South Korea doctors strike over new recruitment policy | साउथ कोरिया में डॉक्टरों की हड़ताल: नए डॉक्टर्स की भर्ती का विरोध, कहा- इससे कॉम्पिटिशन बढ़ेगा; यहां 1000 लोगों पर सिर्फ 2 डॉक्टर


सियोल3 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
मंगलवार को सियोल में नए डॉक्टर्स की भर्ती का विरोध करते सीनियर डॉक्टर्स। - Dainik Bhaskar

मंगलवार को सियोल में नए डॉक्टर्स की भर्ती का विरोध करते सीनियर डॉक्टर्स।

साउथ कोरिया में करीब 1600 डॉक्टर्स मंगलवार को हड़ताल पर चले गए। इससे हेल्थ सेक्टर भारी दबाव में है। हड़ताल पर जाने डॉक्टर्स सरकार के उस फैसले का विरोध कर रहे हैं, जिसमें नए मेडिकल कॉलेजेस के जरिए डॉक्टर्स की भर्ती की जानी है। हड़ताल करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि इससे कॉम्पिटिशन बढ़ेगा और उनकी सैलरी भी कम हो जाएगी।

साउथ कोरिया जैसे डेवलप्ड देश में मेडिकल फेसेलिटीज का हाल बुरा है। यहां एक हजार लोगों पर सिर्फ 2.5 डॉक्टर्स हैं। हेल्थ इंडेक्स के लिहाज से देखें तो मेडिकल फेसेलिटीज के लिहाज से साउथ कोरिया मैक्सिको के बाद दूसरे नंबर पर है।

सर्जरी पर असर ज्यादा

  • ‘BBC’ की रिपोर्ट के मुताबिक- मंगलवार को शुरू हुई हड़ताल का सबसे ज्यादा असर मेजर सर्जरीज पर होगा। पहले ही दिन सरकार के ऊपर सवालिया निशान लगने लगे और मरीजों के घरवाले हड़ताल का विरोध करने लगे।
  • डॉक्टर्स यूनियन ने कहा- सरकार नए मेडिकल कॉलेजेस खोलकर कॉम्पिटिशन बढ़ाना चाहती है। इससे हमारी सैलरी कम हो जाएंगी। हम ये कभी नहीं होने देंगे। दूसरी तरफ, सरकार ने डॉक्टरों की मांग को बेतुका बताते हुए कहा कि लोगों को ज्यादा डॉक्टर और बेहतर मेडिकल फेसेलिटी हर कीमत पर दी जाएंगी। अगर डॉक्टर हड़ताल वापस लेकर काम पर लौटते हैं तो ठीक रहेगा। ऐसा नहीं होने पर एक्शन लिया जाएगा।
साउथ कोरिया में मेडिकल लॉबी बहुत दमदार मानी जाती है। यहां हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए अस्पताल मोटी कमाई करते हैं। (फाइल)

साउथ कोरिया में मेडिकल लॉबी बहुत दमदार मानी जाती है। यहां हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए अस्पताल मोटी कमाई करते हैं। (फाइल)

प्राईवेट हॉस्पिटल्स के भरोसे साउथ कोरिया

  • साउथ कोरिया में मेडिकल लॉबी बहुत दमदार मानी जाती है। यहां हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए अस्पताल मोटी कमाई करते हैं। इस देश का हेल्थ सिस्टम 90% तक प्राईवेट हॉस्पिटल्स के भरोसे चलता है। यही वजह है कि डॉक्टर्स भी काफी पैसा कमाते हैं।
  • सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर वॉन सून मैन ने कहा- जितने ज्यादा डॉक्टर्स बढ़ेंगे, उतना ज्यादा काॅम्पिटिशन बढ़ेगा और इसकी वजह से हमारी इनकम कम होती जाएगी। लिहाजा, हम नहीं चाहते कि सरकार ज्यादा मेडिकल कॉलेज खोलकर नए डॉक्टर्स तैयार करे।
  • साउथ कोरिया के शहरों में तो हालात फिर भी ठीक हैं, लेकिन दूर-दराज के इलाकों में हालात बहुत खराब हैं। सरकार ने स्टाफ बढ़ाने का फैसला इसी तरह के क्षेत्रों को ध्यान में रखकर किया है। स्किन और प्लास्टिक सर्जरी के डॉक्टर्स को बेहद गिनेचुने हैं।
साउथ कोरिया की सरकार ने कहा- डॉक्टर्स के पास अब भी वक्त है कि वो काम पर लौट आएं। ये सीधे तौर पर लोगों की जिंदगी से जुड़ा मामला है। (फाइल)

