इस्लामाबाद5 घंटे पहले
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इमरान की पार्टी की रैलियों के दौरान देश में इंटरनेट डाउन कर दिया जाता है। अब तक तीन बार ऐसा हो चुका है। (प्रतीकात्मक)
पाकिस्तान में 8 फरवरी 2024 को होने वाले जनरल और असेंबली इलेक्शन से पहले या बाद में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) पर बैन लग सकता है।
इमरान खान और उनकी पार्टी के कई नेताओं पर सीक्रेट लेटर चोरी केस (साइफर गेट) और 9 मई 2023 की हिंसा के मामले में चल रहे तमाम केसेज की सुनवाई आखिरी दौर में है। अगर इन्हें दोषी पाया गया तो बैन लगना तय है।
पाकिस्तान के अखबार ‘द न्यूज’ की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। PTI ने अब तक इस पर रिएक्शन नहीं दिया है। बहरहाल, ऐसा हुआ तो नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) को बिल्कुल आसान जीत मिल जाएगी और ये एक तरह से वॉकओवर ही होगा।
दो केस बेहद गंभीर
- 9 मई हिंसा केस में फौज और ISI के अहम ठिकानों पर हमले किए गए थे। इसमें 16 लोग मारे गए थे और पाकिस्तान के शहीदों की मूर्तियों को तोड़ा गया था। जिन्ना हाउस में आग लगा दी गई थी।
- इसी तरह, इमरान ने पिछले साल अप्रैल में सरकार गिरने के पहले ही रैलियों में एक कागज लहराना शुरू कर दिया था। उनके मुताबिक, अमेरिका ने फौज और उस वक्त के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ मिलकर सरकार गिराई है। यह डिप्लोमैटिक केबल या नोट ही साइफर कहलाता है और चूंकि यह नेशनल सीक्रेट होता है, लिहाजा इसे किसी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
- रिपोर्ट के मुताबिक- इन दोनों ही केस में इमरान और शाह महमूद कुरैशी समेत PTI की तमाम आला लीडरशिप आरोपी है। अगर इन्हें दोषी पाया जाता है तो पूरी पार्टी पर बैन लग सकता है और ये नेता लंबे वक्त तक सलाखों के पीछे रहेंगे।
कौन लेगा फैसला
- रिपोर्ट के मुताबिक- पिछले साल शाहबाज शरीफ की अगुआई में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDM) की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की थी। इसमें PTI को बैन किए जाने की मांग की गई थी। इसके बाद यह मामला टलता रहा। अब अनवार उल हक काकड़ प्रधानमंत्री हैं और उनकी केयरटेकर सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट से PTI पर बैन की मांग की है।
- PTI पर आरोप है कि 2003 में उसने दूसरे देशों से चंदा हासिल किया और पाकिस्तान के संविधान के हिसाब से यह देशद्रोह होने के साथ ही गैरकानूनी भी है। इस केस की सुनवाई भी तेज हो गई है।
- शाहबाज सरकार में कानून मंत्री रहे आजम नजीर तराड़ ने कहा- PTI पर इतने आरोप हैं कि अगर उन पर फैसले आने लगें तो यह पार्टी ही खत्म हो जाएगी और इमरान समेत तमाम नेता ताउम्र जेल में रहेंगे।
PTI ने नेशनल असेंबली की 272 सीटों में से 266 पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इमरान पिछले साल अगस्त से जेल में हैं। (फाइल)
इलेक्शन सिम्बल भी नहीं
- PTI ने नेशनल असेंबली की 272 सीटों में से 266 पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इमरान को पिछले साल मई में जेल भेज दिया गया। पार्टी के चुनावी चिह्न बल्ला इस महीने छीन लिया गया। बल्ला चुनाव चिह्न छीने जाने के कारण PTI के सभी उम्मीदवार अलग-अलग चुनाव चिह्नों के साथ चुनाव लड़ेंगे।
- PTI के एक उम्मीदवार ने नाम न छापने की शर्त पर दैनिक भास्कर को बताया कि अच्छा होगा कि सेना का पार्टी सामना न करे। पार्टी अध्यक्ष चाहते हैं कि हम रैलियां करें, लेकिन यह लगभग असंभव है। सेना हमें कोने में बैठकें तक नहीं करने दे रही है।’
- एक बात इमरान के विरोधी भी मानते हैं, वह माइंड गेम खेलने में बेजोड़ हैं। इमरान का मानना है कि भले ही चुनाव प्रचार से उम्मीदवारों को रोका जाए या उन पर लाठीचार्ज किया जाए, लेकिन पुलिस की तरफ से की गई ऐसी हरकतें सबसे अच्छा चुनाव प्रचार हैं।
इमरान के साथ उनकी पत्नी बुशरा भी दो केस में आरोपी हैं। इसमें से एक अल कादिर यूनिवर्सिटी स्कैम और दूसरा तोशाखाना केस है। (फाइल)
चुनाव टलने के कयास भी जारी
- पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने पिछले दिनों कहा था कि देश में 8 फरवरी को होने वाले इलेक्शन टलने का विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा- हमें मालूम है कि सीनेट के कुछ मेंबर्स इसकी मांग कर रहे हैं, लेकिन ये फैसला खतरनाक हो सकता है।
- दूसरी तरफ, कुछ दिन पहले इलेक्शन कमीशन ने सुप्रीम कोर्ट को बता चुका है कि वो चुनाव कराने के लिए पूरी तरह तैयार है और अब तक ऐसी कोई दिक्कत सामने नहीं आई है, जिसकी वजह से चुनाव टाले जाएं।
- ‘जियो न्यूज’ को दिए इंटरव्यू में शाहबाज शरीफ ने कहा- अगर अब जबकि इलेक्शन में चंद दिन ही बचे हैं, इसे टाला जाता है तो मुल्क के लिए बहुत मुश्किल और खतरनाक फैसला होगा। हम इसका सड़कों पर भी विरोध करेंगे।
- 16 महीने सरकार चला चुके शाहबाज ने कहा- मैं नहीं जानता कि सीनेट के कुछ मेंबर्स इलेक्शन क्यों नहीं चाहते। मैं सिर्फ इतना जानता हूं कि अगर इलेक्शन हुए तो पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) फुल मेजॉरिटी हासिल करेगी और सरकार बनाएगी। नवाज शरीफ फिर प्रधानमंत्री बनेंगे। हम चाहते हैं कि पाकिस्तान में सियासी स्थिरता आए और मुल्क दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चले।
- एक सवाल के जवाब में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा- कुछ लोग कह रहे हैं कि ईरान और पाकिस्तान के बीच बड़ी जंग छिड़ सकती है और मुल्क की इकोनॉमी भी अच्छी नहीं है। मेरा उनसे सवाल है कि क्या ये हालात हमारे तीन बॉर्डर्स पर आज पैदा हुए हैं? ये लंबे वक्त से हैं और चुनाव टालने के लिए ये बहाना दुनिया में हमारी पोजिशन खराब ही करेगा।