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- Byju Raveendran & Family In Firing Line: Investors Meet Today To Decide Founder’s Fate
नई दिल्ली30 मिनट पहले
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बायजूस के फाउंडर बायजू रवींद्रन (फाइल फोटो)
एडटेक कंपनी बायजूस के कुछ की-इन्वेस्टर्स का ग्रुप आज एक एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) करने जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मीटिंग में इन्वेस्टर्स बायजूस के फाउंडर-CEO रवींद्रन बायजू और उनकी फैमिली को कंपनी के बोर्ड से बाहर करने को लेकर वोटिंग कर सकते हैं।
रवींद्रन और उनकी फैमिली की कंपनी में लगभग 26% हिस्सेदारी
सूत्रों के मुताबिक, इन्वेस्टर्स मिसमैनेजमेंट और फेल्योर्स की वजह से रवींद्रन और उनकी फैमिली को बोर्ड से निकाल सकते हैं। जिन शेयरहोल्डर्स ने EGM बुलाई है, उनके पास बायजूस में टोटल 30% से ज्यादा की हिस्सेदारी है। रवींद्रन और उनकी फैमिली की कंपनी में लगभग 26% हिस्सेदारी है।
EGM नोटिस में कंपनी के मौजूदा बोर्ड को बाहर करने की बात कही गई
सूत्रों ने बताया कि EGM नोटिस में थिंक एंड लर्न कंपनी के मौजूदा बोर्ड को बाहर करने की बात कही गई है, जो बायजूस को ऑपरेट करती है। कंपनी के बोर्ड में रवींद्रन, उनकी पत्नी, उनके भाई रिजु रवींद्रन और को-फाउंडर दिव्या गोकुलनाथ शामिल हैं।
बायजू फैमिली को बाहर करने की मांग के कारणों के बारे में भी इन्वेस्टर्स ने नोटिस में बताया है। नोटिस में इन्वेस्टर्स ने फाइनेंशियल मिसमैनेजमेंट, कंपनी के लीगल राइट्स को लागू करने में मैनेजमेंट की विफलता के कारण वैल्यू में गिरावट और महत्वपूर्ण जानकारी को छिपाने की बात कही है।
साल 2011 में रवींद्रन ने थिंक एंड लर्न नाम से अपनी एडटेक कंपनी की शुरुआत की थी।
ED की बायजू रवींद्रन के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर की मांग
हाल ही में एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन (BOI) से ऐडटेक फर्म बायजूस के फाउंडर और CEO बायजू रवींद्रन के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करने के लिए कहा है। इसके जरिए जांच एजेंसी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि बायजू रवींद्रन देश छोड़कर न जाएं। इकोनॉमिक्स टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में इसके बारे में जानकारी दी है।
विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत बायजूस की जांच कर रही ED
ED बायजूस के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) उल्लंघन के तहत भी जांच कर रही है। इसको लेकर 3 महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय ने बायजू रवीन्द्रन और थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को 9,000 करोड़ रुपए का नोटिस भी भेजा था।
ED के अनुसार, बायजूस ने बताया था कि उसने भारत के बाहर निवेश किया था जो कि कथित तौर पर फेमा 1999 के प्रावधानों का उल्लंघन है। इससे भारत सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ था, जिससे 1999 के प्रावधानों का उल्लंघन हुआ है।
बायजूस का 2022 में घाटा बढ़कर 8,245 करोड़ रहा
एड-टेक कंपनी बायजूस को वित्त वर्ष 2022 में ₹8,245 करोड़ का घाटा हुआ है। वित्त वर्ष 2021 में घाटा 4,564 करोड़ रुपए था। यानी कंपनी का घाटा करीब-करीब दोगुना हो गया है।इस दौरान कंपनी का टोटल रेवेन्यू ₹5,298 करोड़ रहा। 2021 में रेवेन्यू 2,428 करोड़ रुपए था। यानी रेवेन्यू में 118% का उछाल आया है।
बायजूस की पैरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न ने कंपनी रजिस्ट्रार के पास अपनी ऑडिटेड फाइनेंशियल रिपोर्ट दाखिल की है।घाटे का लगभग आधा हिस्सा (लगभग 3,800 करोड़ रुपए) व्हाइटहैट जूनियर और ओस्मो जैसी कंपनियों के कारण है। कंपनी की ओर से किए गए ये दो प्रमुख अधिग्रहण हैं।
3 बड़ी चीजें जो बायजूस के साथ बीते दिनों हुई
- भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बायजूस के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई शुरू की। बायजूस पर ₹158 करोड़ के पेमेंट में चूक का आरोप है।
- ED ने 9,000 करोड़ से अधिक के FEMA उल्लंघन मामले में नोटिस भेजा। फॉरेन करेंसी फ्लो को लेकर 1999 में FEMA बना था।
- गुरुग्राम ऑफिस का रेंट पेमेंट न करने पर कर्मचारियों को प्रॉपर्टी मालिक ने बाहर कर दिया। उनके लैपटॉप जब्त कर लिए।
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