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कोलकाता1 घंटे पहले
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अधीर रंजन ने कहा कि हम ममता बनर्जी के साथ गठबंधन के लिए तैयार थे, लेकिन उन्होंने अस्वीकार कर दिया। (फाइल फोटो)
कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ममता भाजपा से डर गई हैं। इसीलिए उन्हीं की भाषा बोल रही हैं। दोनों के सुर एक जैसे हैं।
अधीर ने आगे कहा कि हम गठबंधन के लिए तैयार थे। उन्हें दो सीटों की पेशकश की, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया। तब से हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई है। हम अकेले लड़ेंगे और बंगाल में भाजपा को हराएंगे।
दरअसल, शुक्रवार को ममता ने कहा था कि मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस पार्टी को इतना अहंकार किस बात का है। मुझे नहीं लगता कि वो 300 में से 40 सीट भी जीत पाएगी।
ममता बनर्जी ने शुक्रवार को मुर्शिदाबाद में जनसभा को संबोधित किया था। (फाइल फोटो)
ममता ने कांग्रेस को चैलेंज दिया, कहा- हिम्मत है तो बनारस में BJP को हराए
ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले जहां-जहां जीतती थी, अब वहां भी हारती जा रही है। अगर उसमें हिम्मत है तो बनारस और प्रयागराज में भाजपा को हराकर दिखाए। CM ममता का कहना है कि कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बंगाल आई थी, लेकिन उन्हें बताया तक नहीं गया। हम I.N.D.I.A गठबंधन में हैं। लेकिन उसके बावजूद मुझे इसकी जानकारी नहीं दी गई। मुझे प्रशासन से इसके बारे में पता चला।
उन्होंने राहुल का नाम लिए बिना कहा कि आजकल फोटोशूट का नया चलन देखने में मिल रहा है। जो लोग कभी चाय के स्टॉल पर नहीं गए, अब वे बीड़ी कामगारों के साथ बैठकर फोटो खिंचवा रहे हैं। दरअसल, भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी पश्चिम बंगाल में बीड़ी मजदूरों से मिले थे।
राहुल गांधी ने गुरुवार को मुर्शिदाबाद के मधुपुर गांव में बीड़ी श्रमिकों से बातचीत की।
राहुल बोले- सीट शेयरिंग को लेकर ममता से बातचीत जारी
ममता ने ये बयान तब दिया है, जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बंगाल से निकली है। हाल ही में राहुल से पत्रकारों ने ममता बनर्जी को लेकर सवाल पूछा था। इस पर राहुल गांधी ने कहा था कि न तो हमने इंडिया गठबंधन छोड़ा है और न ही ममता बनर्जी ने। हमारे बीच सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा हो रही है। जल्द ही इसका समाधान निकल आएगा।
राहुल ने पश्चिम बंगाल में डिजिटल मीडिया के पत्रकारों के साथ बातचीत की।
बंगाल में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी TMC
ममता ने 24 जनवरी को लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस ने उनका प्रस्ताव ठुकराया दिया। हम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेंगे।
दरअसल, कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए बंगाल में 10 से 12 सीटों की मांग कर रही है, जबकि TMC केवल दो सीटें देने पर अड़ी है। यह वे सीटें हैं जिन्हें कांग्रेस ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जीता था। कांग्रेस के अलावा बंगाल में लेफ्ट पार्टियां भी हैं, जो 28 दलों वाले विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का हिस्सा हैं।
ममता ने बुधवार को हावड़ा में मीडिया से कहा- मेरी कांग्रेस से कोई चर्चा नहीं हुई है। मैंने हमेशा कहा है कि बंगाल में हम अकेले लड़ेंगे। मुझे इस बात की बिल्कुल चिंता नहीं है कि देश में क्या होगा, लेकिन हम सेक्युलर पार्टी हैं और बंगाल में हम अकेले भाजपा को हराएंगे। मैं अब भी I.N.D.I.A का हिस्सा हूं।
कांग्रेस ने कहा था- ममता के बिना गठबंधन की कल्पना नहीं
कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश ने ममता के फैसले पर कहा था- ममता बनर्जी ने कहा था कि हम भाजपा को हराना चाहते हैं और हम इसके लिए कुछ भी करेंगे। राहुल गांधी भी साफ कर चुके हैं कि ममता बनर्जी गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं। उनके बिना गठबंधन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। I.N.D.I.A बंगाल में मिलकर चुनाव लड़ेगी।
जयराम रमेश ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में TMC को निमंत्रण नहीं मिलने की बात पर कहा- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कई बार कह चुके हैं कि गठबंधन की सभी पार्टियां भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित हैं। कांग्रेस पार्टी यात्रा में ममता जी का स्वागत करेगी।
भाजपा बोली- ममता का ये फैसला I.N.D.I.A के अंत की सूचना ममता के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले पर भाजपा IT सेल के प्रमुख और बंगाल भाजपा के सह प्रभारी अमित मालवीय ने कहा- ममता बनर्जी का ये फैसला उनकी हड़बड़ाहट दिखा रहा है। वे अपना राजनीतिक मैदान बचा नहीं पा रही हैं। इसलिए वे सभी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती हैं, ताकि चुनाव के बाद भी प्रासंगिक बनी रहें।
वे विपक्षी गठबंधन का चेहरा बनना चाहती थीं, लेकिन किसी ने उनका नाम नहीं सुझाया। राष्ट्रीय चेहरा बनने के लिए उन्होंने दिल्ली के कितने चक्कर लगाए, पर वे सब किसी काम नहीं आए। अब राहुल गांधी की यात्रा बंगाल पहुंचने के पहले ममता का ये फैसला I.N.D.I.A के अंत की सूचना है।
ममता के दो बयान
22 जनवरी: ममता बनर्जी ने कहा- लेफ्ट पार्टियां I.N.D.I.A के एजेंडे को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही हैं। मैं यह स्वीकार नहीं करूंगी। मैं उन लोगों से सहमत नहीं हो सकती, जिनके साथ मैंने 34 साल तक संघर्ष किया है। इतने अपमान के बावजूद मैंने I.N.D.I.A की मीटिंग में हिस्सा लिया।
19 जनवरी: ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद जिले के पार्टी नेताओं के साथ मुलाकात की। ममता ने स्पष्ट कहा कि TMC को प्राथमिकता नहीं दी गई तो प्रदेश की सभी 42 लोकसभा सीटों पर TMC स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है।
बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष बोले- ममता मौका परस्त
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अधीर रंजन चौधरी ने 23 जनवरी को ममता बनर्जी पर निशाना साधा था। उन्होंने ममता को मौका परस्त बताया और कहा- हम उनकी दया पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ना जानती है और हमने पश्चिम बंगाल में दो सीटें TMC और BJP को हराकर जीती हैं। ममता खुद कांग्रेस की दया से साल 2011 में बंगाल की सत्ता में आईं।
चौधरी का यह बयान राहुल गांधी के असम में मंगलवार को दिए बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ममता कांग्रेस के बहुत करीब हैं। सीट शेयरिंग पर बातचीत चल रही है। कभी-कभी हमारे नेता कुछ कहते हैं, उनके नेता कुछ कहते हैं और यह चलता रहता है। यह एक स्वाभाविक बात है। इस तरह की टिप्पणियों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
पंजाब में AAP ने कहा- कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगे
उधर, पंजाब में भी आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा- हम 13 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। इसके अलावा बिहार में भी JDU और RJD कांग्रेस को ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं हैं। यहां भी अनबन की खबर है। पूरी खबर पढ़ें…
I.N.D.I.A में शामिल पार्टियों के बीच अन्य राज्यों में सीट शेयरिंग की स्थिति…
पंजाब: कांग्रेस का 8 सीटों पर दावा, लेकिन AAP राजी नहीं
पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं। आम आदमी पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाल ने दिसंबर में भटिंडा में एक रैली के दौरान लोगों से AAP को सभी 13 सीटें जिताने की अपील की थी। जाहिर है कि AAP का दावा पंजाब की सभी 13 सीटों पर है। अभी 13 में से 8 सीटों पर कांग्रेस के सांसद हैं। कांग्रेस इन 8 सीटों पर दावा कर रही है। पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी कांग्रेस को इतनी सीटें देने के लिए तैयार नहीं है।
दिल्ली: सीट शेयरिंग पर सहमति बनी, AAP 4 और कांग्रेस 3 सीटों पर लड़ सकती है
दिल्ली में AAP और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गई है। कांग्रेस ने दिल्ली में 5 सीटों की डिमांड की थी, लेकिन AAP के 4 और कांग्रेस के 3 सीटों पर लड़ने के संभावित फॉर्मूले पर दोनों पार्टियां राजी हैं।
UP: कांग्रेस 20-25 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, सपा 10 सीटें दे रही
UP में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर शुक्रवार 12 जनवरी को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की बैठक होनी थी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, UP को लेकर पार्टी का रोड मैप क्लियर नहीं था, इस वजह से मीटिंग टालनी पड़ी।
कांग्रेस UP में 20-25 सीटों पर लड़ना चाहती है, जबकि सपा 10 से ज्यादा सीट नहीं देना चाहती। सपा खुद कम से कम 60 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और अपनी सहयोगी RLD को 5 सीट दिलाना चाहती है। ऐसी स्थिति में UP में कांग्रेस के लिए 15 सीटें ही बचेंगी।
बिहार: JDU ने कांग्रेस को 4 सीटें देने का प्रस्ताव रखा, कांग्रेस 8-10 सीटें मांग रही
बिहार में सीटों के बंटवारे पर हुई बैठक में JDU ने RJD-JDU को 17-17, कांग्रेस को 4 और लेफ्ट पार्टियों को 2 सीट दिए जाने का प्रस्ताव रखा। हालांकि, कांग्रेस बिहार में 8-10 सीटें मांग रही है।
सूत्रों के मुताबिक, JDU-RJD को 16-16, कांग्रेस को 6 और लेफ्ट दलों को 2 सीट दिए जाने के संभावित फॉर्मूले पर सहमति बन सकती है। हालांकि, कांग्रेस नीतीश के I.N.D.I.A गठबंधन से अलग होने की आशंकाओं को भी नकार नहीं रही। इस स्थिति में कांग्रेस, RJD और लेफ्ट दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।
महाराष्ट्र: कांग्रेस 20 सीटों पर अड़ी, शिवसेना को भी इतनी ही सीटें मिल सकती हैं
महाराष्ट्र को लेकर भी कांग्रेस की NCP (शरद गुट) और शिवसेना (UBT) के साथ बैठक हो चुकी है। शिवसेना 23 और NCP 10 सीटों की मांग कर रही हैं, जबकि कांग्रेस 20 से कम सीटों पर चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस 20, शिवसेना 20, NCP 6, वंचित बहुजन अघाड़ी एक और स्वाभिमानी पक्ष एक सीट के संभावित फॉर्मूले पर चुनाव लड़ सकते हैं।
बाकी राज्यों में सीट शेयरिंग की स्थिति…
- गुजरात: गुजरात मे आम आदमी पार्टी को 2 सीटें मिल सकती है।
- हरियाणा: AAP हरियाणा में भी चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन कांग्रेस उसे एक भी सीट देने के पक्ष में नहीं है।
- जम्मू-कश्मीर: कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और PDP के साथ चुनाव लड़ेगी। जम्मू की 2 सीट और लद्दाख की एक सीट पर कांग्रेस दावा कर रही है, ऐसी स्थिति में नेशनल कॉन्फ्रेंस दो और PDP एक सीट पर चुनाव लड़ेंगी।
- केरल: 20 सीटों में से कांग्रेस 16 और गठबंधन के बाकी दल 4 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं।
- तमिलनाडु: DMK 30 और कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, लेकिन 1-2 सीटों पर पेंच फंस रहा है।
- झारखंड में कांग्रेस JMM के साथ चुनाव लड़ेगी, जबकि ओडिशा में लेफ्ट दलों को 1-2 सीट मिल सकती है।
- कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में कांग्रेस किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी।
विपक्षी दलों की 7 महीने में 5 बैठकें सिलसिलेवार पढ़ें….
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