China Taiwan Military Drill Controversy; US | President Lai Ching Te | चीनी घुसपैठ के बाद ताइवान बॉर्डर पर मिसाइल तैनात: चीन की सेना ने मिलिट्री ड्रिल की, इसी दौरान फाइटर जेट और शिप ने लांघी सीमा


3 मिनट पहले

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ताइवान ने चीनी सेना को जवाब देने के लिए 26 मई से बॉर्डर पर मिसाइल तैनात कर दी है। - Dainik Bhaskar

ताइवान ने चीनी सेना को जवाब देने के लिए 26 मई से बॉर्डर पर मिसाइल तैनात कर दी है।

चीनी सेना ने रविवार (26 मई) को ताइवान के भीतर घुसकर अपनी 2 दिवसीय मिलिट्री ड्रिल पूरी की। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि कल स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे (भारतीय समय के मुताबिक सुबह 3:30 बजे) चीनी सेना के 21 लड़ाकू विमान, 11 नेवी और 4 कोस्टल जहाज उसकी सीमा के अंदर घुस गए थे।

ताइवान की नेवी ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि, चीन के 21 लड़ाकू विमान में से 10 दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी से ताइवान में घुसे थे। इस बीच ताइवान ने इसका जवाब देने के लिए चीनी बॉर्डर के नजदीक अपनी नेवी और कोस्टल जहाजों में मिसाइलें तैनात कर दी हैं।

दोनों देश के तनाव बीच अमेरिकी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते से मिलने रविवार को ताइवान पहुंचा है। इसमें हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के रिपब्लिकन अध्यक्ष माइकल मैककॉल भी मौजूद है, जो 30 मई तक ताइवान में ही रहेंगे।

चीन की सेना 26 मई को मिलिट्री ड्रिल के आखरी दिन ताइवान में घुसी थी।

चीन की सेना 26 मई को मिलिट्री ड्रिल के आखरी दिन ताइवान में घुसी थी।

ताइवान और उसके आसपास के द्वीपों को घेरकर चीनी सेना ने युद्धाभ्यास किया था
चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, चीनी सेना के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने 24 मई से अपना 2 दिवसीय युद्धाभ्यास स्थानीय समयानुसार सुबह 7:45 बजे (भारतीय समय के मुताबिक सुबह 5:15 बजे) शुरू किया था। चीन ने इस अभ्यास को ‘जॉइंट स्वॉर्ड-2024A’ नाम दिया था। इसके अलावा ताइवान के आसपास के द्वीपों किनमेन, मात्सु, वुकिउ और डोंगयिन में भी अभ्यास किया था।

24 मई को चीन की सेना ने ताइवान के चारों तरफ अपना 2 दिवसीय युद्धाभ्यास शुरू किया था।

24 मई को चीन की सेना ने ताइवान के चारों तरफ अपना 2 दिवसीय युद्धाभ्यास शुरू किया था।

ताइवान में नए राष्ट्रपति के चुनाव से गुस्से में चीन
ताइवान में इसी साल राष्ट्रपति पद के चुनाव हुए। इसमें चीन विरोधी नेता विलियम लाई चिंग ते को जीत हासिल हुई। चुनाव से पहले चीन ने ताइवान को चेतावनी दी थी कि अगर वहां की जनता ने सही विकल्प नहीं चुना तो उन्हें इसकी सजा दी जाएगी। 20 मई को लाई चिंग ते के शपथ ग्रहण समारोह के 2 दिन बाद चीन ने अपनी मिलिट्री ड्रिल शुरू की थी।

इस दौरान चीन की सेना ने कसम खाई थी कि वह ताइवान में आजादी की मांग करने वालों का खून बहा देंगे। चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि लाई चिंग ते वन-चाइना पॉलिसी के लिए बड़ी चुनौती बनते जा रहे हैं। वे ताइवान के लोगों को जंग और तबाही की तरफ धकेल रहे हैं।

तस्वीर ताइवान के नेता विलियम लाई की है, जिन्होंने राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत हासिल की थी।

तस्वीर ताइवान के नेता विलियम लाई की है, जिन्होंने राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत हासिल की थी।

चीनी सेना के 96 साल पूरे होने पर भी हुआ था युद्धाभ्यास
इससे पहले पिछले साल अगस्त में भी चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक ताइवान पर हमले के लिए ट्रेनिंग करते नजर आए थे। PLA के 96 साल पूरे होने पर चीन ने स्टेट मीडिया CCTV पर एक डॉक्यूमेंट्री जारी की थी। इसका नाम झू मेंग या चेसिंग ड्रीम्स था।

इसमें चीनी सेना किसी भी पल जंग के लिए तैयार नजर आई थी। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, 8 ऐपिसोड की डॉक्यूमेंट्री का मकसद ताइवान की डिफेंस फोर्स के सामने PLA के आत्मविश्वास को दिखाना था।

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