UK Election 2024 Update; Rishi Sunak | Conservative Party Plan | ब्रिटेन में नेशनल सर्विस अनिवार्य हो सकती है: 18 साल के टीनएजर्स को एक साल के लिए मिलिट्री जॉइन करना होगा, PM सुनक ने घोषणा की


लंदन4 मिनट पहले

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अनिवार्य सैन्य सेवा के लिए अंग्रेजी में शब्द है, कंसक्रिप्शन। सुनक सरकार ने कंसक्रिप्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत हर साल 26.49 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। - Dainik Bhaskar

अनिवार्य सैन्य सेवा के लिए अंग्रेजी में शब्द है, कंसक्रिप्शन। सुनक सरकार ने कंसक्रिप्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत हर साल 26.49 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

ब्रिटेन में नेशनल सर्विस अनिवार्य हो सकती है। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने घोषणा करते हुए कहा, “आने वाले समय में अगर कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार बनती है तो नेशनल सर्विस अनिवार्य की जाएगी। इससे राष्ट्रीय भावना पैदा होगी।”

ब्रिटिश मीडिया ‘द गार्डियन’ के मुताबिक, मैंडेटरी नेशनल सर्विस के तहत 18 साल के टीनएजर्स को एक साल के लिए मिलिट्री जॉइन करनी होगी या फिर साल में 25 दिन पुलिस या नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) जैसे सामुदायिक संगठनों में वॉलंटियर बनना होगा। इसके लिए सरकार हर साल 26.49 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी।

सुनक ने यह बात 25 मई को हुए एक इलेक्शन कैंपेन के दौरान कही। दरअसल, ब्रिटेन में 4 जुलाई को आम चुनाव होने हैं। सुनक इसी की तैयारियों में जुटे हैं। उनका मानना है कि अनिवार्य सेवा राष्ट्रीय भावना पैदा करेगी और यह युवाओं को जीवन बदलने वाला अवसर देगी।

PM ऋषि सुनक के नए प्लान के तहत 18 साल के सभी टीनएजर्स को नेशन सर्विस में शामिल होना पड़ेगा।

PM ऋषि सुनक के नए प्लान के तहत 18 साल के सभी टीनएजर्स को नेशन सर्विस में शामिल होना पड़ेगा।

कंसक्रिप्शन प्लान तैयार
अनिवार्य सैन्य सेवा के लिए अंग्रेजी में शब्द है, कंसक्रिप्शन (Conscription)। इसका मतलब होता है कि एक निश्चित उम्र सीमा के लोगों का अपने देश की सेना में अनिवार्य सेवा करना होगा। ठीक वैसे ही, जैसे कोई स्थायी सैनिक करता है। सुनक का कहना है कि उनकी पार्टी ने कंसक्रिप्शन प्लान तैयार किया है।

रॉयल कमिशन बनाया जाएगा
आम चुनाव में अगर कंजर्वेटिव पार्टी की जीत होती है तो एक रॉयल कमिशन बनाया जाएगा। यह कमिशन नेशनल सर्विस प्रोग्राम को अंतिम रूप देगा। इसके बाद अगले साल सितंबर तक पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च करेगा।

सीक्रेट तौर पर तैयार की गई इस 40 पेज की योजना में सलाहकारों ने कथित तौर पर तर्क दिया कि रूस और चीन जैसे देशों के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय खतरों का सामना करने के लिए सशस्त्र बलों को बढ़ाने की जरूरत है।

सुनक ने कहा- मैं चाहूंगा की मेरी बेटियां भी नेशनल सर्विस में शामिल हों
BBC के मुताबिक, ऋषि सुनक ने कहा, “यह एक महान देश है लेकिन नई पीढ़ियों को वो अवसर या अनुभव नहीं मिला है जिसके वो हकदार हैं। कुछ ताकतें हमारे समाज को विभाजित करने की कोशिश कर रही हैं। मेरे पास हमारे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक स्पष्ट योजना है। मैं हमारे युवाओं के बीच उद्देश्य की साझा भावना और हमारे देश में नए सिरे से गर्व की भावना पैदा करने के लिए नेशनल सर्विस का एक नया मॉडल लाऊंगा। यह कदम युवाओं को ‘जीवन बदलने वाले अवसर देगा। एक पिता होने के नाते मैं अपनी दोनों बेटियों के नेशनल सर्विस में शामिल होनी की आशा करता हूं।”

पत्नी अक्षता मूर्ति और दोनों बेटियों के साथ ऋषि सुनक।

पत्नी अक्षता मूर्ति और दोनों बेटियों के साथ ऋषि सुनक।

विपक्षी पार्टी ने प्लान का विरोध किया
विपक्षी लिबरल पार्टी ने नेशनल सर्विस को अनिवार्य किए जाने के प्लान का विरोध किया है। BBC के मुताबिक, लिबरल पार्टी के सांसद रिचर्ड फोर्ड ने कहा, “यह कोई योजना नहीं है – यह एक समीक्षा है जिसमें अरबों खर्च हो सकते हैं और इसकी जरूरत सिर्फ इसलिए है क्योंकि कंजर्वेटिव पार्टी की वजह से सशस्त्र बलों की संख्या कम हुई है। हमारी सशस्त्र सेनाएं एक समय दुनिया के लिए ईर्ष्या का विषय थीं। इस रूढ़िवादी सरकार ने सैनिकों की संख्या कम कर दी।”

20 से ज्यादा देशों में अनिवार्य सैन्य सेना लागू
दुनिया के 20 से ज्यादा देशों में अनिवार्य सैन्य सेवा लागू है। इनमें रूस, इजराइल, सिंगापुर, साउथ कोरिया, स्वीडन, इरीट्रिया, स्विट्जरलैंड, क्यूबा, ईरान, ब्राजील, बरमूडा, सायप्रस, ताइवान, अल्जीरिया, अंगोला, उक्रेन, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), वियतनाम , आर्मेनिया, ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, बेलारूस, ग्रीस, सीरिया, थाईलैंड शामिल हैं।

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सुनक PM के रूप में पहली बार वोटर्स का सामना करेंगे

बतौर प्रधानमंत्री ऋषि सुनक चुनाव में पहली बार वोटर्स के सामने जाएंगे। 2022 में सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी ने चुनाव से पहले PM फेस का ऐलान नहीं किया था। चुनाव के बाद पार्टी के संसदीय दल ने सुनक को अपना नेता चुना था। सुनक को करीब 200 सांसदों का समर्थन मिला था, जिसके बाद वे पीएम बने थे। पढ़ें पूरी खबर…



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