साउथ कोरिया की सरकार ने कहा- डॉक्टर्स के पास अब भी वक्त है कि वो काम पर लौट आएं। ये सीधे तौर पर लोगों की जिंदगी से जुड़ा मामला है। (फाइल)

सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश

  • जूनियर डॉक्टर्स भी सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक- करीब 6500 इंटर्न्स और रेसिडेंट डॉक्टर्स ने पिछले हफ्ते इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 1600 सीनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए।
  • हड़ताल पर सरकार का रुख भी सख्त है। प्रेसिडेंट यून सुक योल ने कहा- डॉक्टर्स लोगों की जिंदगी से खेल रहे हैं और हेल्थ सिस्टम को बंधक बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम उन्हें बता देना चाहते हैं कि ये सब सहन नहीं किया जाएगा। हम लीगल एक्सपर्ट्स से बात रहे हैं और जल्द ही इस बारे में एक्शन लिया जाएगा। उनकी कोई भी बात मानने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
  • दूसरी तरफ, हेल्थ मिनिस्टर पार्क येन ने कहा- डॉक्टर्स के पास अब भी वक्त है कि वो काम पर लौट आएं। ये सीधे तौर पर लोगों की जिंदगी से जुड़ा मामला है। अगर वो सोच रहे हैं कि सरकार को दबाव में ला सकेंगे तो उनकी गलतफहमी जल्द दूर हो जाएगी।
साउथ कोरिया की सरकार हर साल 2 हजार डॉक्टर्स तैयार करना चाहती है। आंकड़ों के लिहाज से देखें तो हर साल करीब 65% ज्यादा डॉक्टर तैयार करना सरकार का लक्ष्य है। (फाइल)

साउथ कोरिया की सरकार हर साल 2 हजार डॉक्टर्स तैयार करना चाहती है। आंकड़ों के लिहाज से देखें तो हर साल करीब 65% ज्यादा डॉक्टर तैयार करना सरकार का लक्ष्य है। (फाइल)

क्या कर रही है सरकार

  • सरकार हर साल 2 हजार डॉक्टर्स तैयार करना चाहती है। आंकड़ों के लिहाज से देखें तो हर साल करीब 65% ज्यादा डॉक्टर तैयार करना सरकार का लक्ष्य है। एक अनुमान के मुताबिक- 2035 तक साउथ कोरिया में 15 हजार और डॉक्टर्स की जरूरत होगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश का हेल्थ सिस्टम किसी भी वक्त चरमरा सकता है।
  • खास बात ये है कि 90% साउथ कोरियाई लोग सरकार के इस कदम का समर्थन कर रहे हैं और उन्होंने धमकी दी है कि अगर हड़ताल खत्म नहीं हुई तो वो डॉक्टरों के खिलाफ आंदोलन करेंगे।
  • एक लोकल मीडिया नेटवर्क के मुताबिक- सरकार डॉक्टरों को यह भरोसा दिला सकती है कि नए डॉक्टर्स आने के बाद सीनियर्स की सैलरी पर कोई असर नहीं आने दिया जाएगा।

खबरें और भी हैं…



Disclaimer:* The following news is sourced directly from our news feed, and we do not exert control over its content. We cannot be held responsible for the accuracy or validity of any information presented in this news article.

Source link

Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *