Hezbollah Airstrike in Israel 2 days after the commander death | कमांडर की मौत के 2 दिन बाद हिजबुल्लाह का एक्शन: इजराइल पर 12 रॉकेट दागे, नुकसान नहीं; 48 घंटे पहले इजराइली हमले का जवाब दिया


जेरूसलम4 मिनट पहले

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ईरान समर्थक आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के कमांडर हज मोहसिन उर्फ फुआद शुकर की मौत के 48 घंटे बाद ही हिजबुल्लाह ने इजराइल पर एयर स्ट्राइक कर दी है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने बताया कि लेबनान से हिजबुल्लाह ने 12 रॉकेट दागे हैं। इनमें से हमारी टैरिटरी में 5 ही रॉकेट आए। इस हमले में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है।

इजराइल ने 30 जुलाई को लेबनान की राजधानी बेरूत में एयरस्ट्राइक की थी। इसमें हिजबुल्लाह के कमांडर हज मोहसिन उर्फ फुआद शुकर मारा गया था। फुआद के बारे में इजराइली आर्मी ने दावा किया था कि वह इजराइल में गोलान हाइट्स पर हमले के लिए जिम्मेदार था।

दरअसल, इससे पहले 27 जुलाई को हिजबुल्लाह ने इजराइल पर पिछले करीब 10 महीने का सबसे बड़ा हमला किया था। उसने लेबनान से गोलन हाइट्स के फुटबॉल ग्राउंड पर रॉकेट दागे थे। इसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 30 लोग घायल हुए थे। इसी के जवाब में इजराइली सेना ने 30 जुलाई को एयरस्ट्राइक की थी और हिजबुल्लाह कमांडर को मार गिराया था।

बेरूत में हमले के बाद की तस्वीरें …

बेरूत में हमले के बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची।

बेरूत में हमले के बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची।

इजराइली सेना के हमले में कई घर जमीदोज हो गए।

इजराइली सेना के हमले में कई घर जमीदोज हो गए।

मंगलवार को बेरूत में इजराइली हवाई हमले में ढही इमारत का मुआयना करता एक व्यक्ति।

मंगलवार को बेरूत में इजराइली हवाई हमले में ढही इमारत का मुआयना करता एक व्यक्ति।

हमले के बाद इमारतों के साथ-साथ सैकड़ों गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।

हमले के बाद इमारतों के साथ-साथ सैकड़ों गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।

फुआद की मौत पर इजराइल ने खुशी जताई थी
इजराइली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा था कि फुआद फुटबॉल ग्राउंड पर किए गए हमले और कई अन्य इजराइली नागरिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार था। उन्होंने फुआद को हिजबुल्‍लाह नेता हसन नसरल्लाह का राइट हैंड बताया।

टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक नब्बे के दशक में हिजबुल्लाह ने इजराइल के 3 सैनिकों को मार दिया था और उसके शव को साथ लेकर चले गए थे। फुआद इस घटना में शामिल था।

रिपोर्ट के मुताबिक फुआद हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर इमाद मुगनीह का वारिस था। मुगनीह को 2008 में सीरिया में कार बम विस्फोट में मार दिया था। हिजबुल्लाह ने इसका इल्जाम इजराइल पर लगाया था।

इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि फुआद ने कई इजराइलियों का खून किया था। हमने इसका बदला ले लिया। हमारे सैनिक इजराइलियों के हत्यारों को दुनिया के किसी भी कोने से ढूंढ़कर मार देंगे।

अमेरिका ने फुआद पर रखा था बड़ा इनाम
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक फुआद को अल-हज्ज मोहसिन के नाम से भी जाना जाता है। 1983 में बेरूत में अमेरिकी मरीन कॉर्प्स बैरकों पर हुई बमबारी में उसका बड़ा रोल था। इसमें 241 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे और 128 घायल हुए थे।

फुआद को 2019 में अमेरिका ने इंटरनेशनल टेररिस्ट घोषित किया था। उसके बारे में जानकारी देने पर अमेरिका ने 5 मिलियन डॉलर (करीब 42 करोड़) का इनाम रखा था।

लेबनान में हिजबुल्लाह ठिकाने पर इजराइली हमले के बाद अमेरिका ने कहा कि इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है।

26 दिन पहले हिजबुल्लाह ने इजराइल पर 200 रॉकेट दागे थे
7 जुलाई को हिजबुल्लाह ने इजराइल पर बड़ा हमला किया था। AP की रिपोर्ट के मुताबिक हिजबुल्लाह ने 200 से ज्यादा रॉकेट दागे थे। इसके अलावा करीब 20 ड्रोन्स से भी हमला किया गया। हमले में इजराइल के कई मिलिट्री बेस को निशाना बनाया गया था। इजराइली सेना ने कहा कि कुछ मिसाइलें लेबनान से उनके इलाके में गिरीं। इनमें से कई को रोक दिया गया।

हिजबुल्लाह ने यह हमला अपने एक टॉप कमांडर की मौत का बदला लेने के लिए किया था। दरअसल, इजराइल ने दक्षिण लेबनान के टायरे शहर पर हमला किया था। इसमें हिजबुल्लाह का टॉप कमांडर मुहम्मद निमाह नासिर (हज्ज अबू निमाह) मारा गया था। हिजबुल्लाह ने भी कमांडर की मौत की पुष्टि की थी।

कौन है हिजबुल्लाह संगठन?
हिजबुल्लाह शब्द का अर्थ पार्टी ऑफ गॉड है। यह संगठन खुद को शिया इस्लामिक पॉलिटिकिल, मिलिट्री और सोशल आर्गनाइजेशन बताता है। हिजबुल्लाह लेबनान का ताकतवर ग्रुप है। अमेरिका और कई देशों ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है।

1980 की शुरुआत में लेबनान पर इजराइल के कब्जे के दौरान इसे ईरान की मदद से बनाया गया था। 1960-70 के दशक में लेबनान में इस्लाम की वापसी के दौरान इसने धीमे-धीमे जड़ें जमानी शुरू कर दी थीं।

ऐसे तो हमास सुन्नी फिलिस्तीनी संगठन है, जबकि ईरान के सपोर्ट वाला हिजबुल्लाह शिया लेबनानी पार्टी है। लेकिन इजराइल के मुद्दे पर दोनों संगठन एकजुट रहते हैं। 2020 और 2023 के बीच, दोनों गुटों ने इजराइल के साथ UAE और बहरीन के बीच समझौते का विरोध किया था।

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