मैं कुछ करने की चाहत में 2 साल घर पर बैठ सकता हूं तो कुछ भी कर सकता हूं। इस एक्शन से लोगों को विश्वास हुआ कि मैं अपने फैसले को लेकर बहुत सीरियस हूं। मतलब कह सकते हैं कि एक नई पहचान बनाने के लिए मैंने पहले पुरानी पहचान को मिटाया।
आखिरकार मेरी मेहनत रंग लगाई और फिल्म ‘सुपर 30’ में काम मिला।’
फिल्म ‘सुपर 30’ में नंदीश ने ऋतिक रोशन के बड़े भाई का रोल प्ले किया था।
कोविड की वजह से 3 फिल्में बनने से पहले ही बंद हो गईं
फिल्म ‘सुपर 30’ की सफलता के बाद नंदीश को लगा था कि अब उनका करियर पटरी पर आ गया है, लेकिन तभी कोविड महामारी ने फिर से उनके करियर ग्रोथ पर विराम लगा दिया। नंदीश ने कहा, ‘सुपर 30 के बाद मैंने 3 फिल्में साइन की थीं, लेकिन तभी कोविड ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। वे फिल्म बनने से पहले ही बंद हो गईं। आज तक उनकी शूटिंग शुरू नहीं हो पाई है क्योंकि प्रोड्यूसर्स को कोविड की वजह से बहुत नुकसान हुआ।
मुझे लगा था कि ‘सुपर 30’ की सक्सेस के बाद इंडस्ट्री के लोग मुझे नोटिस करेंगे। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। कोविड में इंडस्ट्री बंद होने की वजह से सब मुझे भूल गए। ये होना भी था, क्योंकि इस दौरान मैं कहीं दिखा ही नहीं।’
2012 में टीवी एक्ट्रेस रश्मि देसाई से शादी की, 3 साल में टूटा रिश्ता
नंदीश ने 2012 में टीवी एक्ट्रेस रश्मि देसाई से शादी की थी। दोनों की पहली मुलाकात टीवी शो ‘उतरन’ के सेट पर हुई थी। कुछ समय की दोस्ती के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। दोनों ने 2012 में शादी की थी। हालांकि, उनका यह रिश्ता 3 साल ही चला और 2015 में दोनों ने तलाक ले लिया। तलाक लेने पर दोनों के अलग-अलग मत थे।
इस बारे में नंदीश कहते हैं कि इन सारी चीजों से उन्हें बहुत सीखने को मिला है। इन चीजों को भुलाकर वे आगे भी बढ़ चुके हैं। जहां तक प्यार का सवाल है, तो वे इसके लिए तैयार हैं, लेकिन शादी करने का उनका अभी कोई इरादा नहीं है।
ये रश्मि और नंदीश की शादी की तस्वीर है।
नंदीश ने अपकमिंग प्रोजेक्ट्स के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया, ‘मैं अपकमिंग सीरीज ‘जिद्दी गर्ल्स’ में दिखाई दूंगा, जो जल्द ही अमेजन प्राइम पर स्ट्रीम होगी। वहीं मेरे पास 2 और सीरीज, 1 फिल्म है जिनकी अनाउंसमेंट कुछ समय बाद की जाएगी।’
{*Disclaimer:* The following news is sourced directly from our news feed, and we do not exert control over its content. We cannot be held responsible for the accuracy or validity of any information presented in this news article.}
Source by [author_name]