American diplomat said – I have no role in the fall of Imran government | अमेरिकी डिप्लोमैट बोले- इमरान सरकार गिराने में मेरा रोल नहीं: संसद में गवाही दी, कहा- इस आरोप के चलते मुझे जान से मारने की धमकियां मिलीं


5 मिनट पहले

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अमेरिकी संसद में गवाही देते हुए डोनाल्ड लू। - Dainik Bhaskar

अमेरिकी संसद में गवाही देते हुए डोनाल्ड लू।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के अधिकारी डोनाल्ड लू ने गवाही दी है कि इमरान सरकार के गिरने में उनका कोई रोल नहीं था। उन्होंने खान के सभी आरोपों को झूठ बताया। लू ने कहा कि इन आरोपों के चलते उन्हें जान से मारने की धमकी मिलीं। दरअसल, अमेरिकी संसद में पाकिस्तान के चुनाव और उसके भविष्य को लेकर हो रही एक बहस के दौरान लू को बुलाया गया था।

ताकि वो उन आरोपों पर बोल सकें, जिसमें इमरान ने डोनाल्ड लू और अमेरिका पर पाकिस्तान में इमरान की सरकार गिराने के आरोप लगाए थे। इस दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे कुछ पाकिस्तानियों ने लू पर झूठ बोलने के आरोप लगाए। लू की गवाही के वक्त कुछ लोग झूठ-झूठ चिल्लाने लगे। लू ने ये भी बताया कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के आरोपों की वजह से उनके परिवार तक को भी धमकियां मिलीं थीं।

27 मार्च 2022 को इस्लामाबाद की रैली में इमरान के हाथ में एक कागज नजर आया था। खान का दावा है कि इसमें उनकी सरकार गिराने की अमेरिकी साजिश का जिक्र है। इस कागज को ही सायफर कहा गया और इसी में खान फंसे, क्योंकि यह नेशनल सीक्रेट था।

27 मार्च 2022 को इस्लामाबाद की रैली में इमरान के हाथ में एक कागज नजर आया था। खान का दावा है कि इसमें उनकी सरकार गिराने की अमेरिकी साजिश का जिक्र है। इस कागज को ही सायफर कहा गया और इसी में खान फंसे, क्योंकि यह नेशनल सीक्रेट था।

लू ने अपनी सफाई में क्या कहा…

  • इमरान के आरोप की अमेरिका ने उनकी सरकार गिराई ये झूठ और षड्यंत्र है।
  • हम पाकिस्तान की आजादी और अखंडता का सम्मान करते हैं।
  • हम मानते हैं कि सिर्फ पाकिस्तान के लोग ही वहां सरकार बना और गिरा सकते हैं।

इमरान ने कहा था- रूस जाने से नाराज अमेरिका ने सरकार गिरवाई
2022 में सत्ता गंवाने के बाद इमरान हर रैली में एक कागज लहराते थे। उनका दावा था कि वो एक डिप्लोमेटिक कागज है, जिसे सायफर कहते हैं। इसमें अमेरिका की उस साजिश का जिक्र है जिसके जरिए उनकी सरकार गिराई गई थी।

खान के मुताबिक- यह कागज उन्हें अमेरिका में पोस्टेड पाकिस्तानी ऐंबैस्डर असद मजीद खान ने भेजा था। इसमें कहा गया था कि अमेरिकी सरकार इमरान खान से सख्त नाराज है, क्योंकि उन्होंने सस्ता क्रूड ऑयल खरीदने के लिए रूस जाकर प्रेसिडेंट व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात की थी।

इमरान ने दावा किया था कि अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण एशियाई मामलों को देखने वाले राजनयिक डोनाल्ड डोनाल्ड लू अविश्वास प्रस्ताव के जरिए उनकी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहते थे। डोनाल्ड लू ने

अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत असद मजीद के जरिए एक धमकी भरी चिट्ठी भी भेजी थी। इमरान ने आरोप लगाए थे कि लू ने पाकिस्तान के राजदूत को चेतावनी दी थी कि अगर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अविश्वास प्रस्ताव से बच गए तो इसके गंभीर नतीजे होंगे।

तस्वीर 24 फरवरी 2022 की है। तब इमरान रूस दौरे पर गए थे। यहां एयरपोर्ट से बाहर आते वक्त खान ने कहा था- मौसम कितना शानदार है। इसकी काफी आलोचना हुई, क्योंकि इसी दिन कुछ घंटे बाद रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था।

तस्वीर 24 फरवरी 2022 की है। तब इमरान रूस दौरे पर गए थे। यहां एयरपोर्ट से बाहर आते वक्त खान ने कहा था- मौसम कितना शानदार है। इसकी काफी आलोचना हुई, क्योंकि इसी दिन कुछ घंटे बाद रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था।

इमरान को सायफर केस में सजा मिली
जिस सायफर को अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू ने झूठा बताया है पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (PTI) के लीडर शाह महमूद कुरैशी उसी सायफर केस में 10 साल जेल की सजा काट रहे हैं। चुनाव से पहले रावलपिंडी में स्पेशल कोर्ट के जज ने अदियाला जेल में इसका ऐलान किया था।

इमरान खान जब प्रधानमंत्री थे तो उस वक्त जनरल कमर जावेद बाजवा आर्मी चीफ थे। खान का आरोप था कि बाजवा ने अमेरिका के साथ मिलकर सरकार गिराई। बाद में खान इससे भी पलट गए और कहा- बाजवा ने मेरी पीठ में छुरा भोंका। मेरी सरकार फौज ने गिराई।

इमरान खान जब प्रधानमंत्री थे तो उस वक्त जनरल कमर जावेद बाजवा आर्मी चीफ थे। खान का आरोप था कि बाजवा ने अमेरिका के साथ मिलकर सरकार गिराई। बाद में खान इससे भी पलट गए और कहा- बाजवा ने मेरी पीठ में छुरा भोंका। मेरी सरकार फौज ने गिराई।

इमरान ने आरोपों के बाद माफी मांगी
इमरान खान अमेरिका पर आरोप लगाने के बाद माफी भी मांग चुके हैं। पाकिस्तान के पूर्व रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक टीवी चैनल पर कहा था कि इमरान की पार्टी PTI ने साजिश के मनगढ़ंत आरोपों के लिए अमेरिका से माफी मांगी है।

हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि PTI ने अमेरिकी डिप्लोमैट डोनाल्ड लू से माफी मांगी है। खान पहले अपनी सभाओं में अमेरिका के खिलाफ नारे लगा रहे थे, अब गलतियों के लिए माफी मांग रहे हैं। ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि खान ने अमेरिका को मैसेज भेज कर रिश्ते सुधारने की ख्वाहिश जाहिर की थी।

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