2 मिनट पहले
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दुनिया भर से हो रही आलोचना और इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के आदेश के बावजूद इजराइल का राफा पर हमला जारी है।
राफा में घुसपैठ के बाद इजराइल ने मिस्र और गाजा पट्टी से लगे बफर जोन पर भी कंट्रोल कर लिया है। इजराइली सेना ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। इजराइली डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने एक टेलीविजिन ब्रीफिंग में कहा कि इजराइली सेना ने ‘फिलाडेल्फी कॉरिडोर’ पर ‘ऑपरेशन कंट्रोल’ हासिल कर लिया है। हालांकि, हगारी ने यह नहीं बताया कि ऑपरेशनल कंट्रोल का क्या मतलब है।
मिस्र-गाजा बॉर्डर पर बफर जोन को इजराइली सेना ने ‘फिलाडेल्फी कॉरिडोर’ कोड नेम दिया है। कॉरिडोर 14 किमी लंबा है। इजराइल ने सितंबर 2005 में गाजा पट्टी पर अपना नियंत्रण छोड़ दिया था और इस इलाके को खाली कर दिया था।
इसके बाद इजराइल ने इस इलाके में एक बफर जोन बनाया ताकि हथियारों की तस्करी पर लगाम लगाई जा सके। हालांकि, साल 2007 में इस इलाके पर हमास ने कंट्रोल हासिल कर लिया था। अब 17 साल के बाद इजराइल ने इस इलाके एक बार फिर कब्जा कर लिया है।
इजराइल ने सितंबर 2005 में गाजा पट्टी पर अपना नियंत्रण छोड़ दिया था।
‘बफर जोन हमास के लिए ऑक्सीजन का काम कर रहा था’
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि मिस्र के साथ लगी जमीन का ये हिस्सा गाजा का एकमात्र ऐसा इलाका था जहां पर इजराइल का सीधा नियंत्रण नहीं था। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक डैनियल हगारी ने कहा कि फिलाडेल्फी कॉरिडोर हमास के लिए ‘ऑक्सीजन लाइन’ का काम कर रहा था। वे इस रास्ते से लगातार हथियारों की तस्करी को अंजाम दे रहे थे।
हगारी ने दावा किया कि इजराइली सेना ने इस इलाके में 20 सुरंगों को भी ढूंढ लिया है। इजराइली डिफेंस फॅार्स ( IDF) का कहना है कि उन्हें फिलाडेल्फी कॉरिडोर में ऐसे सुरंगों के होने की सूचना थी। इस बीच मिस्र के एक टीवी चैनल अल-काहेरा न्यूज ने इन दावों को खारिज किया है।
टीवी चैनल ने ‘हाई लेवल सूत्रों’ का हवाला देते हुए कहा कि सुरंगों के गलत दावे कर इजराइल राफा में अपने सैन्य अभियानों को सही ठहराने की कोशिश कर रहा है। चैनल ने दावा किया कि मिस्र पहले ही क्रॉस-बॉर्डर सुरंगों को नष्ट कर चुका है, जिससे किसी भी हथियार की तस्करी की संभावना नहीं है।
इससे पहले मई में मिस्र की एक खुफिया डॉक्यूमेंट लीक हो गई थी। जिसमें खुलासा किया गया था कि मिस्र ने 2013 के बाद से इस इलाके में करीब 2000 सुरंगों को नष्ट किया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल ने राफा पर हमला बंद करने के अंतराष्ट्रीय न्यायालय के आदेश की अनदेखी करते हुए शहर पर हमला करना जारी रखा है। राफा वो जगह है जहां पर गाजा से भागकर आए 23 लाख लोगों ने शरण ले रखी है।
इजराइल ने मिस्र से सटे बफर जोन में 20 सुरंगों को ढूंढने का दावा किया है।
इजराइल ने राफा पर 26 मई को हमला किया था। इसमें 45 लोगों की मौत हो गई थी।
इजराइली हमले में राफा में मारे गए थे 45 लोग
इजराइल ने 26 मई को राफा के एक रिफ्यूजी कैंप पर हमला किया था। इस हमले में 45 लोग मारे गए थे और 200 से अधिक घायल हुए थे। CNN की खबर के मुताबिक, गाजा के अधिकारियों और फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने कहा हमला रिफ्यूजी कैंप पर हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि इजराइली कब्जे वाले इन क्षेत्रों को सेना ने सेफ जोन घोषित किया था, लेकिन जब विस्थापितों को यहां पर रखा गया तो हमला किया गया।
इस हमले के बाद पूरी दुनिया में इजराइल के प्रति नाराजगी देखी गई। हालांकि, इजराइल ने कहा कि उसका मकसद आम लोगों को निशाना बनाना नहीं था। उसने दो कुख्यात आतंकियों को निशाना बनाने के लिए हमला किया था।
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