ओटावा2 मिनट पहले
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खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला को कनाडा से वापस लाने के लिए भारत सरकार तैयारियों में जुट गई है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि भारतीय एजेंसिया कनाडा से डल्ला के प्रत्यपर्ण की मांग करेंगी। मंत्रालय ने बयान में कहा कि हमें उम्मीद हैं कनाडा उसे भारत को सौंपेगा।
डल्ला फिलहाल कनाडा पुलिस की गिरफ्त में है। उसे 28 अक्तूबर को कनाडा के मिल्टन में एक शूट-आउट के दौरान अर्श डल्ला को गिरफ्तार किया था। तब पुलिस ने आरोपियों की पहचान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी।
बाद में सूत्रों से पता चला कि गिरफ्तार किया गया आरोपी अर्श डल्ला ही है। सुनवाई के लिए मामले को कनाडा के ओन्टारियो कोर्ट में लिस्ट किया गया है। डल्ला पर भारत में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। कनाडा में भी वह ऐसी ही गतिविधियों में शामिल है।
2023 में भी गिरफ्तारी की मांग की थी
भारत ने 2023 में कनाडा से डल्ला की गिरफ्तारी की मांग की थी। लेकिन कनाडा सरकार ने उस समय इस मांग को खारिज कर दिया था। इसी दौरान भारत ने जनवरी 2023 में कनाडा को डल्ला के संदिग्ध पते, भारत में उसके ट्राजेक्शन, उसकी संपत्तियों और मोबाइल नंबरों की जानकारी दी थी।
भारत ने MLAT संधि (पारस्परिक कानूनी सहायता संधि) के तहत कनाडा से इन जानकारियों को वेरीफाई करने के लिए कहा था। दिसंबर 2023 में, कनाडा के न्याय विभाग ने इस मामले पर भारत से अतिरिक्त जानकारी मांगी थी। भारत ने इसका जवाब इस मार्च में दिया था।
50 से ज्यादा मामलों में नामजद है डल्ला
अर्श खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का करीबी है और भारत में इस पर 50 से ज्यादा मामले चल रहे हैं। इनमें हत्या, हत्या की कोशिश, जबरन वसूली, आतंकी गतिविधियां और टेरर फंडिंग शामिल है।
मई 2022 में भारत सरकार ने अर्श डल्ला के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इसके बाद साल 2023 में उसे आतंकी घोषित कर दिया था।
गिरफ्तारी से बचने के लिए अर्श पंजाब से फरार होकर कनाडा चला गया और वहीं से अपनी गतिविधियों को अंजाम देने लगा। भारत की एजेंसियां लंबे समय से डल्ला को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं।
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कनाडा ने वॉन्टेड अपराधी सिद्धू को बेकसूर बताया:आतंकवाद के सभी आरोप किए खारिज, भारत ने ISI से कनेक्शन बताया
कनाडा ने भारत में भगोड़े आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल अपराधी संदीप सिंह सिद्धू उर्फ सनी टोरंटो को बेकसूर करार दिया है। सनी पर लगे आतंकवाद फैलाने के आरोपों की जांच कनैडियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (CSIS) कर रही थी। एजेंसी ने उसे क्लीन चिट दे दी है।
सनी कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी (CBSA) में तैनात था। उसे वापस सुपरिटेंडेंट के पद पर तैनात कर दिया गया है। सनी पर भारत में शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या करने का आरोप है।
संधू पेशे से एक शिक्षक और खालिस्तान विरोधी थे। 90 के दशक में पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के चलते उन्हें 1993 में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। 16 अक्टूबर 2020 को उन्हें पंजाब के भिखीविंड में अपने घर के सामने गोली मार दी गई जिसमें उनकी मौत हो गई।
इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। उन्होंने बताया था कि सनी टोरंटो ने उन्हें संधू को मारने का काम सौंपा था। उन्होंने दो और अपराधी सुखमीत पाल सिंह और लखवीर सिंह का भी नाम बताया। दोनों ही खालिस्तानी एक्टिविस्ट हैं। पूरी खबर पढ़ें…
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